बहराइच। पुलिस अधीक्षक वृन्दा शुक्ला द्वारा लोकसभा सामान्य निर्वाचन के सकुशल सम्पन्न कराए जाने के उपरान्त रिजर्व पुलिस लाइन सभागार में अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया तथा गोष्ठी के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉक्टर पवित्र मोहन त्रिपाठी, समस्त क्षेत्राधिकारी, संयुक्त निदेशक अभियोजन, समस्त थाना प्रभारी, प्रतिसार निरीक्षक व समस्त शाखा प्रभारी उपस्थित रहे। एसपी द्वारा उपस्थित समस्त अधिकारी/कर्मचारीगण को निम्न दिशा-निर्देश दिये गये। एसपी द्वारा बताया गया कि बेहतर पुलिसिंग से ही पीड़ितों को न्याय मिलेगा । शासन की मंशानुसार कार्य करते हुए अपराध पर नियंत्रण एवं कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखें ताकि आम लोगों के मन में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा हो । एसपी ने समस्त थाना प्रभारियों/थानाध्यक्षों को निर्देश देते हुए कहा कि थाने पर आने वाले पीड़ितों से सम्मानजनक व्यवहार करें तथा उनकी परेशानियों को गंभीरता से लेकर उसके तत्क्षण विधिक निवारण का प्रयास करें तथा चोर व अन्य अपराधियों पर शिकंजा कसने हेतु रात्रि तथा सायंकाल के गश्त को प्रभावी किया जाए। लंबित विवेचनाओं के निस्तारण में तेजी लायी जाए ताकि दोषियों को सजा मिल सके वहीं पीडि़तों को जल्द से जल्द न्याय । एसपी द्वारा समस्त थाना प्रभारियों को जनप्रतिनिधियों से संवाद बनाए रखने तथा थाना क्षेत्र के सभी ग्राम प्रधानों, सम्भ्रान्त व्यक्तियों, ग्राम प्रहरियों, पुलिस मित्रों आदि के साथ समय-समय गोष्ठी आयोजित कर आपसी समन्वय स्थापित करने सहित थाना क्षेत्र में अवैध शराब, खनन, चोरी, पशु तस्करी, अवैध शस्त्र तस्करी आदि अपराधो में संलिप्त अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाकर वैधानिक कार्यवाही किए जाने हेतु निर्देशित किया गया।दिनाँक 01 जुलाई 2024 से लागू होने वाले नए कानूनों के बारे में लोगों को जागरूक किए जाने हेतु थाना स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करें।गैंगस्टर अधिनियम के अन्तर्गत पंजीकृत अभियोगों में धारा 14(1) गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही कर अपराधियों की संपत्ति के जब्तीकरण की कार्यवाही किये जाने का कड़ाई से पालन करने हेतु निर्देशित किया गया। इसके साथ ही हिस्ट्रीशीटर अपराधियों द्वारा किसी दूसरे थाना क्षेत्र/जनपद में अपराध कारित किया जाता है तो इसके लिए सम्बन्धित प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष व सम्बन्धित अन्य पुलिसकर्मियों का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जायेगा।एसपी द्वारा समस्त क्षेत्राधिकारी/थाना प्रभारियों को डायल -112 के अन्तर्गत जनपद में संचालित पीआरवी वाहनों के रूट की समीक्षा कर नियमित प्रभावी पेट्रोलिंग की व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने हेतु निर्देशित किया गया।जनपद में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने हेतु प्रभारी यातायात/प्रभारी निरीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। साथ ही एसपी द्वारा सभी को अपने-अपने क्षेत्रों में संदिग्धों की सघन चेकिंग करने तथा तेज रफ्तार बाइकों, रैश ड्राइविंग करने वाले, क्षमता से अधिक सवारी बैठाने वालों, मोडिफाईड बाईकों आदि पर सतर्क दृष्टि रखते हुए चेकिंग कर विधिक कार्यवाही किए जाने हेतु निर्देशित किया गया। जनशिकायतों के प्रभावी निस्तारण हेतु समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि कम से कम शिकायतकर्ताओं को दूरस्थ स्थान से जनपद मुख्यालय आना पड़े। इसके लिए जरूरी है कि थाना स्तर पर नियमित और प्रभावी जनसुनवाई की जाय। थानाध्यक्ष किसी कारणवश दिन के समय थाना छोड़कर बाहर जा रहे हैं तो नाम से किसी जनशिकायत अधिकारी की नियुक्ति की जानी चाहिए जोकि थाने पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहकर शिकायतकर्ताओं की समस्याओं का निवारण कर सके और उक्त शिकायतों के निस्तारण तक हेल्प डेस्क कर्मी/बीट उपनिरीक्षक/थाना प्रभारी द्वारा फीडबैक भी लिया जाय।एनबीडब्ल्यू का समय से शतप्रतिशत तामिला कराने हेतु सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिए गए व साप्ताहिक रूप से इसकी समीक्षा की जाए तथा जो भी थानाध्यक्ष कम तामिला करेगा उसके विरुद्ध स्वतः दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।पुलिस अधीक्षक द्वारा थानो पर लम्बित विवेचनाऐं, विशेषकर एससी एसटी एक्ट,महिला सम्बन्धी अपराध, पोक्सो एक्ट आदि की समीक्षा की गई तथा कार्य योजना बनाकर गुण दोष के आधार पर विवेचनाओं के शीघ्र निस्तारण करने, विशेष रूप से वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कर उनके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया तथा पोक्सो एक्ट, महिला सम्बन्धी अपराधों में अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने हेतु प्रभावी पैरवी करने के निर्देश भी दिए गए।जनपद के वाहन चोरी, नकबजनी से प्रभावित थाना क्षेत्रों में घटनाओं को रोकने व अनावरण हेतु शेष चोरी के प्रकरणों को गम्भीरतापूर्वक लेकर उनके खुलासा करने हेतु निर्देश दिए गए । चोरी के प्रकरणों पर चर्चा की गई तथा अब तक की प्रगति के संबंध में थाना प्रभारी से जानकारी प्राप्त किया गया तथा घटनाओं को रोकने हेतु प्लान तैयार कर अमल करने हेतु निर्देश दिए गए।आईजीआरएस व सम्बन्धित प्रार्थना पत्रों का समयबद्ध निस्तारण हेतु तथा जांच की गुणवत्ता को बढ़ाने और जनपदवासियों के असंतुष्ट फीडबैक को कम करने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। आईजीआरएस सेल प्रभारी को निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन के 03 असंतुष्ट प्रकरणों की आख्या पुलिस अधीक्षक के समक्ष रखी जाए ताकि असंतुष्टता के कारणों पर गहन समीक्षा कर उसका निवारण किया जा सके।एसपी द्वारा महिला सम्बन्धी अपराधों में विशेष सतर्कता तथा संवेदनशीलता बरतने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। पीड़िता की परिस्थितियों के अनुसार आवश्यक सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए गए। दुष्कर्म के प्रकरणों में पुनः पीड़िता को डराने धमकाने तथा दबाव बनाने के आरोपों को गम्भीरता पूर्वक लेकर अभियुक्त पक्ष को नियंत्रित करने हेतु कड़े निर्देश दिए गए तथा एन्टी रोमियो स्कवॉड, महिला आरक्षियों व अन्य पुलिसकर्मियों को अपनी-अपनी बीट में जाकर ग्राम प्रधान आदि के सहयोग से स्कूल/कॉलेज, कोचिंग संस्थान आदि में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन हेतु विभिन्न कार्यक्रम व गोष्ठी करके उन्हें सुरक्षा संबंधी जानकारी देते हुए महिलाओं/बालिकाओं/छात्राओं के सुरक्षार्थ यूपी पुलिस द्वारा चलाई जा रही सुरक्षा संबंधित सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी देकर जागरुक करने हेतु निर्देशित किया गया । सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत पडने वाले उलझे हुए तथा गंभीर प्रवृत्ति के जमीनी विवाद चिन्हित कर लें जिनमें समय से राजस्व के साथ टीम गठित कर निस्तारण करना आवश्यक है। ताकि भविष्य में किसी बड़ी अप्रिय घटना को रोका जा सके ।