सीरिया में विद्रोहियों ने तानाशाह बशर अल असद को सत्ता से बेदखल कर दिया है। दमिश्क पर कब्जा जमाने के बाद विद्रोहियों ने सीरिया को असद राज से मुक्त घोषित कर दिया है।
दमिश्क पर विद्रोहियों का कब्जा
सीरिया की राजधानी दमिश्क अब विद्रोहियों के नियंत्रण में है। सेना ने विद्रोहियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति बशर अल असद देश छोड़कर भाग चुके हैं। विद्रोहियों ने पुलिस मुख्यालय, टीवी नेटवर्क, और सरकारी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है। दमिश्क की सड़कों पर विद्रोहियों के टैंकों और तोपों की गूंज सुनाई दे रही है।
विद्रोही नेता ने क्या कहा?
सीरिया के सशस्त्र विपक्षी समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के प्रमुख अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने एक बयान जारी करते हुए कहा, “दमिश्क शहर अब आजाद है। यह उन सभी लोगों का स्वागत करता है जो दुनिया भर में विस्थापित हुए हैं।” अल-जुलानी ने विद्रोहियों से अपील की है कि वे सरकारी संस्थानों को नुकसान न पहुंचाएं और शांति बनाए रखें।
सीरिया के प्रधानमंत्री का बयान
सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल-जलाली ने एक रिकॉर्डेड संदेश में कहा कि वह सत्ता का सुचारू हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने नागरिकों से सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान न पहुंचाने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं कहीं नहीं गया हूं और अपने घर में ही हूं। सरकार लोगों की चुनी हुई नेतृत्व के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है।”
बशर अल असद का 24 साल का शासन खत्म
बशर अल असद ने 2000 में सीरिया की सत्ता संभाली थी। उनके पिता हाफिज अल असद ने 29 साल तक देश पर शासन किया था। बशर अल असद का शासन रूस और अन्य सहयोगी देशों के समर्थन से चलता रहा, लेकिन अबू मोहम्मद अल-जुलानी के नेतृत्व में विद्रोहियों ने उनकी सत्ता को उखाड़ फेंका।
अब सीरिया का भविष्य क्या होगा?
अब सवाल उठता है कि सीरिया का नेतृत्व कौन करेगा। विद्रोहियों ने सीरिया पर नियंत्रण कर लिया है, लेकिन सरकार चलाने के लिए कोई स्पष्ट रणनीति नहीं है।
- विद्रोही सरकार: विद्रोही खुद सीरिया की सरकार बना सकते हैं और नेतृत्व कर सकते हैं।
- प्रधानमंत्री का सहयोग: प्रधानमंत्री गाजी अल-जलाली सरकार चलाने के लिए विद्रोहियों के साथ सहयोग कर सकते हैं।
- अबू मोहम्मद अल-जुलानी का नेतृत्व: HTS के प्रमुख अल-जुलानी सीरिया के नए नेता बन सकते हैं।
बशर अल असद का सफरनामा
बशर अल असद का जन्म 11 सितंबर 1965 को दमिश्क में हुआ था। उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई की और 2000 में अपने पिता की मौत के बाद राष्ट्रपति बने। असद ने 24 साल तक सीरिया पर शासन किया, लेकिन उनके शासनकाल के दौरान सीरिया में संघर्ष और अस्थिरता बनी रही।
क्या कहते हैं विद्रोही समूह?
HTS के विद्रोही नेता अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने दमिश्क में सरकारी संस्थानों को क्षति न पहुंचाने का निर्देश दिया है। उन्होंने टेलीग्राम पर लिखा, “हम राज्य की सुविधाओं को संरक्षित रखेंगे और इसे सुचारू रूप से चलाने के लिए काम करेंगे।”
सीरिया में बदलाव की शुरुआत
सीरिया अब नए नेतृत्व और नए भविष्य की ओर बढ़ रहा है। विद्रोहियों के कब्जे के बाद सीरिया में शासन का स्वरूप बदल सकता है। विद्रोही नेता अबू मोहम्मद अल-जुलानी और प्रधानमंत्री गाजी अल-जलाली के बीच सहयोग संभव है।
सीरिया में 24 साल लंबे शासन का अंत हो चुका है। दमिश्क पर विद्रोहियों का कब्जा और बशर अल असद का भागना एक नया अध्याय शुरू करता है। अब देखना होगा कि सीरिया किस तरह खुद को पुनः स्थापित करता है और देश में शांति बहाल होती है
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