सीएमएस ने कहा वोल्टेज में फ्लैक्चुएशन के कारण आईसी में खराबी आने के कारण मशीन बंद हुई। शीघ्र सेवा शुरू करा दी जाएगी
बहराइच। यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने 25 जून को बहराइच मेडिकल कॉलेज में जिस सीटी स्कैन रूम का वर्चुअल उद्घाटन किया था, जिससे मरीज को फ्री में सीटी स्कैन की सुविधा मिल रही थी,लेकिन उद्घाटन के तीसरे दिन ही सीटी स्कैन में खराबी आ गई, जिसके चलते कमरे में ताला लगा दिया गया। मजबूरी में मरीज जांच के लिए प्राइवेट लैब की ओर रुख कर रहे हैं।
महाराजा सुहेलदेव स्वायत्तशासी चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध महर्षि बालार्क जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा नहीं थी। जिसके चलते जिले के मरीज श्रावस्ती जनपद में सीटी स्कैन के लिए जाते थे। मरीज 50 रूपये की फीस अदा कर सीटी स्कैन की जांच करवाते थे। जिले के लोगों की समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी, सांसद और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय खत्री ने शासन को पत्र लिखकर सीटी स्कैन मशीन स्थापित करवाने के लिए पत्र लिखा।
काफी प्रयास के बाद मेडिकल कॉलेज को सीटी स्कैन भेजी गई। जिसका प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने 25 जून को लखनऊ से वर्चुअल लोकार्पण किया था। इससे जिले के लोगों को काफी खुशी हुई। सभी गंभीर रोगों की जांच जिले में करा लेते थे। लेकिन सीटी स्कैन मशीन ने उद्घाटन के तीन दिन बाद ही धोखा दे दिया।
जिसके चलते सीटी स्कैन कमरे में मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से ताला लगा दिया गया। जांच के लिए पहुंचने वाले मरीज बैरंग वापस लौट रहे हैं, या गंभीर रोगी बाहर सीटी स्कैन जांच करवाने को विवश हैं। सोमवार को सीटी स्कैन जांच के लिए आए मरीजों का कहना है कि सिर्फ उद्घाटन करवा कर रिकॉर्ड दर्ज किया जा रहा है सुविधा मरीजों को नहीं मिल रही है, कुछ यही दशा अन्य मशीनों की भी है।
मरीजों को मिलने लगी तारीख
मेडिकल कॉलेज के रेडियोलॉजिस्ट विभाग में जिस तरह अल्ट्रासाउंड जांच के लिए मरीजों को तारीख मिल रही है। इसी तरह सीटी स्कैन विभाग में भी हो गया है तकनीकी खामी के चलते संचालन न होने से कर्मचारियों द्वारा जांच के लिए आने वाले मरीजों को तारीख दी जाने लगी है। मालूम हो कि अल्ट्रासाउंड जांच करवाने के लिए मरीजों को एक से दो महीने का इंतजार करना पड़ रहा है।
इस संबंध में महर्षि बालार्क जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एमएमएम त्रिपाठी बताते हैं कि सीटी स्कैन संचालन में वोल्टेज की समस्या के चलते आईसी में खराबी आ गई है। जिसके चलते मरीजों को समय दिया जा रहा है इंजीनियरों की टीम आ रही है। व्यवस्थाएं सही होने के बाद पुनः संचालन शुरू कर दिया जाएगा।