उद्धव ठाकरे ने ‘जय शिवाजी-जय भवानी’ नारा देकर BJP पर साधा निशाना

महाराष्ट्र की राजनीति में नारों की जंग तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ‘जय श्री राम’ नारे के जवाब में अब उद्धव ठाकरे ने अपने समर्थकों से ‘जय शिवाजी-जय भवानी’ का नारा बुलंद करने की अपील की है। शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने BJP पर समाज में जहर घोलने का आरोप लगाया और अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे ‘जय शिवाजी’ और ‘जय भवानी’ का नारा लगाकर भगवा राजनीति को नई दिशा दें।
BJP के ‘जय श्री राम’ के जवाब में ‘जय शिवाजी-जय भवानी’
शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को एक सभा को संबोधित करते हुए कहा,
“अगर कोई ‘जय श्री राम’ कहता है, तो उसे ‘जय शिवाजी’ और ‘जय भवानी’ कहे बिना जाने न दें। BJP ने हमारे समाज में जहर घोल दिया है और अब हमें इसके खिलाफ लड़ना होगा।”
यह बयान महाराष्ट्र में BJP और शिवसेना (UBT) के बीच चल रही राजनीतिक खींचतान को और बढ़ा सकता है।
भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर भी BJP पर हमला
उद्धव ठाकरे ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का मुद्दा उठाते हुए BJP पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो नेता पहले पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच का विरोध करते थे, वे अब भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होने पर चुप हैं। उन्होंने इसे BJP की दोहरी राजनीति बताया।
देवेंद्र फडणवीस पर भी साधा निशाना
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में उद्धव ठाकरे का नाम लेते हुए कहा था,
“मैं उद्धव ठाकरे नहीं हूं, जो परियोजनाओं को रोके रखूं।”
इसके जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर फडणवीस को खुद को उनसे बेहतर साबित करना है, तो उन्हें किसानों के लिए कर्ज माफी और जनता के हित में योजनाओं की घोषणा करनी चाहिए।
‘जय शिवाजी-जय भवानी’ नारे से क्या बदलेगा महाराष्ट्र की राजनीति?
BJP के ‘जय श्री राम’ नारे के जवाब में उद्धव ठाकरे द्वारा ‘जय शिवाजी-जय भवानी’ नारा देने से महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है। यह नारा छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत से जुड़ा हुआ है और महाराष्ट्र की जनता में इसका गहरा प्रभाव है।
विशेषज्ञों का मानना है कि उद्धव ठाकरे इस नारे के जरिए मराठा समुदाय के वोटों को साधने की कोशिश कर रहे हैं, जो महाराष्ट्र की राजनीति में बेहद अहम भूमिका निभाते हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा में पेश होगा बजट
इस बीच महाराष्ट्र विधानसभा में आज बजट पेश होने वाला है। उद्धव ठाकरे ने मांग की है कि बजट में शिव भोजन योजना और लड़कियों के लिए विशेष योजनाओं पर अधिक फंड दिया जाना चाहिए।
उद्धव ठाकरे के ‘जय शिवाजी-जय भवानी’ नारे से महाराष्ट्र की राजनीति में नया समीकरण बन सकता है। BJP और शिवसेना (UBT) के बीच यह नारेबाजी सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि जनता के वोटों पर भी असर डाल सकती है। देखना होगा कि आने वाले समय में यह नारा महाराष्ट्र में कितना प्रभाव डालता है।
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