‘संवाद श्रृंखला-3’ का हुआ आयोजन: यूपी 112 की जनोपयोगी सेवाओं से व्यापार मंडल को किया गया अवगत
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नागरिकों को यूपी 112 की आपातकालीन सेवाओं से जागरूक करने के उद्देश्य से ‘संवाद श्रृंखला-3’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन में व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, आरडब्ल्यूए, और सुरक्षा एजेंसियों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के माध्यम से एडीजी यूपी 112, नीरा रावत ने नागरिकों को यूपी 112 की सेवाओं का महत्व बताया और समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
यूपी 112: नागरिकों के लिए एकमात्र मदद का नंबर
‘संवाद श्रृंखला-3’ के इस आयोजन में व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों को यूपी 112 की विविध सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। एडीजी 112, नीरा रावत ने यह बताया कि यूपी 112 केवल पुलिस सहायता का नंबर नहीं है, बल्कि यह आग लगने, दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा, और ट्रेन आपात स्थिति में भी सहायता प्रदान करता है। यह प्लेटफॉर्म फायर सर्विस, एम्बुलेंस, एसडीआरएफ, जीआरपी सहित कई सरकारी एजेंसियों से जुड़ा हुआ है, जिससे नागरिकों को त्वरित सहायता मिलती है।
यूपी 112 की सेवाओं से व्यापार मंडल को कैसे मिलेगा लाभ?
इस आयोजन में व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों को लिंक योजना के बारे में बताया गया, जो बड़े औद्योगिक संस्थानों और कंपनियों को आपातकालीन सहायता प्राप्त करने का एक आसान तरीका प्रदान करता है। लिंक योजना के तहत, व्यापारिक प्रतिष्ठान यूपी 112 से जुड़कर किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इस पहल से व्यापारिक क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
सजग नागरिक, सुरक्षित प्रदेश
कार्यक्रम का उद्घाटन अपर पुलिस अधीक्षक मोहिनी पाठक द्वारा किया गया, जिन्होंने ‘एक पहल’ अभियान के उद्देश्य को स्पष्ट किया और नागरिकों को सजग बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को यूपी 112 की सेवाओं से परिचित कराना और उन्हें जागरूक करना है। उन्होंने यह भी बताया कि व्यापारिक प्रतिष्ठानों को यह समझाना जरूरी है कि वे सार्वजनिक स्थानों पर किसी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु को नजरअंदाज न करें और तत्काल यूपी 112 को सूचित करें।
सजग नागरिक, सुरक्षित प्रदेश
कार्यक्रम का शुभारम्भ अपर पुलिस अधीक्षक मोहिनी पाठक द्वारा ‘एक पहल’ के उद्देश्य को बताते हुए विभिन्न संगठनों व एसोसिएशन से आये हुए लगभग 400 पदाधिकारियों का स्वागत किया। 112 की सेवाओं से जागरूक करते हुए प्रदेश के विभिन्न संगठनों तक यह बात पहुंचाते हुए सजग नागरिक बनने के लिए प्रेरित भी किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों को 112 की सेवाओं से जागरूक करते हुए सजग शहरी बनाना है। इस मौके पर व्यापारियों को बताया गया कि भीड़भाड़ वाले स्थानों, बाजार, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर कहीं भी कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु दिखे तो उसे अनदेखा न करें, इसकी जानकारी तत्काल यूपी 112 को दें। आप का एक छोटा सा प्रयास किसी बड़ी घटना को रोकने में सहायक होगा। यूपी 112 ऐसे जागरूक नागरिकों को समय समय पर सम्मानित भी करता है।
सजग नागरिकों के लिए यूपी 112: एक नया रास्ता
यूपी 112 की सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद, व्यापार मंडल के सदस्य यह समझ पाए कि उनके एक छोटे से प्रयास से बड़ी घटनाओं को रोका जा सकता है। यूपी 112 का कार्य केवल आपातकालीन कॉल को संभालना नहीं, बल्कि नागरिकों को सक्रिय रूप से सुरक्षित रखने के लिए भी मदद करना है। यूपी 112 के साथ जुड़ने से, नागरिक खुद को और दूसरों को सुरक्षित रख सकते हैं।
यूपी 112: गोपनीयता की सुरक्षा और विश्वास
एडीजी नीरा रावत ने इस बात की भी पुष्टि की कि यूपी 112 पर कॉल करने वाले नागरिकों की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाती है। उनका नाम, पता, फोन नंबर आदि किसी भी परिस्थिति में सार्वजनिक नहीं किया जाता। यह नागरिकों को विश्वास देता है कि वे बिना किसी डर के यूपी 112 पर कॉल कर सकते हैं, और दूसरों की मदद कर सकते हैं।
यूपी 112 की सेवाओं का बढ़ा दायरा: अब मिलेगा फायर, एम्बुलेंस और अन्य सेवाओं का एकीकरण
यूपी 112 के तहत एक नया बदलाव यह है कि अब विभिन्न आपातकालीन सेवाएं जैसे फायर, एम्बुलेंस, एसडीआरएफ, जीआरपी सहित अन्य सरकारी एजेंसियों को एकीकृत कर दिया गया है। इससे नागरिकों को आपात स्थिति में मदद के लिए अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे। यह सेवाएं नागरिकों के लिए 24×7 उपलब्ध हैं, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में उन्हें तत्काल सहायता मिल सके।
‘एक पहल’ अभियान: नागरिकों को जागरूक करने की दिशा में एक कदम
‘एक पहल’ अभियान का शुभारंभ पुलिस महानिदेशक द्वारा किया गया था। इस अभियान का उद्देश्य हर जिले में नागरिकों को यूपी 112 की सेवाओं के बारे में अवगत कराना है। अब तक इस अभियान के तहत प्रदेश भर के नागरिकों को यूपी 112 के महत्व और उसकी सेवाओं के बारे में जानकारी दी जा चुकी है। इस अभियान का उद्देश्य यह है कि अधिक से अधिक नागरिक यूपी 112 के माध्यम से आपातकालीन स्थितियों में सहायता प्राप्त करें।
व्यापारियों के लिए जरूरी सुरक्षा उपाय
कार्यक्रम के दौरान व्यापारियों को यह जानकारी दी गई कि वे अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठा सकते हैं। सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए व्यापारियों को सजग रहने की आवश्यकता है। अगर उन्हें कहीं संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति दिखे, तो तुरंत यूपी 112 को सूचित करें।
सभी को एकजुट होकर यूपी 112 की मदद से एक सुरक्षित प्रदेश बनाना है
इस कार्यक्रम में लगभग 400 पदाधिकारियों ने भाग लिया, जिसमें व्यापार मण्डल लखनऊ के अध्यक्ष अमर नाथ मिश्रा, वरिष्ठ महामंत्री पवन मलोचा, और व्यापार मण्डल के अन्य सदस्य शामिल थे। कार्यक्रम में पुलिस उपमहानिरीक्षक शहाब रशीद खां, पुलिस अधीक्षक निधि सोनकर और अन्य पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस आयोजन में सभी ने मिलकर यूपी 112 की सेवाओं को और ज्यादा प्रभावी बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया।
यूपी 112 की सेवाओं से जुड़े जागरूक नागरिक बनाएं सुरक्षित समाज
‘संवाद श्रृंखला-3’ का आयोजन इस बात को साबित करता है कि जब नागरिक सजग होते हैं और अपनी जिम्मेदारी समझते हैं, तो समाज में सुरक्षा का माहौल बना रहता है। यूपी 112 ने नागरिकों के लिए एक प्लेटफॉर्म तैयार किया है, जहां वे किसी भी आपातकालीन स्थिति में मदद प्राप्त कर सकते हैं। इस पहल से प्रदेश में सुरक्षा की भावना बढ़ेगी और हर नागरिक इस अभियान का हिस्सा बनेगा।
अपर पुलिस महानिदेशक यूपी 112 नीरा रावत ने बताया कि सहायता के लिए कॉल करने वाले नागरिक का नाम, पता, फोन नंबर सहित सभी जानकारी गुप्त रखी जाती है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि अपने साथ साथ दूसरों की मदद के लिए भी बेझिझक आगे आएं और यूपी 112 पर कॉल मिलाएं। गौरतलब है कि ‘एक पहल’ अभियान का शुभारंभ पुलिस महानिदेशक द्वारा किया गया है। जिसके अंतर्गत प्रत्येक जनपद में नागरिकों को यूपी 112 की विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया जा रहा है।
संवाद श्रृंखला के इस कार्यक्रम में व्यापार मण्डल लखनऊ के अध्यक्ष अमर नाथ मिश्रा, वरिष्ठ महामंत्री पवन मलोचा, व्यापार मण्डल के चेयरमैन राजेन्द्र अग्रवाल एवं स्वयंसेवी संस्था, आरडब्ल्यूए, सुरक्षा एजेंसीज आदि के लगभग 400 पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर पुलिस उपमहानिरीक्षक शहाब रशीद खां, उपमहानिरीक्षक पुलिस दूरसंचार सत्य प्रकाश सिंह, पुलिस अधीक्षक निधि सोनकर, अपर पुलिस अधीक्षक अरविन्द कुमार पाण्डेय व अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश पुरी उपस्थित रहें।
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