UP में प्रत्येक मतदाता को मतदान करने के बाद हो गर्व की अनुभूति।

लोकतंत्र के महापर्व में मतदाताओं का उत्साह के साथ हो भागीदारी।

मतदान केन्द्रों पर मूलभूत सुविधाएं की जायें सुनिश्चित।

सभी महत्वपूर्ण गैर राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के साथ बैठक कर उनका लिया जाये सक्रिय सहयोग।

Uttar Pradesh लखनऊ। लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 में भारत निर्वाचन आयोग के संकल्प को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश में मतदान को एक उत्सव के रूप में मनाने की दिशा में अहम कदम उठाए गए हैं। प्रदेश में मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता कार्यक्रम के अन्तर्गत मतदाता जागरूकता संबंधी गतिविधियों को और गति प्रदान किये जाने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने मंगलवार को अपने कार्यालय स्थित सभाकक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पांचवें एवं छठवें चरण के जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों, स्वीप के नोडल अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ मतदान प्रतिशत बढ़ाये जाने के लिए किये जा रहे प्रयासों एवं रणनीतियों के संबंध में चर्चा की।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इस दौरान मतदाता जागरूकता संबंधी आयोजित किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों में और गति लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व में प्रत्येक मतदाता का उत्साह के साथ भागीदारी हो, यह सुनिश्चित किया जाय। मतदाता के पास मतदाता पर्ची न होने पर भी मतदाता सूची में उसका नाम देखते हुए मतदान कराया जाए। निर्वाचन क्षेत्रों में स्वीप गतिविधियों के लिए जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन किया जाय। उन्होंने प्रत्येक मतदान केन्द्र पर वोटर असिस्टेंस बूथ बनाने और इस पर बी0एल0ओ0 की उपस्थिति तथा मतदाता सूची की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को कहा। वोटर असिस्टेंस बूथ की पहचान के लिए संकेतक भी लगाये जाएं। मतदाता पर्ची का शत-प्रतिशत वितरण सुनिश्चित कराया जाए और प्रमाण स्वरूप मतदाता पर्ची प्राप्तकर्ता का नाम व मोबाइल नम्बर भी लें। मतदान हेतु परिवार को ले जाने के लिए किसी व्यक्ति द्वारा अपने वाहन का प्रयोग करने पर उसे बूथ पर निर्धारित स्थान तक जाने से न रोका जाए। प्रत्येक मतदान केन्द्र के प्रवेश द्वार पर ही पोलिंग बूथ की जानकारी, शीतल पेयजल की सुविधा, शौचालय आदि के लिए संकेतक बनाये जाएं। किसी भी पोलिंग एजेंट को पुलिस द्वारा मतदान केन्द्र के बाहर नहीं किया जायेगा, गड़बड़ी की शिकायत पर संबंधित आर0ओ0/डी0ई0ओ0/ए0आर0ओ0/सेक्टर मजिस्ट्रेट के संज्ञान में लाकर कार्यवाही की जायेगी।

उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्रों पर जहां तक मतदाताओं की कतार हो, वहां तक छाया की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मतदान प्रभावित न हो इसके लिए मतदान केन्दों पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति रहे। उन्होंने कहा कि मतदाताओं के साथ विनम्र व्यवहार करते हुए मतदान करने में उनकी सहायता की जाए। मतदाताओं को मतदान करने के लिए इधर-उधर भटकना न पडे़, इसके लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र पर मतदेय स्थल (पोलिंग बूथ) की जानकारी के लिए साइनेज के साथ आवश्यक व्यवस्थायें की जाएं। मतदाताओं को गर्मी से बचाने के लिए सुबह के समय अधिक से अधिक मतदान कराने के प्रयास किये जाएं। मतदाताओं एवं मतदान कार्मिंकों को लू से बचाने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जाए। प्रत्येक मतदेय स्थल पर पैरामेडिक्स व आशा कार्यकर्ताओं के साथ पर्याप्त ओआरएस एवं मेडिकल किट उपलब्ध करायी जाय, आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा को सक्रिय रखें। मतदान स्थलों के अतिरिक्त कमरों का यथासम्भव मतदाता वेटिंग के लिए उपयोग किया जा सकता है। स्थानीय केबिल टी0वी0 चैनलों के माध्यमों से मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक किया जाये।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रदेश के शेष चरणों में भी लोकतंत्र के महापर्व को उत्सव के रुप में मनाया जाये, जिससे प्रत्येक मतदाता को मतदान करने के बाद गर्व की अनुभूति हो। इसके लिए प्रत्येक जनपद में विभिन्न गैर राजनीतिक और सामाजिक संगठनों जैसे व्यापारी, चिकित्सक, वकील, कैमिस्ट एसोसिऐशन, औद्योगिक संगठनों, आर0डब्लू0ए0, रोटरी क्लब, लायन्स क्लब, एन0वाई0के0 आदि के साथ बैठकें की जाएं और मतदाता जागरूकता रैली निकालने व गैर-राजनैतिक संदेश प्रसारित करने में उनका सक्रिय सहयोग लिया जाए।

उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रशासनिक विभागों के साथ समन्वय करके और ’बुलावा टोली’ के माध्यम से मतदाताओं से संपर्क कर मतदान के लिए उन्हें घर से निकलने के लिए प्रेरित किया जाय। इस टोली में आशा, आँगनबाड़ी कार्यकर्ता, ए0एन0एम0, रोजगार सेवक, शिक्षा मित्र जैसे कर्मचारियों को भी शामिल किया जाए और कम प्रतिशत वाले मतदान क्षेत्रों में जाकर मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करें। इसके अलावा जनपदों के औद्योगिक क्षेत्रों और व्यापारिक संगठनों के साथ समन्वय करके वहां कार्यरत कार्मिक व श्रमिक मतदाताओं की मतदान में सहभागिता करायी जाए। मतदाता जागरूकता रैली व कूड़ा संग्रह वाहनों में मतदाता जागरूकता संदेशों का प्रसारण किया जाए। मतदान के दिन पुलिस और सुरक्षा कर्मियों को मतदाताओं के साथ विनम्र और सहयोगपूर्ण व्यवहार के लिए प्रशिक्षित किया जाए।

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