उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इसके तहत, अगर किसी व्यक्ति की गाड़ी का बार-बार चालान कटता है तो उसका ड्राइविंग लाइसेंस (DL) कैंसिल किया जा सकता है। इस आदेश के बाद राज्य में सड़क सुरक्षा के दिशा-निर्देशों को कड़ा किया गया है, जिससे सड़क हादसों में कमी लाने की कोशिश की जाएगी। इस फैसले के बारे में अधिक जानकारी के लिए पढ़ें पूरा आर्टिकल।

सड़क सुरक्षा के उपायों को कड़ा करने के लिए सीएम योगी ने दिए निर्देश
सड़क सुरक्षा पर सीएम योगी की बैठक में अधिकारियों को कई निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने साफ कहा कि यदि किसी व्यक्ति की गाड़ी का बार-बार चालान कटता है तो संबंधित व्यक्ति का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किया जा सकता है। यह निर्णय उत्तर प्रदेश में सड़कों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए लिया गया है।
सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में सीएम योगी के महत्वपूर्ण निर्देश
सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में सीएम योगी ने अधिकारियों से सड़क सुरक्षा से संबंधित कई अहम फैसले किए। इसके अलावा उन्होंने सड़क सुरक्षा माह को प्रदेश के सभी 75 जिलों में सफलतापूर्वक आयोजित करने के निर्देश भी दिए। इसके अंतर्गत जिलेवार यातायात सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा होगी और जहां अधिक दुर्घटनाएं हो रही हैं, वहां विशेष ध्यान दिया जाएगा।
प्रयागराज महाकुंभ में ट्रैफिक व्यवस्था की तैयारी
सीएम योगी ने प्रयागराज महाकुंभ के दौरान यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए भी निर्देश दिए हैं। महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु आते हैं, ऐसे में सड़क पर अत्यधिक भीड़ रहती है। इस स्थिति से निपटने के लिए पीआरडी व होमगार्ड की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई गई है।
सड़क हादसों की बढ़ती संख्या और उनके कारण
उत्तर प्रदेश में हर साल सड़क हादसों में 23,000 से 30,000 तक मौतें हो रही हैं, जो देश और राज्य के लिए एक बड़ी क्षति है। इन हादसों के प्रमुख कारणों में तेज रफ्तार, सीट बेल्ट का न लगाना, हेलमेट का उपयोग न करना और नाबालिगों का वाहन चलाना शामिल हैं। इसके अलावा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की कमी भी एक बड़ा कारण है।
सड़क सुरक्षा की जागरूकता अभियान: मुख्यमंत्री के निर्देश
सीएम योगी ने सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए होर्डिंग्स लगाने का निर्देश दिया। इन होर्डिंग्स पर सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में बताया जाएगा और लोगों को यातायात सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा।
जिलों में सड़क सुरक्षा के कार्यक्रम

मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि हर जिले में सड़क सुरक्षा से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। ये कार्यक्रम स्कूलों, कॉलेजों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर किए जाएंगे। इसके तहत, 6 से 10 जनवरी तक सभी स्कूलों और कॉलेजों में सड़क सुरक्षा के विषय में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
सड़क सुरक्षा की मानकों का पालन
सीएम योगी ने सड़क पर यातायात के मानकों के पालन को और कड़ा करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि हर वाहन के चालक को हेलमेट पहनने और सीट बेल्ट लगाने के नियमों का पालन करना चाहिए। इसके साथ ही, ओवरलोडिंग पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वाहन चालकों को कड़ी चेतावनी
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई वाहन चालक बार-बार सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करेगा तो उसकी गाड़ी के चालान के साथ-साथ उसका लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा। इसके लिए एक ठोस कार्य योजना बनाई जाएगी, जिससे सड़क सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
सीएम योगी के निर्देशों का उद्देश्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम सड़क सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार की गंभीरता को दर्शाता है। उनका कहना है कि सड़क हादसों को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से दुर्घटनाओं की संख्या में काफी कमी आएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना हर नागरिक का कर्तव्य है और यह सुनिश्चित करना सरकार का कार्य है।
नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने पर सख्ती
सीएम योगी ने कहा कि नाबालिगों को वाहन चलाने से रोकने के लिए विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों और उनके माता-पिता को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में बताया जाएगा। इसके अलावा, ई-रिक्शा के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को सुचारू रूप से लागू किया जाएगा।
सड़क सुरक्षा के दिशा-निर्देशों का पालन कैसे किया जाएगा?
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों से कहा कि हर जिले में सड़क सुरक्षा के कार्यों की प्रगति की निगरानी की जाए। इसके साथ ही, हर तीन महीने में इन कार्यों की समीक्षा की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सड़क सुरक्षा के नियम सही तरीके से लागू हो रहे हैं।
सड़क सुरक्षा अभियान के तहत उठाए गए कदम
- बार-बार चालान कटने पर ड्राइविंग लाइसेंस का रद्द होना
- नाबालिगों को वाहन चलाने से रोकना
- ओवरलोडिंग पर कड़ी कार्रवाई
- सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए होर्डिंग्स और प्रचार अभियान
- सड़क सुरक्षा माह को सभी जिलों में आयोजित करना
- पीआरडी व होमगार्डों की संख्या बढ़ाना
सड़क हादसों में कमी की उम्मीद
सीएम योगी के इन कड़े निर्देशों से सड़क सुरक्षा की स्थिति में सुधार की उम्मीद है। अगर ये नियम प्रभावी रूप से लागू होते हैं तो सड़क हादसों की संख्या में काफी कमी आएगी और सड़क पर यातायात अधिक सुरक्षित होगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़क सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए हैं। बार-बार चालान कटने पर ड्राइविंग लाइसेंस कैंसिल करने का फैसला एक बड़ा कदम है जो सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों से राज्य में सड़क सुरक्षा की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। यह अभियान प्रदेश भर में जागरूकता फैलाने में मदद करेगा और सड़क पर दुर्घटनाओं की संख्या को कम करेगा।
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