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Toggleउत्तर प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग तेज, सीतापुर के पत्रकार की हत्या पर पत्रकारों का आक्रोश

सीतापुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की हत्या ने पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर एक गंभीर बहस छेड़ दी है। पत्रकार संगठनों ने सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून उत्तर प्रदेश में जल्द लागू करने की मांग की है।
पत्रकार की दिनदहाड़े हत्या, कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
सीतापुर के महोली तहसील में कार्यरत दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की 8 मार्च 2025 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस जघन्य अपराध से पत्रकार जगत में रोष है और सरकार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
पत्रकार संगठनों ने की कड़ी निंदा, सरकार से मांगें रखी गईं
उत्तर प्रदेश जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन ने इस हत्या की कड़ी निंदा करते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून उत्तर प्रदेश में शीघ्र लागू करने की मांग की है। पत्रकारों ने डीएम बहराइच को ज्ञापन सौंपकर निम्नलिखित मांगें रखीं—
1. पत्रकार सुरक्षा कानून उत्तर प्रदेश में तुरंत लागू किया जाए
पत्रकारों का कहना है कि राज्य में पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमलों को रोकने के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून बेहद जरूरी है। यह कानून लागू होने से पत्रकारों को कानूनी सुरक्षा मिल सकेगी और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई हो सकेगी।
2. हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए
पत्रकार संगठनों ने मांग की है कि राघवेंद्र बाजपेई के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए और दोषियों को फांसी की सजा दी जाए।
3. मृतक पत्रकार के परिवार को सरकारी सहायता दी जाए
पत्रकार संगठनों ने मांग की है कि—
- मृतक पत्रकार की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए।
- परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
4. उत्तर प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा आयोग का गठन हो
पत्रकारों ने मांग की है कि राज्य में पत्रकार सुरक्षा आयोग का गठन किया जाए, जो पत्रकारों पर हो रहे हमलों की निगरानी करे और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे।
पत्रकारों की सुरक्षा और अभिव्यक्ति की आजादी बनी मुद्दा
पत्रकारों का कहना है कि अगर उत्तर प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून नहीं लागू किया गया, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को सुरक्षित रखना सरकार की जिम्मेदारी है और इसके लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
पत्रकारों का विरोध प्रदर्शन और सरकार से अपील
इस घटना के विरोध में बहराइच में पत्रकारों ने डीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कई वरिष्ठ पत्रकार मौजूद रहे, जिनमें शादाब हुसैन (मंडल अध्यक्ष), सैयद अकरम सईद (मंडल उपाध्यक्ष), आनंद प्रकाश गुप्ता (जिला अध्यक्ष, बहराइच), महेंद्र कुमार मिश्रा (जिला उपाध्यक्ष), आफताब वारसी (जिला उपाध्यक्ष) सहित कई अन्य पत्रकार शामिल थे।
सीतापुर में हुई इस घटना ने पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। उत्तर प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग अब और जोर पकड़ रही है। सरकार को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और वे बिना किसी डर के अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें।