World Contraception Day 2024: गर्भनिरोधकों से जुड़ी भ्रांतियों का सच

World Contraception Day 2024

World Contraction सेक्स एजुकेशन की कमी के कारण भारत में प्रजनन स्वास्थ्य के विषय में जागरूकता की कमी है। इस कमी का नतीजा यह है कि गर्भनिरोधक विधियों के बारे में कई गलत धारणाएँ फैली हुई हैं, विशेषकर महिलाओं में। फोर्टिस हीरानंदानी अस्पताल की कंसलटेंट गाइनैकॉलजिस्ट, डॉ. नेहा बतरा का कहना है कि ये भ्रांतियाँ लोगों को गर्भनिरोधक उपायों का उपयोग करने से रोकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप अनचाहे गर्भ और महिलाओं के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

World Contraception
World Contraception Day 2024: गर्भनिरोधकों से जुड़ी भ्रांतियों का सच

गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग क्यों करें?

गर्भनिरोधक गोलियों का एक मुख्य लाभ यह है कि ये अत्यधिक प्रभावी होती हैं। इन्हें सही तरीके से उपयोग करने पर ये बेहद फायदेमंद साबित हो सकती हैं। महिलाओं को इन गोलियों को नियमित रूप से लेना चाहिए, क्योंकि अगर कोई खुराक मिस हो जाती है, तो इसका प्रभाव कम हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करते समय सावधानी बरतना आवश्यक है, ताकि इनके लाभ पूरी तरह से मिल सकें।

गर्भनिरोधक गोलियों से जुड़े भ्रम

  1. सभी गर्भनिरोधक गोलियां वजन बढ़ाने का कारण बनती हैं: पहले की गर्भनिरोधक गोलियों में वजन बढ़ने का खतरा था, लेकिन अब नई फार्मूला वाली गोलियों में यह समस्या नहीं है। वास्तव में, कुछ गोलियां, जैसे कि जो पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) वाले मरीजों के लिए बनाई गई हैं, वजन घटाने में मदद कर सकती हैं।
  2. गर्भनिरोधक गोलियां मुंहासे और असामान्य बालों के बढ़ने का कारण बनती हैं: नए गर्भनिरोधक गोलियों में प्रोजेस्टेरोन को विभिन्न मात्राओं में शामिल किया जाता है, जिससे शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा कम होती है। इससे पीसीओएस के मरीजों में मुंहासों की समस्या कम हो सकती है।
  3. साइकिल के दौरान एक या दो गोली मिस करना सही है: साइकिल के दौरान गोलियां लेना न केवल अनचाहे गर्भ का कारण बन सकता है, बल्कि मिड साइकिल में ब्लीडिंग का भी कारण हो सकता है। अगर कोई गोली मिस हो जाती है, तो डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
  4. गर्भनिरोधक गोलियां प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती हैं: यह बात सच नहीं है कि गर्भनिरोधक गोलियां प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती हैं। इनका मुख्य कार्य ओव्यूलेशन और गर्भधारण को रोकना होता है, न कि प्रजनन क्षमता को कम करना।

यह भी पढ़ें –

डेंगू और अन्य मच्छर जनित बीमारियों का बढ़ता खतरा


गर्भनिरोधक गोलियों से जुड़ी भ्रांतियों को समाप्त करने के लिए शिक्षा और जागरूकता का बढ़ावा देना आवश्यक है। सही जानकारी के माध्यम से महिलाएं अपने स्वास्थ्य को बेहतर तरीके से समझ सकती हैं और सुरक्षित प्रजनन स्वास्थ्य विकल्पों का चयन कर सकती हैं।

इस World Contraception Day पर, यह महत्वपूर्ण है कि हम गर्भनिरोधक विधियों के लाभों को समझें और भ्रांतियों को दूर करें। सही जानकारी के साथ, हम अनचाहे गर्भ को रोक सकते हैं और महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। अगर आपके पास गर्भनिरोधक गोलियों के बारे में कोई सवाल या चिंता है, तो हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।


यह भी पढ़ें –

‘कंट्रोल’ का पहला गाना ‘मेरा बॉयफ्रेंड’ जारी, अनन्या पांडे और यशराज मुखाटे का नया वायरल सॉन्ग