योगी सरकार श्री अन्न (ज्वार और बाजरा) उत्पादन को बढ़ावा देने और किसानों को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में ज्वार और बाजरा की खरीद को लेकर सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिससे किसानों को लाभ पहुंचा है। सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि कर किसानों को उचित दाम दिलाने के साथ ही खरीद प्रक्रिया को सुगम बनाया है।
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Toggleज्वार खरीद में 88.75% लक्ष्य हासिल
योगी सरकार के नेतृत्व में इस साल ज्वार खरीद में अब तक 88.75% लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। 20,000 मीट्रिक टन के लक्ष्य के सापेक्ष 28 नवंबर 2024 तक 17,749.25 मीट्रिक टन ज्वार की खरीद हो चुकी है। यह खरीद 3,503 किसानों से की गई है। इसके एवज में 52.13 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किसानों के खातों में भेजा गया है।
पिछले साल की तुलना में हुई रिकॉर्ड वृद्धि
वर्ष 2023-24 की तुलना में इस साल ज्वार खरीद में बेतहाशा वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष इस अवधि तक 5,904.55 मीट्रिक टन ज्वार खरीदा गया था, जबकि इस वर्ष यह आंकड़ा 11,844.7 मीट्रिक टन अधिक है।
ज्वार खरीद वाले जिलों में सक्रियता
ज्वार खरीद मुख्यतः बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, कानपुर नगर-देहात, फतेहपुर, उन्नाव, हरदोई, मीरजापुर और जालौन में हो रही है। इन जिलों में सरकार ने खरीद केंद्र स्थापित किए हैं, जहां किसानों को सीधा भुगतान किया जा रहा है।
बाजरा किसानों को मिला 103.90 करोड़ रुपये का भुगतान
योगी सरकार के प्रयासों का असर बाजरा किसानों पर भी स्पष्ट रूप से दिख रहा है। अब तक 8,031 किसानों से 42,732.65 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की जा चुकी है। इस एवज में सरकार ने 103.90 करोड़ रुपये का भुगतान सीधे किसानों के खातों में किया है।
248 क्रय केंद्रों पर चल रही खरीद प्रक्रिया
प्रदेशभर में बाजरा खरीद के लिए 248 केंद्र बनाए गए हैं। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि खरीद प्रक्रिया सरल हो और किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
बाजरा खरीद वाले जिले
बाजरा की खरीद बदायूं, बुलंदशहर, बरेली, शाहजहांपुर, रामपुर, संभल, अमरोहा, अलीगढ़, कासगंज, एटा, हाथरस, आगरा, मथुरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, हरदोई, उन्नाव, कानपुर नगर-देहात, इटावा, औरैया, कन्नौज, फर्रुखाबाद, गाजीपुर, बलिया, मीरजापुर, जालौन, चित्रकूट, प्रयागराज, कौशांबी, जौनपुर और फतेहपुर जिलों में हो रही है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी
सरकार ने ज्वार और बाजरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी कर किसानों को बड़ा लाभ दिया है।
- ज्वार (मालदांडी): ₹3,421 प्रति क्विंटल
- ज्वार (हाईब्रिड): ₹3,371 प्रति क्विंटल
- बाजरा: ₹2,625 प्रति क्विंटल
यह बढ़ा हुआ समर्थन मूल्य किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने में मददगार साबित हो रहा है।
सरकार की ‘श्री अन्न’ योजना का प्रभाव
योगी सरकार की ‘श्री अन्न’ योजना के तहत किसानों को बाजरा और ज्वार की खेती के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इस योजना के तहत न केवल किसानों को तकनीकी सहायता मिल रही है, बल्कि खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी और सुगम बनाया गया है।
श्री अन्न के स्वास्थ्य लाभ
ज्वार और बाजरा जैसे ‘श्री अन्न’ न केवल किसानों के लिए लाभकारी हैं, बल्कि इनका उपयोग स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत फायदेमंद है। यह अन्न उच्च पोषण मूल्य वाला है और मधुमेह, मोटापा और हृदय रोग जैसी बीमारियों से बचाव में सहायक है।
कृषि में तकनीकी नवाचार
सरकार ने श्री अन्न की खेती को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी नवाचारों को अपनाया है। किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम और उन्नत बीज वितरण जैसी पहलें इस दिशा में कारगर साबित हो रही हैं।
श्री अन्न को वैश्विक पहचान दिलाने का प्रयास
योगी सरकार श्री अन्न को वैश्विक बाजार में पहचान दिलाने के लिए भी प्रयासरत है। इन फसलों की गुणवत्ता सुधारने और निर्यात बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।
सरकार की खरीद नीति से किसानों को लाभ
योगी सरकार की खरीद नीति ने किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने का काम किया है। भुगतान प्रक्रिया को पारदर्शी बनाकर यह सुनिश्चित किया गया है कि किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य समय पर मिल सके।
ऑनलाइन पोर्टल से लाभ
ज्वार और बाजरा खरीद के लिए ऑनलाइन पोर्टल की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। इससे किसानों को अपनी फसल बेचने में आसानी हो रही है।
योगी सरकार के नेतृत्व में श्री अन्न की खेती और खरीद में अभूतपूर्व प्रगति हो रही है। न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि, खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता और किसानों को आर्थिक मदद जैसे कदम किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं। ‘श्री अन्न’ उत्पादन में सरकार के यह प्रयास प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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