महाकुंभ 2025 में सुरक्षा तकनीक: आधुनिक उपकरणों से आस्था की डुबकी सुरक्षित
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प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां जैसे SDRF, NDRF और जल पुलिस, आधुनिक उपकरणों से लैस हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके। आइए जानते हैं, महाकुंभ 2025 में सुरक्षा तकनीक और इसके तहत किए जा रहे प्रयासों के बारे में।
महाकुंभ 2025 में सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग
महाकुंभ 2025 में सुरक्षा तकनीक को और मजबूत करने के लिए अंडरवाटर ड्रोन और सोनार सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है। इन उपकरणों की मदद से संगम क्षेत्र के जल में किसी भी आपातकालीन स्थिति का तुरंत पता लगाया जा सकता है। SDRF और NDRF के प्रशिक्षित जवान इन तकनीकों का उपयोग करने में पूरी तरह सक्षम हैं।
अंडरवाटर ड्रोन और सोनार सिस्टम की भूमिका
- अंडरवाटर ड्रोन: संगम क्षेत्र के जल के भीतर निगरानी के लिए अंडरवाटर ड्रोन तैनात किए गए हैं। ये उपकरण जल में किसी भी संदिग्ध गतिविधि या आकस्मिक स्थिति का पता लगाने में मदद करते हैं।
- सोनार सिस्टम: जल की गहराई में मौजूद खतरे या वस्तुओं का पता लगाने के लिए सोनार सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है।
लाइफबॉय और स्पीड बोट से त्वरित सहायता
महाकुंभ 2025 में डूबने जैसी घटनाओं से बचाव के लिए बैटरी से संचालित लाइफबॉय और फाइबर रेनफोर्स्ड प्लास्टिक (FRP) स्पीड बोट का उपयोग किया जा रहा है। इन उपकरणों की मदद से किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान की जा सकती है।
SDRF और NDRF का योगदान
SDRF और NDRF के जवान महाकुंभ 2025 में सुरक्षा तकनीक के तहत लगातार संगम क्षेत्र और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की निगरानी कर रहे हैं। SDRF की बोट पर रिमोट कंट्रोल से संचालित लाइफबॉय का प्रदर्शन किया गया, जो डूबते हुए व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकाल सकता है।
महाकुंभ को इंसिडेंट-फ्री बनाने का लक्ष्य
SDRF के कमांडेंट सतीश कुमार ने बताया कि सरकार ने सुरक्षा बलों को पर्याप्त जनशक्ति और उपकरण उपलब्ध कराए हैं। उनका उद्देश्य महाकुंभ को 100% इंसिडेंट-फ्री बनाना है।
सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सहायता के प्रयास
महाकुंभ 2025 में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या करोड़ों में होने की उम्मीद है। इस विशाल आयोजन को सुरक्षित बनाने के लिए SDRF, NDRF और जल पुलिस की टीमें हर समय तत्पर हैं। इनका समन्वित प्रयास महाकुंभ को सफल और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
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