Shantanu Naidu को Tata Motors में मिली नई जिम्मेदारी
Shantanu Naidu को टाटा ग्रुप द्वारा एक नई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें अब टाटा मोटर्स (Tata Motors) में जनरल मैनेजर और हेड – स्ट्रैटेजिक इनिशिएटिव्स के रूप में नियुक्त किया गया है। यह कदम उनके कैरियर के एक नए अध्याय की शुरुआत है और उनकी कड़ी मेहनत और रतन टाटा से मिली प्रेरणा का परिणाम है।
रतन टाटा की वसीयत और Shantanu Naidu का नाम
दिवंगत रतन टाटा (Ratan Tata) के निधन के बाद जब उनकी वसीयत का खुलासा हुआ, तो उसमें Shantanu Naidu का नाम शामिल था। रतन टाटा ने अपनी वसीयत में Shantanu द्वारा लिया गया पर्सनल लोन माफ कर दिया था और साथ ही उनके स्टार्टअप ‘गुडफेलोज’ में अपनी हिस्सेदारी भी छोड़ दी थी। यह कदम रतन टाटा की दोस्ती और विश्वास को दर्शाता है, जो उन्होंने शांति के प्रति अपनी पूरी ज़िंदगी में जताया।
Shantanu Naidu का टाटा ग्रुप से जुड़ाव
Shantanu Naidu ने अपनी यात्रा की शुरुआत टाटा एलेक्सी से की थी, जहां वे एक ऑटोमोबाइल डिजाइन इंजीनियर के तौर पर कार्यरत थे। इसके बाद उन्होंने अपने करियर को और आगे बढ़ाया और 2017 में टाटा ट्रस्ट से जुड़ गए। अब उन्हें Tata Motors में एक अहम पद पर नियुक्त किया गया है।
रतन टाटा और Shantanu Naidu की गहरी दोस्ती
Shantanu Naidu और रतन टाटा की दोस्ती की कहानी बहुत खास है। दोनों की मुलाकात 2014 में हुई थी जब Shantanu ने एक अनूठा आइडिया पेश किया था, जिससे रतन टाटा काफी प्रभावित हुए थे। Shantanu ने बेसहारा कुत्तों के लिए रिफ्लेक्टिव कॉलर डिजाइन किए थे, जिससे उन्हें सड़क पर दुर्घटनाओं से बचाया जा सके। यह पहल रतन टाटा की पशु प्रेमी भावना से मेल खाती थी, और यहीं से दोनों की दोस्ती की शुरुआत हुई।
Shantanu Naidu की समाज सेवा और अन्य स्टार्टअप्स
Tata Motors में जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ Shantanu Naidu अपने समाज सेवा के कार्यों में भी सक्रिय हैं। वे ‘Goodfellows’ नामक स्टार्टअप के संस्थापक हैं, जो बुजुर्गों के लिए सपोर्ट प्रदान करता है। इस कंपनी की वैल्यू लगभग 5 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, उन्होंने ‘मोटोपॉज’ नामक संस्था भी बनाई है, जो बेसहारा कुत्तों की मदद करती है और वर्तमान में 17 शहरों में फैल चुकी है।
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