सीमावर्ती गांवों में निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन, 15 हजार ग्रामीण हुए लाभान्वित
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बहराइच के नेपाल सीमावर्ती क्षेत्रों में निशुल्क चिकित्सा शिविर का सफल आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के तत्वाधान में आयोजित गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा शिविर में करीब 15 हजार ग्रामीणों ने स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया।
मिहींपुरवा और बाबागंज में हुआ शिविर का आयोजन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक कौशल किशोर जी ने इस निशुल्क चिकित्सा शिविर का शुभारंभ किया। यह आयोजन मिहींपुरवा के 22 गांवों और बाबागंज के 16 गांवों में किया गया, जहां बड़ी संख्या में ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और मुफ्त दवाओं का वितरण हुआ।
स्वास्थ्य जांच और दवा वितरण
इस निशुल्क चिकित्सा शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने विभिन्न बीमारियों की जांच की और मरीजों को उचित परामर्श दिया। इसके अलावा, निःशुल्क दवाओं का वितरण भी किया गया ताकि ग्रामीणों को बेहतर उपचार मिल सके।
शिविर से लाभान्वित होने वाले प्रमुख गांव
इस शिविर का आयोजन मिहींपुरवा विकास खंड के 23 गांवों और बाबागंज के 16 गांवों में किया गया। लाभान्वित गांवों में कर्मोहन, बलाई गांव, पडरिया, सांगवा, कांजी बाग, जोगनिया, सलारपुर, फकीरपुरी, गौरा पिपरा, सुजौली, चितलहवा, अयोध्या गांव, मदारिया धर्मपुर आदि शामिल रहे।
स्वास्थ्य शिविर के प्रमुख सहयोगी संगठन
इस निशुल्क चिकित्सा शिविर के सफल आयोजन में कई संगठनों ने सहयोग दिया, जिनमें नेशनल मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन, गुरु गोरखनाथ सेवा न्यास, सेवा भारती, वनवासी कल्याण आश्रम, एकल अभियान और सीमा जागरण मंच प्रमुख रहे।
शिविर में मौजूद प्रमुख हस्तियां
शिविर के आयोजन को सफल बनाने में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक कौशल किशोर जी की अहम भूमिका रही। इसके अलावा, संघचालक बाबूलाल शर्मा, योगेंद्र मौर्य, गिरजापति त्रिपाठी, अनिल कुमार कुशवाहा, सरदार गुरमीत सिंह, सोमवर्धन पांडेय, सुरेश वर्मा, राजेश सिंह, संदीप सिंह और मनीष सिंह सहित कई स्वयंसेवक भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
ग्रामीणों के लिए महत्वपूर्ण पहल
ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को देखते हुए यह निशुल्क चिकित्सा शिविर बेहद महत्वपूर्ण रहा। इससे न केवल हजारों ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ मिला बल्कि उन्हें बीमारियों की रोकथाम और बेहतर देखभाल के लिए जरूरी परामर्श भी दिया गया।
गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा द्वारा आयोजित निशुल्क चिकित्सा शिविर सीमावर्ती ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हुआ। इस तरह के शिविरों से न केवल गरीब और वंचित वर्ग को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती हैं, बल्कि समाज में जागरूकता भी बढ़ती है। सरकार और अन्य संगठनों को इस तरह की पहल को आगे बढ़ाने पर जोर देना चाहिए, जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें।
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