दिल्ली विधानसभा विवाद: आतिशी और AAP विधायकों को प्रवेश से रोका

दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को जबरदस्त दिल्ली विधानसभा विवाद देखने को मिला, जब आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता और नेता प्रतिपक्ष आतिशी को विधानसभा में घुसने से रोक दिया गया। उनके साथ AAP के कई अन्य विधायक भी थे, जिन्हें निलंबन के चलते प्रवेश नहीं दिया गया। इस घटना के बाद आतिशी ने पुलिसकर्मियों से तीखी बहस की और आदेश की कॉपी दिखाने की मांग की।
आतिशी और पुलिसकर्मियों के बीच नोकझोंक
AAP विधायकों को प्रवेश क्यों नहीं दिया गया?
विधानसभा परिसर में प्रवेश से रोके जाने पर आतिशी ने पुलिसकर्मियों से सवाल किया कि उन्हें किस आदेश के तहत अंदर नहीं जाने दिया जा रहा। पुलिस ने जवाब दिया कि विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) के निर्देश के अनुसार AAP विधायकों को अंदर जाने से रोका गया है। इस पर आतिशी ने आदेश की लिखित कॉपी मांगी और सवाल उठाए कि बिना आधिकारिक आदेश के उन्हें प्रवेश से कैसे रोका जा सकता है।
आतिशी का BJP पर हमला
इस घटना के बाद दिल्ली विधानसभा विवाद को लेकर आतिशी ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा,
“BJP वालों ने सत्ता में आते ही तानाशाही की हदें पार कर दीं। ‘जय भीम’ के नारे लगाने पर तीन दिन के लिए AAP विधायकों को निलंबित कर दिया गया। अब हमें विधानसभा परिसर में घुसने भी नहीं दिया जा रहा।”
उन्होंने कहा कि दिल्ली के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि चुने हुए विधायकों को विधानसभा परिसर में घुसने से रोका गया है।
AAP के 21 विधायकों का निलंबन
कैसे हुआ AAP विधायकों का निलंबन?
दिल्ली विधानसभा विवाद तब शुरू हुआ जब आम आदमी पार्टी के 22 में से 21 विधायकों को सदन की कार्यवाही के दौरान नारेबाजी करने के कारण निलंबित कर दिया गया। ये विधायक LG (उपराज्यपाल) के भाषण के दौरान नारेबाजी कर रहे थे, जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें सदन से बाहर कर दिया। केवल अमानतुल्लाह खान इस कार्रवाई से बच पाए, क्योंकि वह उस समय सदन में मौजूद नहीं थे।
AAP विधायकों का आरोप
AAP विधायक संजीव झा ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें विधानसभा परिसर में प्रवेश की भी अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा,
“दिल्ली पुलिस ने हमें न केवल विधानसभा बल्कि पार्किंग क्षेत्र में भी जाने से रोक दिया है। पुलिस का कहना है कि उन्हें विधानसभा स्पीकर के कार्यालय से आदेश मिला है।”
उन्होंने सवाल उठाया कि जब पिछले 10 वर्षों से स्पीकर पद आम आदमी पार्टी के पास था, तब कभी भी इस तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया था।
पीएम मोदी और स्पीकर पर निशाना
इस पूरे दिल्ली विधानसभा विवाद पर आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विधानसभा स्पीकर पर भी निशाना साधा है। AAP ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताते हुए कहा कि चुने हुए विधायकों को सदन में अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जा रहा है।
क्या है आगे की रणनीति?
AAP ने इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन करने और कानूनी कदम उठाने का संकेत दिया है। पार्टी का कहना है कि वह लोकतांत्रिक प्रक्रिया की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी। इस बीच, विधानसभा अध्यक्ष और पुलिस प्रशासन की ओर से अभी तक इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
दिल्ली विधानसभा विवाद को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। विधानसभा में AAP विधायकों का प्रवेश रोकने की घटना ने दिल्ली की राजनीति को गर्मा दिया है। अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या AAP विधायक सदन की कार्यवाही में शामिल हो पाते हैं या नहीं।
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