स्वतंत्रता आंदोलन और आधुनिक भारत के निर्माण में मुसलमानों की अहम भूमिका,क्रांति सिंह

हमारे देश का भविष्य नौजवानों के कंधों पर,क्रांति सिंह

कैसरगंज,बहराइच। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ग्राम टांडे चतुर मदरसा बरकाते रजा में एक अजीमुस्सान प्रोग्राम का आगाज किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि नेता क्रांति कुमार सिंह रहे। नेता क्रांति कुमार सिंह का परिवार सेनानियों का परिवार है। उनके पिता ने देश को आजाद कराने में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे और नेता क्रांति कुमार सिंह सन 1972 में भारत में जब इमरजेंसी लगी थी उस दौरान देश की रक्षा के लिए संविधान की रक्षा के लिए 22 महीना जेल में रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत की आजादी में जहां हिंदुओं का योगदान रहा है। इसी भारत की लड़ाई में अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने में हमारे देश के बहादुर नौजवान मुसलमान का भी अहम किरदार है। देश के नौजवानों से अपील की साधारण जिंदगी जीने से कोई मतलब नहीं है भीड़ में शुमार हो जाना भीड़ का हिस्सा नहीं बल्कि अपनी पहचान भीड़ के हिस्से से अलग बनाओ हमारे भारत देश का विकास तभी संभव है। जब हमारे देश के युवा नौजवान अपनी पूरी लगन जिम्मेदारी के साथ समाज में खराबियां हिंसा बुराइयां जो पैदा हुई है। इनको खत्म करने के लिए स्वतंत्रता बिल्कुल पूर्ण आजादी के साथ आवाज उठानी चाहिए गलत फैसले का विरोध होना चाहिए ऐसे बहादुर जब हिंदुस्तान में पैदा होंगे तभी हमारे देश का हमारे देश तभी तरक्की कर सकता है मौलाना शमसुद्दीन कादरी ने अपने संबोधन में कहा कि मौलाना अशफाक उल्ला खान जैसे क्रांतिकारी ने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए और कई लाखों की संख्या में मुसलमान ने देश की आजादी के लिए अपना जान कुर्बान कर दिया इसी के क्रम में मौलाना रिजवान अहमद मिस्बाही ने अपने संबोधन में कहा कि मौलाना हिदायतुल्ला खान ने अंग्रेजों के खिलाफ फतवा जारी कर दिया कि अंग्रेज हमारे हिंदुस्तान के गद्दार हैं इन्हें हिंदुस्तान से बाहर खदेड़ना चाहिए इसके खिलाफ मौलाना हिदायतुल्ला खान फतवा जारी कर दिया और हिंदुस्तान के लोगों से अपील कर दिया कि उनकी बगावत पुर जोर करें इसके लिए उन्हें जेल में डाल दिया जेल में डालने के बाद उनके बदन के ऊपर गरम लोहा की स्त्री को रगड़ते रहे रगड़ते रहे इतना रगड़ा की उनके बदन को बिल्कुल जला दिया इसी सिलसिले में मौलाना कलीम अहमद कादरी ने अपने संबोधन में कहा की मौलाना अबुल कलाम आजाद ने अंग्रेज से सख्त पंगा लिया और उनके साथ जिहाद का फतवा दिया हिंदुस्तान के लोगों से आह्वान किया कि जिहाद अंग्रेजों के ऊपर बिल्कुल फर्ज है उनसे हमें शक्ति के साथ निपटना होगा और जब तक वह हमारे देश को छोड़कर नहीं जाते हैं तब तक यह लड़ाई उनसे हमारी जारी रहेगी इसी सिलसिले में कारी अरशद राजा ने अल्लामा फजले हक के ऊपर प्रकाश डाला अल्लामा खैराबादी की तफसीर बयां किया खैराबादी ने अंग्रेजों के खिलाफ फतवा जारी कर दिया था जब अंग्रेजों को खबर मिलती है तो उन्हें पकड़ के जेल में डालते हैं फिर अंग्रेज कहते हैं कि मौलाना अपने फतवे को मौलाना बदल दो नहीं तो तुम्हें फांसी दे दी जाएगी मौलाना ने कहा कि फांसी के फंदे पर लटकाना मंजूर है। मगर यह मौलाना खैराबादी का फतवा नहीं बदलता है मौलाना सैयद गुलाम हुसैन ने शेरो शायरी के माध्यम से लोगों को देश भक्ति के नज्मों में खूब झुमाया इस मौके पर ग्राम प्रधान सराय कनहर कमलेश कुमार ग्राम प्रतिनिधि गणेश कुमार धवन हुकुम वर्मा एडवोकेट उम्मत अली इस्लाम अली इरफान अली और गांव के तमाम गणमान्या लोग मौजूद रहे।

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