लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा 20 सितम्बर 2024 को प्रदेश के 35 भूकम्प आपदा के प्रति संवेदनशील जनपदों के साथ भूकम्प एवं अग्नि सुरक्षा पर राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज़ का आयोजन किया गया।
मॉक एक्सरसाइज़ सुबह 10 बजे राज्य नियंत्रण कक्ष से शुरू हुआ। अलर्ट मिलने पर सभी जनपदों ने जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र डीईओसीद्ध में अपने मानक संचालन प्रक्रिया एसओपीद्ध को सक्रिय किया और घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (Incident Response System-IRS) को सक्रिय किया।
जनपदों ने विभिन्न स्थानों पर भूकंप से संबंधित परिदृश्यों जैसे आग लगने और रासायनिक रिसाव के लिए प्रतिक्रियाओं का अनुकरण किया जिसमें स्कूल अस्पताल औद्योगिक इकाइयाँ सरकारी भवन और शॉपिंग मॉल शामिल थे। जनपदों में भूकम्प के दौरान स्कूल के छात्र एवं छात्राओं को कैसे सुरक्षित बचते हुए बाहर निकल जाये का अभ्यास किया। स्कूल औद्योगिक इकाइयों फैक्ट्री शासकीय भवन एवं शॉपिंग मॉल में अग्नि दुर्घटना होने पर आग बुझाने सुरक्षित निकासी का भी अभ्यास किया गया। जनपद के अस्पतालों में प्राथमिक चिकित्सा उपचार मरीजों के लिए बेड की कमी होने पर तत्काल अस्थाई मेडिकल कैंप की स्थापना कर मरीजों का उपचार करने की कार्यवाही का प्रदर्शनभी किया गया।
इस मॉक एक्सरसाइज़ का संचालन एवं समन्वय ब्रिगेडियर अजय गंगवार वरिष्ठ सलाहकार ने किया। मॉक एक्सरसाइज़ के दौरान जनपदों ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल राजस्व विभाग चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग राज्य आपदा मोचन बल अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं पुलिस एंव वायरलेस सेवाए नागरिक सुरक्षा विभाग औद्योगिक क्षेत्रों के सेफ़्टी टीम आपदा मित्रों के समन्वय से अपने-अपने जनपदों में सम्पन्न कराया।
जनपद गाज़ियाबाद में एनडीआरएफ 8वी वाहिनी की टीम ने भूकम्प आपदा के कारण भवनों के गिरने पर बचाव एवं निकासी पर प्रदर्शन दिखाया।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिम्री ने ऑनलाइन माध्यम से सभी 35 जनपदों द्वारा की गयी कार्यवाहियों की समीक्षा की एवं जनपद मेरठ में विभिन्न स्थानों पर उपस्थित होते हुये संचालित मॉक एक्सरसाइज़ संबंधी कार्यवाहियों का निरीक्षण भी किया गया। उपाध्यक्ष ने अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आपदा प्रबंधन की कार्यवाहियों को सुदृढ़ करने हेतु जनपदों के साथ मॉक एक्सरसाइज कराया जाता है। जिसके माध्यम से राज्य स्तर पर प्रत्येक विभाग और उसके जिलों की आपदा प्रबंधन योजना की समीक्षा की जाती है तथा जिले में आपातकालीन सहायता कार्यों के बीच समन्वय का निरीक्षण किया जाता है।
एनजीओए समुदाय और मीडिया को शामिल करके व्यापक रूप से आम जनमानस में जन जागरूकता की कार्यवाही भी की जाती है। यदि संसाधनों जनशक्ति संचार प्रतिक्रिया क्षमताओं आदि में कोई अंतराल हो तो उसकी पहचान कर उसे मजबूत करने में इस प्रकार के मॉक एक्सरसाइज से सहायता भी मिलती है।
मॉक एक्सरसाइज के दौरान प्राधिकरण सभागार में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, विशेष सचिव राजस्व विभाग, राम केवल आईएएस तथा सभी अधिकारी एवम कर्मचारी उपस्थित रहें।
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