प्रयागराज में खादी ग्रामोद्योग ने कार्यक्रम का चार सौ फीसदी लक्ष्य किया हासिल।
225 इकाइयों की स्थापना के लिए प्रदान की वित्तीय मदद।
11 हजार से अधिक लोगों को मिला रोजगार।
प्रयागराज। प्रधानमंत्री सृजन रोजगार कार्यक्रम आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभा रहा है। उत्तर प्रदेश में इससे ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के युवाओं को रोजगार हासिल हो रहा है । इसमें खादी ग्रामोद्योग ने प्रयागराज जनपद में वित्तीय वर्ष 2023-24 में चार सौ फीसदी का लक्ष्य हासिल किया है। इसके सहयोग से स्थापित होने वाली इकाइयों से स्थानीय लोगों को अतिरिक्त प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार भी मिला है।
खादी ग्रामोद्योग ने पीएमईजीपी में चार सौ फीसदी का लक्ष्य हासिल।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से गैर-कृषि क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना में सहायता देकर बेरोज़गार युवाओं के लिये रोज़गार के अवसर पैदा किए जा रहे हैं । डबल इंजन की सरकार ने इसे दृढ़ता से लागू किया है जिससे बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। प्रयागराज के जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी अजय कुमार सिंह बताते हैं कि जनपद में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 70 इकाइयों की स्थापना हेतु वित्तीय मदद का लक्ष्य रखा गया था इसके सापेक्ष चार सौ फीसदी लक्ष्य हासिल किया गया है। जिले में 225 इकाईयों की स्थापना के लिए खादी ग्रामोद्योग विभाग की तरफ से मदद दी गई है। बैंक द्वारा इन सभी लाभार्थियों को ₹1491 लाख की ऋण धन राशि स्वीकृत की गई है। जबकि ₹1250 लाख की ऋण राशि इन्हें प्रदान की जा चुकी है। आचार संहिता लागू होने की वजह से अभी वित्तीय वर्ष 2024-25 का लक्ष्य निर्धारित नहीं हुआ है। लक्ष्य तय होने के साथ ही आगे की प्रक्रिया पूरी की जायेगी।
लगातार बढ़ रहा है रोजगार सृजन का दायरा
डबल इंजन सरकार की रोजगार सृजन की प्राथमिकता से रोजगार सृजन कार्यक्रम में दी जा रही वित्तीय मदद का दायरा बढ़ता जा रहा है। विभाग की तरफ से इकाइयों की स्थापना से एक तरफ जहां इससे सीधे लाभ पाने इकाई स्थापकों को प्रत्यक्ष रोजगार हासिल हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ इससे हजारों लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार भी मिल रहा है। जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी अजय कुमार सिंह के मुताबिक जिले में वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 11 हजार से अधिक लोगों को काम मिला है। उनकी आय में बढ़ोत्तरी हुई है। जिला ग्रामोद्योग अधिकारी का कहना है कि वित्तीय वर्ष-2023-24 में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अन्तर्गत विगत 5 वर्षों में स्थापित निरन्तर उत्कृष्ट कार्य करने वाली इकाईयों/उद्यमियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है।