बहराइच में डीएम की अध्यक्षता में चकबंदी कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न
जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में बहराइच के कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को चकबंदी कार्यों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी ग्रामों में चकबंदी कार्यों को तय समय सीमा में मानक के अनुसार पूरा करें।
चकबंदी न्यायालयों में लंबित वादों का प्राथमिकता से निस्तारण करें
बैठक में जिलाधिकारी ने चकबंदी न्यायालयों में लंबित वादों और अपीलों के त्वरित निस्तारण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पुराने वादों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं और निर्णित वाद पत्रावलियों को राजस्व अभिलेखागार में संचित करें।
कब्जा परिवर्तन के निर्देश
डीएम ने अधिकारियों से कब्जा परिवर्तन से जुड़े प्रकरणों में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कहा। उन्होंने निर्देश दिया कि संबंधित अधिकारी स्वयं मौके पर उपस्थित होकर भौतिक रूप से कब्जा परिवर्तन की प्रक्रिया सुनिश्चित करें।
चकबंदी प्रक्रिया से जुड़े महत्वपूर्ण अपडेट
बैठक के दौरान यह बताया गया कि जनपद बहराइच में कुल 11 ग्राम चकबंदी प्रक्रिया के अंतर्गत आते हैं। इनमें से कुछ ग्राम उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश या विचाराधीन रिट से प्रभावित हैं।
ग्रामों की चकबंदी प्रक्रिया का स्तर
- ग्राम इमिलियागंज, वेलामकन, मनिकापुरकला: उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश से प्रभावित।
- ग्राम मीरपुरकोनिया (कैसरगंज तहसील): धारा 8 के तहत पड़ताल कार्य पूर्ण।
- ग्राम मंझारा तौकली: धारा 9 के तहत जोत चकबंदी आकार पत्र 5 की तैयारी चल रही है।
- ग्राम बभनौटी शहर उर्फ गोलागंज, मैकूपुरवा (महसी तहसील): धारा 10 पर कार्य प्रगति पर है।
- ग्राम लक्खारामपुर (पयागपुर तहसील): धारा 10 पर वादों का निस्तारण।
- ग्राम उधरानाठकुराइन: धारा 20 पर चक निर्माण कार्य।
- ग्राम गांगूदेवर: कब्जा परिवर्तन की प्रक्रिया अप्रैल से जुलाई के बीच।
- ग्राम राजापुरगिरन्ट: धारा 27 पर जोत चकबंदी आकार पत्र 45 की तैयारी।
चकबंदी कार्यों में तेजी के निर्देश
जिलाधिकारी ने कहा कि चकबंदी कार्यों में अनावश्यक देरी से बचने के लिए अधिकारी नियमित रूप से प्रगति की समीक्षा करें। लक्षित समय में कार्य पूरा करना शासन की प्राथमिकता है।
बैठक में अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक का संचालन बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी सुखेन्द्र सिंह ने किया। इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी/उप संचालक चकबंदी देवेन्द्र पाल सिंह, चकबंदी अधिकारी अशोक कुमार सिंह, रामसजीवन, सहायक चकबंदी अधिकारी दीपेन्द्र कुमार, कौशल कुमार श्रीवास्तव, गया प्रसाद, और पी.के. दशरथ प्रसाद सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
चकबंदी कार्यों में सुधार के लिए प्रशासनिक कदम
बैठक में जिलाधिकारी ने यह भी सुनिश्चित किया कि चकबंदी प्रक्रिया में पारदर्शिता और गुणवत्ता बनी रहे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और विवादों का निस्तारण त्वरित और निष्पक्ष रूप से किया जाए।
जिलाधिकारी बहराइच द्वारा आयोजित इस चकबंदी कार्यों की समीक्षा बैठक से स्पष्ट है कि प्रशासन चकबंदी कार्यों को तेज और प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। समयबद्ध तरीके से कार्य पूर्ण करने और लंबित वादों के निस्तारण से क्षेत्रीय विकास को नई दिशा मिलेगी।
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