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Toggleगैस के चेंबर में बदला दिल्ली-NCR, AQI पहुंचा 500 के पार
Delhi Pollution News: दिल्ली और NCR की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है। हवा में जहरीले कणों की बढ़ती मात्रा के कारण स्थिति गंभीर होती जा रही है। आइए जानते हैं विस्तार से।
दिल्ली की जहरीली हवा: बढ़ता खतरा
Delhi Pollution Level Today: दिल्ली की वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो चुकी है कि स्वस्थ व्यक्ति को भी सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इस गंभीर स्थिति के चलते सरकार ने सोमवार से ग्रैप-4 (GRAP-4) लागू किया है। इसके तहत कई पाबंदियां लगाई गई हैं।
ग्रैप-4 के तहत क्या हैं पाबंदियां?
- केवल CNG और इलेक्ट्रिक ट्रकों को प्रवेश की अनुमति।
- आवश्यक सेवाओं जैसे सब्जियां, दूध और दवाइयां ढोने वाले ट्रकों को छूट।
- निर्माण और तोड़फोड़ से जुड़े सभी काम बंद।
- 10वीं और 12वीं को छोड़कर सभी स्कूल ऑनलाइन मोड में।
- सरकारी और निजी कार्यालयों में 50% कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम।
AQI के खतरनाक स्तर पर पहुंचने के कारण
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 के पार पहुंच चुका है। ये आंकड़े यह बताते हैं कि हवा में सांस लेना स्वास्थ्य के लिए घातक है।
दिल्ली के प्रमुख इलाकों का AQI स्तर:
- रोहिणी: 501
- अलीपुर: 500
- आनंद विहार: 500
- अशोक विहार: 500
- जहांगीरपुरी: 500
नोएडा और गाजियाबाद में बढ़ते प्रदूषण का कहर
दिल्ली के अलावा NCR के अन्य क्षेत्रों में भी स्थिति खराब है। नोएडा और गाजियाबाद में AQI ने 400 का आंकड़ा पार कर लिया है।
- नोएडा के कई इलाकों में AQI 500 के पार है।
- गाजियाबाद में AQI 350 से ऊपर पहुंच चुका है।
मास्क और एयर प्यूरीफायर की बढ़ी मांग
प्रदूषण से बचाव के लिए लोगों को मास्क और एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है। दुकानों पर मास्क और प्यूरीफायर की मांग तेजी से बढ़ रही है।
वायु प्रदूषण से बचाव के उपाय
Delhi Pollution News के अनुसार, प्रदूषण के बढ़ते स्तर से बचने के लिए निम्नलिखित टिप्स अपनाएं:
- मास्क का उपयोग करें: बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर पहनें।
- चश्मा पहनें: आंखों को सुरक्षित रखने के लिए चश्मे का उपयोग करें।
- इम्यूनिटी बढ़ाएं: ऐसा आहार लें जो फेफड़ों को स्वस्थ और इम्यूनिटी को मजबूत बनाए।
- घर पर रहें: अत्यधिक आवश्यकता न हो तो घर से बाहर न निकलें।
GRAP-4: क्या है और क्यों लागू होता है?
Graded Response Action Plan (GRAP) वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बनाया गया एक विशेष प्लान है। इसमें वायु गुणवत्ता को चार चरणों में विभाजित किया गया है:
- ग्रैप-1: AQI 200-300 के बीच।
- ग्रैप-2: AQI 300-400 के बीच।
- ग्रैप-3: AQI 400-450 के बीच।
- ग्रैप-4: AQI 450 और उससे अधिक।
GRAP-4 तब लागू होता है जब वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए गंभीर हो जाता है।
प्रदूषण के कारण
- पराली जलाना: सर्दियों के मौसम में पराली जलाने से प्रदूषण बढ़ता है।
- वाहनों से निकलने वाला धुआं: डीजल और पेट्रोल वाहनों के धुएं से PM 2.5 और PM 10 कण बढ़ते हैं।
- निर्माण कार्य: कंस्ट्रक्शन साइट्स से उड़ने वाली धूल हवा को जहरीला बनाती है।
स्वास्थ्य पर असर
- सांस संबंधी बीमारियां: प्रदूषण के चलते अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं।
- दिल की बीमारियां: जहरीली हवा का असर रक्तचाप और दिल की धड़कनों पर पड़ता है।
- आंखों में जलन: धुएं और धूल के कारण आंखों में जलन और लालिमा होती है।
समाधान: कैसे सुधारें वायु गुणवत्ता?
- ग्रीन एरिया बढ़ाएं: अधिक से अधिक पेड़ लगाएं।
- सार्वजनिक परिवहन का उपयोग: व्यक्तिगत वाहनों की जगह मेट्रो, बस आदि का उपयोग करें।
- नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग: कोयले और पेट्रोल-डीजल की जगह सोलर और विंड एनर्जी का उपयोग करें।
Delhi Pollution Level Today और Delhi Pollution News के अनुसार, दिल्ली-NCR के लोग बेहद कठिन स्थिति का सामना कर रहे हैं। प्रदूषण से बचने के लिए सावधानी बरतना और सरकार द्वारा लागू किए गए नियमों का पालन करना आवश्यक है।
दिल्ली-NCR की हवा को सुधारने के लिए सभी को मिलकर कदम उठाने की जरूरत है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित वातावरण मिल सके।