लोकसभा अध्यक्ष ने अमेरिका के न्यू मैक्सिको के गवर्नर से मुलाकात की।

लोकसभा अध्यक्ष ने गवर्नर ग्रिशम के साथ बैठक के दौरान भारत-अमेरिका के साझे लोकतांत्रिक मूल्यों के बारे में बात की।

लोकसभा अध्यक्ष ने भारत और अमेरिका के बीच संसदीय सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर दिया।

न्यू मैक्सिको के गवर्नर के साथ हुई बैठक के दौरान जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई।

नई दिल्ली। अमेरिका के न्यू मैक्सिको राज्य की गवर्नर मिशेल लुजान ग्रिशम के नेतृत्व में भारत यात्रा पर आए 10 सदस्यीय शिष्टमंडल ने आज संसद भवन में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की।

संयुक्त राज्य अमेरिका में गवर्नर के पद पर निर्वाचित पहली डेमोक्रेट हिस्पैनिक महिला होने पर ग्रिशम का अभिनंदन करते हुए और उन्हें बधाई देते हुए बिरला ने प्रारंभिक और उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने, बच्चों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और रोजगार के अवसर उत्पन्न करने के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए काम की सराहना की।

अध्यक्ष महोदय ने कहा, “न्यू मैक्सिको में बेरोजगारी को समाप्त करने के आपके प्रयास वास्तव में उल्लेखनीय हैं और आपके प्रगतिशील दृष्टिकोण का परिचय देते हैं।”

स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के बारे में बात करते हुए बिरला ने कहा कि मोदी ने प्रकृति के साथ तालमेल बनाकर सामंजस्य से जीवन जीने का जो आह्वान किया है वह मानवता को सतत विकास के मार्ग पर ले जाएगा।

पर्यावरण संबंधी पहलों में भारत के नेतृत्व के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन, ग्रीन हाइड्रोजन मिशन और अंतर्राष्ट्रीय जैव ईंधन गठबंधन के माध्यम से देश जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए समर्पित प्रयास कर रहा है।

उन्होंने 2070 तक कार्बन उत्सर्जन शून्य करने की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की तथा इस महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौती से निपटने के राष्ट्र के संकल्प पर जोर दिया।

इस बात का उल्लेख करते हुए कि न्यू मैक्सिको के शैक्षणिक संस्थानों के भारत के संस्थाओं के साथ सीधे संबंध हैं बिरला ने आशा व्यक्त की कि इससे शैक्षिक सहयोग को और अधिक बढ़ावा मिलेगा तथा दोनों क्षेत्रों के बीच छात्रों का परस्पर आदान-प्रदान सुगम होगा ।

गवर्नर ग्रिशम ने भारत यात्रा पर संतोष व्यक्त करते हुए शिष्टमंडल के आतिथ्य सत्कार के लिए बिरला को धन्यवाद दिया। उन्होंने शैक्षिक सहयोग, साइबर सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, ब्रिज प्रौद्योगिकी के रूप में हाइड्रोजन के उपयोग आदि पर भी अपने विचार साझा किए।

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