डीएम का औचक निरीक्षण: कार्यालयों की व्यवस्थाओं का लिया जायजा
बहराइच। जिले में प्रशासनिक व्यवस्था की समीक्षा और सरकारी कार्यालयों की स्थिति का आकलन करने के लिए डीएम मोनिका रानी ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बीडीओ पयागपुर, सीडीपीओ कार्यालय, किसान कल्याण केंद्र और पशु चिकित्सालय का निरीक्षण कर साफ-सफाई, अभिलेखों की स्थिति और कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच की।
B.D.O कार्यालय पयागपुर का निरीक्षण
डीएम का औचक निरीक्षण सबसे पहले खंड विकास अधिकारी (BDO) कार्यालय पयागपुर में हुआ। वहां पहुंचकर डीएम ने पूरे परिसर का दौरा किया और साफ-सफाई की स्थिति से संतुष्टि जताई। उन्होंने निर्देश दिया कि खाली स्थानों पर शोभाकार पौधे लगवाए जाएं, जिससे पर्यावरण में सुधार हो।
इसके अलावा, डीएम ने विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे मनरेगा, आईजीआरएस, एनआरएलएम और आवास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को समय पर कार्य निपटाने के निर्देश दिए।
सीडीपीओ कार्यालय में पाई गई खामियां
इसके बाद डीएम का औचक निरीक्षण बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO) कार्यालय में हुआ। निरीक्षण के दौरान कार्यालय का गेट टूटा हुआ पाया गया, जिस पर डीएम ने तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश दिए।
साथ ही, परिसर में साफ-सफाई की कमी देखी गई, जिसके लिए उन्होंने अधिकारियों को इसे जल्द सुधारने के आदेश दिए। निरीक्षण के समय CDPO जिला मुख्यालय में बैठक में थे और सुपरवाइजर क्षेत्र भ्रमण पर थे। डीएम ने वीडियो कॉलिंग के जरिए सुपरवाइजर की मौजूदगी की पुष्टि की, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वे आंगनबाड़ी केंद्र खुटेहना में थीं।
पशु चिकित्सालय और किसान कल्याण केंद्र की समीक्षा
निरीक्षण के दौरान डीएम का औचक निरीक्षण पशु चिकित्सालय पयागपुर में हुआ, जहां पता चला कि चिकित्साधिकारी डॉ. अंकित वर्मा चिकित्सा अवकाश पर हैं। डीएम ने OPD में दवाओं की उपलब्धता, टीकाकरण और उपचार सेवाओं की जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई को बेहतर करने के निर्देश भी दिए।
इसके बाद डीएम ने किसान कल्याण केंद्र का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने प्रभारी अधिकारी को केंद्र की स्वच्छता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
पुरानी और जर्जर इमारतों को लेकर डीएम के निर्देश
डीएम का औचक निरीक्षण के दौरान खंड विकास कार्यालय परिसर में कई जर्जर इमारतें देखी गईं। डीएम ने निर्देश दिया कि अगर इन इमारतों की मरम्मत संभव हो तो इसे तुरंत ठीक कराया जाए, अन्यथा इन्हें निष्प्रयोज्य घोषित कर आगे की कार्यवाही की जाए।
बीडीओ पयागपुर ने बताया कि बीडीओ आवास को छोड़कर अन्य सभी सरकारी आवास अत्यधिक जर्जर हैं और मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग को पत्र भेजा गया है। इस पर डीएम ने निर्देश दिया कि रिपोर्ट प्राप्त कर जल्द ही उचित कार्रवाई की जाए।
डीएम का औचक निरीक्षण प्रशासनिक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इससे सरकारी कार्यालयों में पारदर्शिता और कार्यकुशलता बढ़ाने में मदद मिलेगी। डीएम ने साफ-सफाई, अभिलेखों की स्थिति और कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए, जिससे सरकारी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।