23.1 C
New Delhi
Saturday, March 15, 2025

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन: बहराइच में शायरी और उर्दू अदब का शानदार आयोजन

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन: बहराइच में उर्दू साहित्य का अनोखा जश्न

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन

बहराइच की अदबी फिजा हमेशा से उर्दू साहित्य और शायरी के लिए मशहूर रही है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हाल ही में गंजीना काव्य संग्रह विमोचन और एक शानदार शायरी नशिस्त का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कई मशहूर शायरों और साहित्यकारों ने भाग लिया और उर्दू अदब के महत्व पर प्रकाश डाला।

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन का भव्य आयोजन

बहराइच के मोहल्ला नाजिरपुरा स्थित मोहम्मद नगर कॉलोनी में गंजीना काव्य संग्रह विमोचन कार्यक्रम अंजुमन फरोगे अदब के तत्वावधान में आयोजित किया गया। यह काव्य संग्रह प्रसिद्ध साहित्यकार मोहम्मद जमाल अजहर सिद्दीकी और उनकी तीन बहनों की ग़ज़लों और शायरी का संकलन है।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता बहराइच के मशहूर शायर मजहर सईद अलीग बहराइची ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ कारी मोहम्मद कासिम हयातुल्लाह नूरी की तिलावत-ए-कुरान और शायर रईस सिद्दीकी की नात शरीफ से हुआ।

शायरों और उर्दू साहित्यकारों ने रखे विचार

कार्यक्रम में उपस्थित प्रोफेसर मोहम्मद उस्मान (अध्यक्ष, किसान डिग्री कॉलेज उर्दू विभाग) ने कहा कि बहराइच उर्दू अदब की धरोहर रहा है और आज भी नई पीढ़ी इसे संजोने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि गंजीना काव्य संग्रह विमोचन एक ऐतिहासिक क्षण है और इससे उर्दू अदब को और मजबूती मिलेगी।

कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉ. सुफियान अहमद अंसारी ने जमाल अजहर सिद्दीकी की शख्सियत और उनकी शायरी पर गहराई से प्रकाश डाला। उन्होंने उर्दू भाषा के भविष्य पर चिंता जाहिर करते हुए लोगों से अपील की कि वे उर्दू अखबार खरीदने की आदत डालें ताकि यह भाषा जिंदा रहे।

शायरी नशिस्त: अदबी माहौल में डूबे श्रोता

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन के बाद एक शानदार शायरी नशिस्त का आयोजन किया गया, जिसमें बहराइच के कई प्रसिद्ध शायरों ने अपने कलाम पेश किए। इसमें मजहर सईद, अकमल नजीर, शादा रहमानी, जमाल अजहर, रईस सिद्दीकी, कलीम बहराइची, नजर बहराइची, मंजूर बहराइची, जफर अजीज सहित कई मशहूर शायर शामिल थे।

डॉ. निजाम मसूदी, डॉ. सगीर सिद्दीकी, और कलाम अहमद एडवोकेट ने भी अपनी शायरी से महफिल को रोशन किया। उर्दू प्रेमियों से खचाखच भरे इस आयोजन में मौलाना नफीस मजाहिरी, हाफिज मोहिउद्दीन, मास्टर अब्दुल बारी, अयाज अहमद राईनी, मास्टर सलमान, जावेद चौधरी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।

बहराइच: उर्दू अदब की विरासत को संजोता शहर

इस कार्यक्रम के दौरान बहराइच की अदबी विरासत पर भी चर्चा हुई। उर्दू स्कॉलर शफीक अहमद बागवान ने बहराइच के साहित्यिक इतिहास पर रोशनी डालते हुए बताया कि यह शहर हमेशा से उर्दू भाषा और शायरी का केंद्र रहा है।

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन ने इस बात को और भी स्पष्ट कर दिया कि नई पीढ़ी भी उर्दू साहित्य को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस आयोजन ने साहित्य प्रेमियों के दिलों में एक नई ऊर्जा भर दी और उर्दू शायरी की खूबसूरती को फिर से जीवंत किया।

  और पढ़ें : नौबना ग्राम प्रधान उपचुनाव परिणाम: सुधीर यादव ने निकटतम प्रतिद्वंदी को 340 मतों से हराया

Related Articles

22,000FansLike
1,578FollowersFollow
160SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles