लखनऊ: उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025 को पूरी तरह नकलविहीन और पारदर्शी बनाने के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया गया। माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी ने लखनऊ स्थित शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) कार्यालय में इस कंट्रोल रूम की शुरुआत की। यह कंट्रोल रूम 24 फरवरी 2025 से शुरू होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की ऑनलाइन निगरानी करेगा। सरकार की मंशा के अनुरूप इस वर्ष परीक्षा में नकल पर सख्त नियंत्रण रखने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
नकलविहीन परीक्षा के लिए कड़े इंतजाम
प्रदेश सरकार ने इस वर्ष उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025 को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। नकल रोकने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और स्थानीय अभिसूचना इकाइयों को सक्रिय कर दिया गया है। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें वॉयस रिकॉर्डिंग की सुविधा भी होगी। इसके अलावा, हर परीक्षा केंद्र पर राउटर, डीवीआर और हाई-स्पीड इंटरनेट की व्यवस्था की गई है, जिससे परीक्षाओं की लाइव वेबकास्टिंग होगी।
कितने परीक्षार्थी होंगे शामिल?
इस वर्ष यूपी बोर्ड परीक्षा में कुल 54 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिनमें:
- हाईस्कूल परीक्षा: 27,32,216 छात्र
- इंटरमीडिएट परीक्षा: 27,05,017 छात्र
परीक्षा के सफल संचालन के लिए 8140 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें:
- राजकीय विद्यालय: 576
- अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय: 3446
- स्ववित्त पोषित विद्यालय: 4118
इनमें से 306 केंद्र अति संवेदनशील और 692 केंद्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं।
परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के सख्त उपाय
प्रदेश सरकार ने परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं:
- प्रत्येक परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी कैमरे और वॉयस रिकॉर्डर की व्यवस्था।
- प्रश्न-पत्रों में केंद्रवार कोडिंग और उत्तर पुस्तिकाओं में विशेष सुरक्षात्मक उपाय।
- परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा बलों की तैनाती और परीक्षा प्रक्रिया की लाइव मॉनिटरिंग।
परीक्षा संचालन के लिए तैनात अधिकारी
- 8140 केंद्र व्यवस्थापक
- 8140 बाह्य केंद्र व्यवस्थापक
- 8140 स्टैटिक मजिस्ट्रेट
- 1283 सेक्टर मजिस्ट्रेट
- 439 जोनल मजिस्ट्रेट
- 428 सचल दल
- 75 राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक
उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 2024 लागू
इस बार सरकार ने परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 लागू किया है। इसके तहत परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रश्न-पत्रों के अतिरिक्त रिजर्व सेट्स भी तैयार रखे गए हैं।
परीक्षा के लिए हेल्पलाइन और सहायता केंद्र
परीक्षा के दौरान छात्रों और अभिभावकों की समस्याओं को हल करने के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं:
- 18001806607 और 18001806608 (छात्रों की सहायता के लिए)
- 18001805310 और 18001805312 (उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज)
- व्हाट्सएप नंबर: 9250758324
- सोशल मीडिया: ईमेल, फेसबुक और एक्स (Twitter) पर भी शिकायतें दर्ज की जा सकती हैं।
मंत्री गुलाब देवी का संदेश
माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने छात्रों को परीक्षा में आत्मविश्वास के साथ शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025 को पूरी तरह नकलविहीन और पारदर्शी बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने शिक्षकों से परीक्षा प्रक्रिया को निष्पक्ष और सुचारु रूप से संपन्न कराने में सहयोग देने की अपील की।
उद्घाटन समारोह में उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से:
- महानिदेशक स्कूल शिक्षा: कंचन वर्मा
- विशेष सचिव: केके गुप्ता
- शिक्षा निदेशक (माध्यमिक): डॉ. महेंद्र देव
- स्टेट कंट्रोल रूम प्रभारी: विवेक नौटियाल
उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025 को निष्पक्ष और नकलविहीन बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों और कड़े नियमों को लागू किया है। छात्रों और अभिभावकों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन भी शुरू की गई है। इससे परीक्षा प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुरक्षित होगी।
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