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Wednesday, February 5, 2025

गाजियाबाद की जहरीली हवा: दिल्ली से भी खराब स्थिति,गाजियाबाद में प्रदूषण बढ़ा, इंदिरापुरम ने रिकॉर्ड तोड़ा

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गाजियाबाद में प्रदूषण की स्थिति गंभीर: देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बना गाजियाबाद, इंदिरापुरम ने दिल्ली को भी पछाड़ा

गाजियाबाद में प्रदूषण की स्थिति
गाजियाबाद में प्रदूषण की स्थिति

इंदिरापुरम की हवा ने दिल्ली को भी पछाड़ा

गाजियाबाद का इंदिरापुरम क्षेत्र प्रदूषण के मामले में दिल्ली से भी आगे निकल गया है। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 449 रिकॉर्ड किया गया, जो इसे देश के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में शामिल करता है। स्मॉग और जहरीली हवा के चलते लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

गाजियाबाद का AQI 403, देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की रिपोर्ट के अनुसार, गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स मंगलवार को 403 दर्ज किया गया, जो इसे देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बनाता है। पहले स्थान पर दिल्ली रही, जहां AQI 433 रिकॉर्ड किया गया। लगातार बिगड़ती हवा की गुणवत्ता से लोगों का जीवन कठिन होता जा रहा है।

ग्रेप के नियमों का पालन नहीं हो रहा

प्रदूषण नियंत्रण के लिए लागू किए गए ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के बावजूद शहर में सड़कों पर धूल नियंत्रण के लिए छिड़काव नहीं हो रहा। अधिकारियों की उदासीनता के कारण स्थिति और बिगड़ती जा रही है। लोगों का कहना है कि अगर संबंधित विभाग पूरी जिम्मेदारी से काम करते, तो प्रदूषण का स्तर इतना न बढ़ता।

इंदिरापुरम में रात के समय AQI 800 के पार

सोमवार की रात इंदिरापुरम का AQI 800 के पार दर्ज किया गया। हालांकि CPCB के उपकरण 500 से ऊपर के AQI को मापने में सक्षम नहीं हैं, लेकिन स्थिति की गंभीरता को इससे समझा जा सकता है। इस जहरीली हवा ने पूरे गाजियाबाद को गैस चेंबर में तब्दील कर दिया है।

लोनी में भी प्रदूषण गंभीर श्रेणी में

गाजियाबाद का लोनी क्षेत्र भी गंभीर प्रदूषण की चपेट में है। यहां का AQI 421 रिकॉर्ड किया गया। अवैध फैक्ट्रियों और निर्माण कार्यों के चलते यहां की हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो चुकी है।

गाजियाबाद की हवा इस सीजन में पहली बार गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है। इंदिरापुरम जैसे क्षेत्र ने दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया, और यहां की स्थिति बेहद खराब हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया है।

गाजियाबाद में दमघोंटू हवा की स्थिति

गाजियाबाद में प्रदूषण की स्थिति

गाजियाबाद में मंगलवार को 403 एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) दर्ज किया गया, जिससे यह देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया।

  • दिल्ली: सबसे प्रदूषित शहर, 433 एक्यूआई।
  • इंदिरापुरम: 449 एक्यूआई, दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित।

लोगों को सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं हो रही हैं। यह स्थिति गैस चेंबर जैसी प्रतीत हो रही है।

प्रदूषण के कारण और इसके प्रभाव

1. स्मॉग और दमघोंटू वातावरण

स्मॉग ने गाजियाबाद को गैस चेंबर में बदल दिया है।

  • सोमवार को गाजियाबाद का एक्यूआई 324 था, जो मंगलवार को 403 हो गया।
  • एक ही दिन में 125 अंकों का उछाल दर्ज किया गया।

2. लोनी और अन्य क्षेत्रों की स्थिति

  • लोनी: 421 एक्यूआई, गंभीर श्रेणी में।
  • संजय नगर और वसुंधरा: बेहद खराब श्रेणी में।

3. स्वास्थ्य पर प्रभाव

प्रदूषित हवा के कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो रही हैं:

  • सांस लेने में कठिनाई।
  • आंखों में जलन।
  • गले में खराश।

इंदिरापुरम ने तोड़ा रिकॉर्ड

इंदिरापुरम में सोमवार की रात 10 बजे एक्यूआई 800 के पार दर्ज किया गया।

  • केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के उपकरण 500 के बाद की गिनती नहीं कर सकते।
  • हवा की खराब स्थिति पर स्थानीय लोगों ने चिंता जताई है।

ग्रेप नियमों का पालन नहीं

1. ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (GRAP)

ग्रेप लागू होने के बावजूद अधिकारी इसका पालन करवाने में असफल रहे हैं।

  • सड़कों पर पानी का छिड़काव नहीं हो रहा।
  • अवैध फैक्ट्रियों का संचालन लगातार जारी है।

2. अधिकारियों का रवैया

अधिकारियों के पास प्रदूषण रोकने के ठोस उपाय नहीं हैं।

  • स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि विभागीय अधिकारी अपनी जिम्मेदारी निभाते, तो स्थिति इतनी खराब नहीं होती।

वायु गुणवत्ता के आंकड़े

क्षेत्र सीपीसीबी (AQI) आइक्यू एयर
गाजियाबाद 403 187
इंदिरापुरम 449 198
लोनी 421 195
संजय नगर 357 170
वसुंधरा 385 175

प्रदूषण रोकने के प्रयास और चुनौतियां

1. स्थानीय प्रशासन की पहल

  • उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विकास मिश्र ने कहा कि विभाग अपने स्तर से कार्रवाई कर रहा है।
  • मौसम में बदलाव प्रदूषण को बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभा रहा है।

2. लोगों की भूमिका

  • व्यक्तिगत स्तर पर जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
  • वाहन कम चलाना और पौधे लगाना प्रदूषण कम करने में मदद कर सकता है।

 

गाजियाबाद में प्रदूषण की स्थिति गंभीर
गाजियाबाद में प्रदूषण की स्थिति गंभीर

प्रदूषण से बचाव के उपाय

1. मास्क पहनें

बाहर निकलते समय एन95 मास्क का उपयोग करें। यह हानिकारक कणों से बचाव करता है।

2. घर में रहें

  • अत्यधिक प्रदूषण वाले दिनों में घर के अंदर रहें।
  • एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।

3. पौधे लगाएं

ऐसे पौधे लगाएं जो वायु को शुद्ध करते हैं, जैसे मनी प्लांट और स्नेक प्लांट।

गाजियाबाद की हवा गंभीर स्थिति में पहुंच गई है। इंदिरापुरम और लोनी जैसे क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर दिल्ली से भी ज्यादा हो गया है। प्रशासन को तत्काल ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि लोगों को इस दमघोंटू वातावरण से राहत मिल सके। लोगों को भी अपनी भूमिका समझनी चाहिए और प्रदूषण कम करने में सहयोग करना चाहिए।

 

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