पुलिस सक्रिय होती तो बच सकती थी शीबा की जान।

सपा कार्यकर्ताओं ने उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर किया प्रदर्शन ज्ञापन सौंपा। 

चित्र परिचय। शीबा हत्याकांड हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपते सपा पदाधिकारी।

बहराइच। जनपद के जमोग बाजार में मामा के यहां रह रही शीबा की उसके प्रेमी ने सहयोगी के साथ मिलकर 21 जुलाई को हत्या कर शव हांडा बसेहरी नहर के पास फेंक दी थी। जिसके विरोध में समाजवादी पार्टी ने शनिवार को धरना प्रदर्शन कर दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा। हरदी थाना क्षेत्र के ग्राम जोत चांदपारा गांव निवासी शीबा (20) पुत्री जैनुल आब्दीन अपने मामा रूपईडीहा थाना क्षेत्र के जमोग बाजार निवासी हसमत अली के यहां रहती थी।

शीबा का शव 23 जुलाई को कोतवाली नानपारा क्षेत्र के हांडा बसेहरी नहर के पास मिली थी। सिर अलग होने के साथ हाथ भी कटे थे। पुलिस ने शीबा की हत्या प्रेम प्रसंग में शादी का दबाव बनाने पर प्रेमी अरुण सैनी और एक अन्य पर लगाया था। इसके बाद दोनों को जेल भेज दिया था। लेकिन सपा पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं है। शनिवार को जिलाध्यक्ष राम हर्ष यादव की अगुवाई में सभी ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि 21 जुलाई को शीबा नित्य क्रिया के लिए घर से गई थी।

इसके बाद वापस नहीं आई। इसकी शिकायत करते हुए थाने में मामा ने तहरीर दी थी। लेकिन पुलिस ने मामले को हल्के में लिया। नामजद तहरीर देने के बाद भी पुलिस ने सिर्फ गुमशुदगी का केस दर्ज किया। ऐसे में पुलिस सतर्क होती तो शीबा की जान बच जाती। सपा प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है।

सभी ने दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने और केस दर्ज करने की मांग की। प्रदर्शन के बाद सभी ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को दिया। इस दौरान पूर्व विधायक रमेश गौतम, शैलेश सिंह शैलू, जवाहर लाल यादव, हुस्न आरा, पवन कुमार निषाद, सत्यम यादव, आनंद यादव, मीडिया प्रभारी अर्जुन गुप्ता समेत अन्य शामिल रहे।

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