पीएम मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च सम्मान: ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ से हुए सम्मानित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत ने अपने सर्वोच्च सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ से सम्मानित किया है। यह सम्मान पीएम मोदी को किसी अन्य देश से मिला 20वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है। कुवैत का यह नाइटहुड ऑर्डर भारत और कुवैत के बीच सुदृढ़ होते संबंधों का प्रतीक है। इस लेख में हम प्रधानमंत्री मोदी को इस सम्मान से मिलने वाली प्रमुख बातें और कुवैत-भारत संबंधों की महत्वता पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
कुवैत ने पीएम मोदी को क्यों दिया ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’?
‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ कुवैत का सर्वोच्च सम्मान है, जिसे आमतौर पर कुवैत के शाही परिवार और उच्चतम स्तर के राजनयिकों को दिया जाता है। यह सम्मान प्रधानमंत्री मोदी को कुवैत और भारत के बीच गहरे व्यापारिक और सामरिक रिश्तों के लिए दिया गया है। कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल सबा ने पीएम मोदी के साथ मुलाकात की और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के लिए चर्चा की।
कुवैत ने इस सम्मान के जरिए भारत के साथ अपने रिश्तों को और भी मजबूत बनाने की इच्छा जाहिर की है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए इस सम्मान के लिए कुवैत के अमीर का आभार व्यक्त किया और कहा कि दोनों देशों के रिश्ते रणनीतिक स्तर तक पहुंच चुके हैं, जो भविष्य में और भी मजबूत होंगे।
कुवैत और भारत के व्यापारिक संबंध
भारत और कुवैत के बीच व्यापारिक संबंध दशकों से मजबूत रहे हैं। कुवैत भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है, और यह भारत के कच्चे तेल आपूर्तिकर्ताओं में से एक है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुवैत और भारत का द्विपक्षीय व्यापार 10.47 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच चुका है। इसके अलावा, कुवैत भारत में निवेश करने वाले प्रमुख देशों में से एक है।
भारत, कुवैत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है, जो कुवैत की ऊर्जा जरूरतों का लगभग 3 प्रतिशत हिस्सा पूरा करता है। इसके साथ ही, भारतीय निर्यात कुवैत में बढ़कर 2 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया है, जो दोनों देशों के मजबूत व्यापारिक संबंधों को दर्शाता है।
पीएम मोदी के विदेशों में प्राप्त सम्मान
प्रधानमंत्री मोदी को विभिन्न देशों से मिले सम्मान भारत के अंतरराष्ट्रीय प्रभाव और कूटनीतिक सफलता को दर्शाते हैं। कुवैत से मिलने वाला ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ इस श्रेणी का 20वां सम्मान है। नीचे कुछ प्रमुख देशों और सम्मानों की सूची दी जा रही है, जो पीएम मोदी को मिले हैं:
- जुलाई 2023: फ्रांस द्वारा ‘लीजन ऑफ ऑनर’ से सम्मानित।
- जून 2023: मिस्र द्वारा ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’ से सम्मानित।
- मई 2023: पापुआ न्यू गिनी द्वारा ‘कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू’ से सम्मानित।
- मई 2023: फिजी में ‘कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ से सम्मानित।
- 2021: भूटान द्वारा ‘ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित।
इन सम्मानों के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के कूटनीतिक संबंधों को और भी सशक्त किया है, और इनकी पहुंच अब दुनिया भर में फैली हुई है।
कुवैत और भारत के सांस्कृतिक रिश्ते
भारत और कुवैत के सांस्कृतिक रिश्ते भी गहरे हैं। कुवैत में भारतीय समुदाय सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है, जो लगभग 6 लाख की संख्या में है। भारतीय समाज ने कुवैत की अर्थव्यवस्था और संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके अलावा, कुवैत में भारतीय कला, संगीत, और संस्कृति के कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित होते हैं, जो दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करते हैं।
कुवैत में भारतीय निवेश
भारत से कुवैत में निवेश का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। कुवैत निवेश प्राधिकरण द्वारा भारत में 10 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक का निवेश किया गया है। यह निवेश भारत में बुनियादी ढांचा, ऊर्जा, और तकनीकी क्षेत्रों में किया गया है, जो दोनों देशों के आर्थिक रिश्तों को और सशक्त करता है।
भारत-कुवैत संबंधों के भविष्य की दिशा
कुवैत और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंध निरंतर प्रगति कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच सहयोग को और बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के इस सम्मान के बाद, यह उम्मीद जताई जा रही है कि भारत और कुवैत के रिश्ते और भी मजबूत होंगे, और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत का सर्वोच्च सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ प्राप्त होना भारत और कुवैत के बीच बढ़ते सामरिक, व्यापारिक, और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है। यह सम्मान भारत की कूटनीतिक सफलता और प्रधानमंत्री मोदी के वैश्विक प्रभाव को दर्शाता है। आने वाले समय में कुवैत और भारत के बीच सहयोग और रिश्तों में और भी मजबूती आएगी, जो दोनों देशों के लिए लाभकारी साबित होगा।
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