महाकुंभ 2025 भगदड़: मौतों पर उठा विवाद, विपक्ष और सरकार आमने-सामने
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महाकुंभ 2025 भगदड़ को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच तकरार तेज हो गई है। विपक्ष ने महाकुंभ में हुई मौतों पर सरकार से जवाब मांगा है, वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे सनातन विरोधी साजिश करार दिया है।
महाकुंभ 2025 भगदड़ पर अखिलेश यादव और खड़गे का सवाल
लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के नेताओं अखिलेश यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे ने महाकुंभ 2025 भगदड़ में हुई मौतों को लेकर सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि सरकार को मृतकों और घायलों के आंकड़े प्रस्तुत करने चाहिए, ताकि आम जनता को सच्चाई पता चले।
योगी आदित्यनाथ का जवाब: विपक्ष पर साधा निशाना
योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के बयानों को सनातन विरोधी करार दिया और कहा कि कुछ लोग सनातन धर्म के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025 भगदड़ को विपक्ष राजनीतिक मुद्दा बना रहा है, जबकि सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है।
क्या सरकार मौतों के आंकड़े छिपा रही है?
खबरों के मुताबिक, महाकुंभ 2025 भगदड़ में 30 से अधिक लोगों की मौत हुई है, लेकिन विपक्ष का कहना है कि वास्तविक संख्या इससे अधिक हो सकती है। विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि मौतों का सही आंकड़ा छिपाया जा रहा है और लापता लोगों को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है।
भगदड़ में लापता लोग कहां गए?
महाकुंभ 2025 भगदड़ के बाद कई श्रद्धालु अब तक लापता हैं। कुछ परिवार अपने परिजनों को ढूंढने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। कई लोग अस्पतालों, पुलिस स्टेशनों और पोस्टमार्टम हाउस में अपनों की तलाश कर रहे हैं।
विपक्ष की मांग: महाकुंभ भगदड़ पर सरकार स्पष्ट जवाब दे
अखिलेश यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे ने मांग की है कि सरकार महाकुंभ 2025 भगदड़ में मारे गए लोगों की सही संख्या सार्वजनिक करे और घायलों की देखभाल के बारे में जानकारी दे। उन्होंने सुझाव दिया कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सेना को कुंभ व्यवस्था की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।
महाकुंभ भगदड़ पर सरकार और विपक्ष आमने-सामने
महाकुंभ 2025 भगदड़ पर मचे राजनीतिक घमासान में विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है, जबकि योगी आदित्यनाथ इसे सनातन विरोधी साजिश बता रहे हैं। सवाल यह है कि क्या सरकार इस मुद्दे पर पूरी पारदर्शिता अपनाएगी, या फिर विवाद यूं ही चलता रहेगा?
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