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Friday, July 4, 2025
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मायावती vs उदित राज विवाद: आकाश आनंद को कांग्रेस में बुलाने पर भड़कीं बसपा सुप्रीमो

नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती vs उदित राज विवाद एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। कांग्रेस नेता उदित राज ने मायावती के भतीजे आकाश आनंद को कांग्रेस में शामिल होने का न्यौता दिया, जिस पर मायावती ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने उदित राज के बयान की कड़ी निंदा की और बसपा कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने की सलाह दी।

मायावती vs उदित राज विवाद
मायावती vs उदित राज विवाद

उदित राज ने आकाश आनंद को कांग्रेस में बुलाया

कांग्रेस नेता उदित राज ने हाल ही में मीडिया से बातचीत के दौरान आकाश आनंद को कांग्रेस में शामिल होने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने बीएसपी कार्यकर्ताओं से भी अपील की कि वे कांग्रेस में आकर संविधान और आरक्षण की लड़ाई लड़ें।

इस बयान के बाद मायावती vs उदित राज विवाद और गहरा गया। मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता बहुजन समाज के हितों के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को ऐसे नेताओं से सावधान रहने की हिदायत दी।

मायावती की तीखी प्रतिक्रिया

बसपा प्रमुख मायावती ने अपने पोस्ट में कांग्रेस नेता उदित राज को “बड़बोला और बिगड़ैल नेता” करार दिया। उन्होंने लिखा,
“बहुजन समाज के हितों के लिए समर्पित सामाजिक संगठनों द्वारा कांग्रेस के एक बिगड़ैल नेता के बीएसपी पार्टी, मूवमेंट और उसके नेतृत्व के खिलाफ की गई टिप्पणी की निंदा करती हूं।”

इसके साथ ही मायावती ने बसपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे 15 मार्च को कांशीराम जयंती को पूरे जोश और भावना के साथ मनाएं।

क्या मायावती ने आकाश आनंद के समर्थन में दिया बयान?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मायावती का यह बयान अप्रत्यक्ष रूप से आकाश आनंद के समर्थन में आया है। बता दें कि मायावती ने 2 मार्च को ही अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने इस मौके का फायदा उठाने की कोशिश की और आकाश को अपने पाले में लाने का प्रयास किया।

हालांकि, मायावती ने यह साफ कर दिया कि बीएसपी की विचारधारा और नेतृत्व को कोई भी कमजोर नहीं कर सकता।

उदित राज का पलटवार: बीजेपी के करीब जा रही बीएसपी

मायावती के बयान के बाद कांग्रेस नेता उदित राज ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बीएसपी अब पूरी तरह से भाजपा के नियंत्रण में आ चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब आकाश आनंद ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान बीजेपी के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया, तो मायावती ने उन्हें पद से हटा दिया।

उनका कहना था कि मायावती की राजनीतिक रणनीति अब बीजेपी के समर्थन में झुकती दिख रही है, और यही कारण है कि उन्होंने आकाश आनंद को पार्टी से बाहर कर दिया।

उत्तराखंड सरकार पर भी बरसीं मायावती

इस पूरे मामले के बीच मायावती vs उदित राज विवाद के अलावा, बसपा प्रमुख ने उत्तराखंड सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने देहरादून में 11 प्राइवेट मदरसों को सील करने की कार्रवाई को गलत बताया और कहा कि यह धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला कदम है।

क्या आगे बढ़ेगा मायावती vs उदित राज विवाद?

मायावती vs उदित राज विवाद अब केवल बयानबाजी तक सीमित नहीं रह गया है। कांग्रेस और बीएसपी के बीच गहराते मतभेद यह संकेत दे रहे हैं कि आगामी चुनावों में दोनों दल आमने-सामने हो सकते हैं।

अब देखने वाली बात यह होगी कि आकाश आनंद इस विवाद पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या मायावती अपने फैसले में कोई बदलाव करेंगी या नहीं।

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Champions Trophy 2025 Final: न्यूज़ीलैंड को बड़ा झटका, चोटिल हो सकता है ये स्टार गेंदबाज

Champions Trophy 2025 Final
Champions Trophy 2025 Final

Champions Trophy 2025 Final: न्यूज़ीलैंड को बड़ा झटका, चोटिल हो सकता है ये स्टार गेंदबाज

Champions Trophy 2025 Final
Champions Trophy 2025 Final

आईसीसी Champions Trophy 2025 Final में भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। इस महामुकाबले से पहले कीवी टीम के लिए बुरी खबर सामने आई है। टीम के स्टार तेज गेंदबाज मैट हेनरी की फिटनेस को लेकर संशय बरकरार है। अगर वह मैच से बाहर होते हैं, तो यह भारतीय टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

मैट हेनरी की फिटनेस बनी चिंता का विषय

न्यूज़ीलैंड के तेज गेंदबाज मैट हेनरी Champions Trophy 2025 Final से बाहर हो सकते हैं। उन्हें सेमीफाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलते समय कंधे में चोट लग गई थी। इस दौरान वह हेनरिक क्लासेन का कैच पकड़ने के प्रयास में घायल हो गए। हालांकि, चोट के बावजूद वह दो ओवर गेंदबाजी करने लौटे थे, लेकिन उनकी फिटनेस को लेकर अब भी सवाल बने हुए हैं।

कोच गैरी स्टीड का बयान

न्यूज़ीलैंड के हेड कोच गैरी स्टीड ने हेनरी की चोट को लेकर कहा,
“हम उनकी फिटनेस को लेकर आशावादी हैं। हमने स्कैन और अन्य मेडिकल जांच करवाई है। हम उन्हें अंतिम मैच तक फिट होने का पूरा मौका देंगे। हालांकि, वह अभी भी दर्द में हैं और उनकी स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है।”

सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन

मैट हेनरी का प्रदर्शन Champions Trophy 2025 में अब तक शानदार रहा है। उन्होंने 16.70 की औसत से 10 विकेट चटकाए हैं। वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में शामिल हैं। खासकर भारत के खिलाफ ग्रुप स्टेज में उन्होंने 5 विकेट लेकर कहर बरपाया था।

मैट हेनरी की गैरमौजूदगी में कौन बनेगा रिप्लेसमेंट?

अगर मैट हेनरी Champions Trophy 2025 Final में नहीं खेल पाते हैं, तो उनकी जगह तेज गेंदबाज जैकब डफी को मौका मिल सकता है। जैकब ने अब तक टूर्नामेंट में कोई मैच नहीं खेला है, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान में आयोजित त्रिकोणीय सीरीज में प्रभावी गेंदबाजी की थी।

न्यूज़ीलैंड और भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग-11

न्यूज़ीलैंड की टीम:

  • मिचेल सेंटनर (कप्तान)
  • माइकल ब्रेसवेल
  • मार्क चैपमैन
  • डेवोन कॉनवे
  • काइल जेमिसन
  • मैट हेनरी / जैकब डफी
  • टॉम लैथम (विकेटकीपर)
  • डेरिल मिचेल
  • विल ओ’रोर्के
  • ग्लेन फिलिप्स
  • रचिन रवींद्र

भारतीय टीम:

  • रोहित शर्मा (कप्तान)
  • शुभमन गिल (उप-कप्तान)
  • विराट कोहली
  • श्रेयस अय्यर
  • केएल राहुल (विकेटकीपर)
  • ऋषभ पंत (विकेटकीपर)
  • हार्दिक पंड्या
  • रवींद्र जडेजा
  • अक्षर पटेल
  • कुलदीप यादव
  • मोहम्मद शमी

Champions Trophy 2025 Final से पहले न्यूज़ीलैंड को बड़ा झटका लग सकता है। अगर मैट हेनरी फिट नहीं होते हैं, तो भारत के खिलाफ उनकी गेंदबाजी की कमी कीवी टीम को भारी पड़ सकती है। भारतीय टीम इस मौके का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेगी और अपना बेस्ट प्रदर्शन देने उतरेगी।

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शराबी बेटे ने मां की हत्या: मकान के पैसे न देने पर भाले से किया वार, ईंट से कुचल दिया चेहरा

शराबी बेटे ने मां की हत्या
शराबी बेटे ने मां की हत्या

शराबी बेटे ने मां की हत्या: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में दर्दनाक वारदात

शराबी बेटे ने मां की हत्या
शराबी बेटे ने मां की हत्या

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक शराबी बेटे ने मां की हत्या कर दी। यह घटना निगोही थाना क्षेत्र के गनपतपुर गांव की है, जहां आरोपी ने मकान बनाने के लिए पैसे न देने पर 65 वर्षीय मां को बेरहमी से मार डाला।

पैसे न देने पर बेटे ने किया क्रूर हमला

गांव के रहने वाले विनोद को शराब की लत थी। शुक्रवार शाम को वह नशे की हालत में अपनी मां से मकान बनाने के लिए पैसे मांग रहा था। जब मां ने इनकार कर दिया, तो वह गुस्से से आगबबूला हो गया।

भाले से किया वार, ईंट से कुचला चेहरा

गुस्से में आकर शराबी बेटे ने मां की हत्या करने का फैसला कर लिया। उसने पास रखे भाले से मां की पीठ पर वार कर दिया, जिससे वह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ी। इसके बाद आरोपी ने एक ईंट उठाकर मां के चेहरे पर कई बार प्रहार किया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

गांव में मचा हड़कंप, आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और आरोपी विनोद को पकड़कर रस्सी से बांध दिया। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

सूचना मिलते ही निगोही थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया

पुलिस का बयान: जांच जारी

इस घटना पर सीओ निगोही प्रियांक जैन ने बताया,
“हमें सूचना मिली कि गनपतपुर गांव में एक युवक ने अपनी मां को भाले से मारकर हत्या कर दी। घटनास्थल का निरीक्षण किया गया और FSL टीम ने साक्ष्य एकत्र किए हैं। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”

शराब की लत बनी हत्या की वजह?

ग्रामीणों के अनुसार, विनोद शराब का आदी था और आए दिन अपनी मां से पैसे मांगता था। उसकी शराब की लत ही इस भयानक वारदात की वजह बनी।

बढ़ते अपराध और शराब की लत चिंता का विषय

आजकल शराब के नशे में अपराध बढ़ते जा रहे हैं। कई बार शराब की लत परिवारों को तबाह कर देती है। इस तरह की घटनाएं समाज में गंभीर चिंता का विषय हैं और इस पर रोकथाम जरूरी है।

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हफ्ते के आखिरी दिन सपाट खुला शेयर बाजार, ऑटो और मेटल स्टॉक्स में तेजी, IT में दिखी गिरावट

भारतीय शेयर बाजार

भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन सपाट खुला है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स मामूली बढ़त के साथ 74,347.14 पर खुला। हालांकि, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 0.07% या 55 अंक की गिरावट आई और यह 74,243 पर ट्रेड करता दिखा। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का सूचकांक निफ्टी 0.09% या 20.85 अंक गिरकर 22,523 पर ट्रेड कर रहा था

शुरुआत में ही उतार-चढ़ाव देखा गया। सेंसेक्स के 30 प्रमुख शेयरों में से आधे यानी 15 शेयर हरे निशान पर थे, जबकि बाकी 15 लाल निशान पर। निफ्टी के 50 प्रमुख शेयरों में से 23 हरे निशान पर और 27 लाल निशान पर ट्रेड करते हुए नजर आए। यह दर्शाता है कि मिश्रित रुझान थे, और निवेशक सतर्क नजर आए।

तेजी और गिरावट वाले शेयर

बाजार में कुछ शेयरों में तेजी देखने को मिली, जबकि अन्य शेयरों में गिरावट का रुख रहा। बीईएल, एचडीएफसी लाइफ, एसबीआई लाइफ, अडानी पोर्ट्स और हीरो मोटो कॉर्प जैसे शेयरों में उछाल देखा गया। इन शेयरों में क्रमशः 2.18%, 1.88%, 1.77%, 1.13%, और 0.96% की बढ़त आई।

वहीं, इन्फोसिस, श्रीराम फाइनेंस, एनटीपीसी, एचसीएल टेक और आईसीआईसीआई बैंक में गिरावट आई। इन शेयरों में क्रमशः 1.37%, 1.03%, 0.67%, 0.62% और 0.59% की कमी आई।

सेक्टोरल सूचकांकों का हाल

जब हम सेक्टोरल सूचकांकों की बात करें, तो अलग-अलग सेक्टर्स में भी मिश्रित रुझान देखने को मिले। कुछ सेक्टरों में गिरावट आई, जबकि कुछ में उछाल आया।

  • निफ्टी बैंक में 0.35% की गिरावट आई।
  • निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज में 0.24% की गिरावट रही।
  • निफ्टी एफएमसीजी में 0.32% की गिरावट आई।
  • निफ्टी आईटी में 0.83% की गिरावट आई, जो कि सबसे बड़ी गिरावट रही।
  • निफ्टी फार्मा में 0.26% की गिरावट आई।
  • निफ्टी पीएसयू बैंक में 0.23% की गिरावट देखने को मिली।
  • निफ्टी प्राइवेट बैंक में भी 0.35% की गिरावट आई।
  • निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स में 0.19% की गिरावट रही।
  • निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.09% की मामूली गिरावट आई।
  • निफ्टी ऑयल एंड गैस में 0.18% की गिरावट आई।
  • निफ्टी मिडस्मॉल आईटी एंड टेलीकॉम में 0.63% की गिरावट देखी गई।

इसके विपरीत, कुछ सेक्टर्स में तेजी भी आई:

  • निफ्टी मिडस्मॉल हेल्थकेयर में 0.03% की मामूली तेजी आई।
  • निफ्टी रियल्टी में 0.30% की बढ़त रही।
  • निफ्टी मेटल में 0.57% की तेजी आई।
  • निफ्टी मीडिया में 0.78% की उछाल देखने को मिली।
  • निफ्टी ऑटो में 0.57% की तेजी आई।

 

निवेशकों का दृष्टिकोण

आज के बाजार के प्रदर्शन में देखा गया कि निवेशक ऑटो और मेटल स्टॉक्स की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जबकि आईटी सेक्टर में कमजोरी आई है। आईटी कंपनियों में विशेष रूप से इन्फोसिस और एचसीएल टेक में गिरावट देखने को मिली, जबकि ऑटो और मेटल सेक्टर में मजबूत रुझान था।

भारतीय शेयर बाजार में आज का कारोबार हफ्ते के आखिरी दिन सपाट रहा, जिसमें कुछ सेक्टरों में तेजी और कुछ में गिरावट देखने को मिली। ऑटो और मेटल सेक्टर में तेजी के बावजूद, आईटी सेक्टर में कमजोरी ने बाजार को प्रभावित किया। निवेशकों को वर्तमान में सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि  उतार-चढ़ाव जारी रहने की संभावना है।

आने वाले दिनों में बाजार की दिशा को लेकर निवेशकों को सतर्क रहना होगा और मौजूदा रुझानों के हिसाब से निवेश निर्णय लेने होंगे।

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टी20 वर्ल्ड कप 2026 से पहले इटली ने लिया बड़ा फैसला, जॉन डेविसन को बनाया हेड कोच

टी20 वर्ल्ड कप 2026 में कुल 20 टीमें हिस्सा लेंगी, जिसमें भारत और श्रीलंका पहले ही मेजबान होने के नाते क्वालीफाई कर चुके हैं। इस बीच, इटली क्रिकेट टीम ने आगामी वर्ल्ड कप में अपनी जगह पक्की करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। इटली ने पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी जॉन डेविसन को अपनी टी20 टीम का हेड कोच नियुक्त किया है। जॉन डेविसन का अनुभव और उनके नेतृत्व की क्षमता इटली के लिए निर्णायक साबित हो सकती है, जो 2026 में होने वाले वर्ल्ड कप में क्वालीफाई करने की कोशिश कर रहा है।

इटली का बड़ा फैसला: जॉन डेविसन को हेड कोच नियुक्त किया

इटली ने अपनी टीम को मजबूत बनाने के लिए जॉन डेविसन को हेड कोच के रूप में चुना है। डेविसन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर रहे हैं और उन्होंने कनाडा के लिए वनडे और टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उनके पास कोचिंग का भी अच्छा अनुभव है, जो इटली टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

इटली की टीम के लिए बड़ा मौका

टी20 वर्ल्ड कप 2026 में कुल 20 टीमें हिस्सा लेंगी, जिसमें से दो टीमों को यूरोपियन रीजन फाइनल्स के माध्यम से वर्ल्ड कप में जगह मिलेगी। इटली की टीम ने इस फाइनल्स में अपनी जगह बनाने के लिए अच्छा प्रदर्शन करने का संकल्प लिया है। यूरोपियन रीजन फाइनल्स में नीदरलैंड्स, स्कॉटलैंड, ग्वेर्नसे और जर्सी जैसी टीमें भी शामिल हैं। इन टीमों में से सिर्फ दो टीमें ही वर्ल्ड कप 2026 के लिए क्वालीफाई करेंगी। ऐसे में इटली की टीम का लक्ष्य इन टीमों के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करना है।

इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए इटली ने जॉन डेविसन को कोच की जिम्मेदारी सौंपी है, ताकि टीम का प्रदर्शन बेहतर हो सके और वे अगले वर्ल्ड कप में अपनी जगह पक्की कर सकें।

जॉन डेविसन का अनुभव और कोचिंग करियर

जॉन डेविसन ने संन्यास लेने के बाद ऑस्ट्रेलिया की स्पिन बॉलिंग कोच और सलाहकार के रूप में भी काम किया है। उन्होंने नाथन लायन, मिचेल स्वेपसन, और मैट कुहनेमैन जैसे खिलाड़ियों के साथ काम किया है। उनका यह अनुभव इटली के खिलाड़ियों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है, खासकर जब बात स्पिन बॉलिंग और टीम की तकनीकी दृष्टि से सुधार की हो।

डेविसन ने अपने कोच बनने के बाद कहा, “मैं इटली टी20 टीम का मुख्य कोच नियुक्त होने पर उत्साहित और सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैंने एक खिलाड़ी के रूप में विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने का रोमांच अनुभव किया है, और अब मैं इटली के खिलाड़ियों के साथ उस रोमांच को दोहराने के लिए उत्सुक हूं।”

कनाडा के लिए खेल चुके हैं जॉन डेविसन

जॉन डेविसन का क्रिकेट करियर बहुत ही रंगीन रहा है। उन्होंने कनाडा की टीम के लिए वनडे और टी20 क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। डेविसन ने 2003 में कनाडा के लिए वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके बाद, उन्होंने 2008 में टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण किया। कनाडा के लिए उन्होंने 32 वनडे मैचों में 799 रन बनाए थे, और 5 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 44 रन बनाए थे।

उनके अनुभव और रिकॉर्ड को देखते हुए इटली ने उन्हें कोच बनाने का निर्णय लिया, ताकि वे अपनी रणनीतियों और अनुभव के जरिए टीम को नई दिशा दे सकें।

इटली के कप्तान: जो बर्न्स

इटली क्रिकेट टीम के वर्तमान कप्तान जो बर्न्स हैं, जो ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज रह चुके हैं। जो बर्न्स का नेतृत्व और जॉन डेविसन की कोचिंग टीम के लिए एक मजबूत संयोजन साबित हो सकता है, जिससे इटली की टीम वर्ल्ड कप 2026 के लिए क्वालीफाई करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके।

इटली क्रिकेट टीम ने जॉन डेविसन को हेड कोच नियुक्त कर एक बड़ा और रणनीतिक कदम उठाया है। उनके अनुभव और कोचिंग के साथ, इटली की टीम आगामी क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करने की पूरी कोशिश करेगी। अब देखना यह होगा कि डेविसन के नेतृत्व में इटली की टीम कितनी सफल हो पाती है और क्या वे 2026 वर्ल्ड कप में अपनी जगह बना पाते हैं।

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फैटी लिवर से बचाव के लिए योगिक जॉगिंग, जानें इसके लक्षण और उपचार

फैटी लिवर की बीमारी अब दुनियाभर में एक गंभीर समस्या बन गई है, और अनुमान है कि लगभग 50 करोड़ भारतीय इसके खतरे से जूझ रहे हैं। एक नई स्टडी के अनुसार, यदि आप हफ्ते में दो-ढाई घंटे योगिक जॉगिंग या साइकिलिंग करें तो आप अपने लिवर को स्वस्थ रख सकते हैं और इस जानलेवा बीमारी से बच सकते हैं।

क्या है फैटी लिवर और इसके कारण?

फैटी लिवर तब होता है जब लिवर में अत्यधिक फैट जमा हो जाता है। इसके कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जिनमें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, और दिल की बीमारियां शामिल हैं। इस बीमारी के मुख्य कारण खराब लाइफस्टाइल, तला-भुना और जंक फूड, शुगर, हाई कोलेस्ट्रॉल, और मोटापा हैं।

क्या कहती है स्टडी?

एशियन पैसिफिक एसोसिएशन की लेटेस्ट स्टडी के अनुसार, यदि सप्ताह में ढाई से चार घंटे साइकिलिंग या जॉगिंग की जाए, तो फैटी लिवर के मामलों को 30% तक कम किया जा सकता है। यह स्टडी दर्शाती है कि यह बीमारी केवल शराब पीने वालों तक सीमित नहीं है, बल्कि नशे से दूर रहने वालों को भी प्रभावित कर रही है।

फैटी लिवर के लक्षण:

  • भूख कम लगना
  • पेट के ऊपरी हिस्से में सूजन
  • लगातार थकावट महसूस होना
  • वॉमिट आना

फैटी लिवर के गंभीर परिणाम:

  • लिवर सिरोसिस
  • कैंसर
  • मोटापा
  • थायरॉइड
  • हार्ट प्रॉब्लम्स

लिवर को स्वस्थ रखने के उपाय: स्वामी रामदेव के अनुसार, योग और आयुर्वेदिक उपायों से लिवर की सेहत में सुधार किया जा सकता है। इसके साथ ही, कुछ महत्वपूर्ण आहार संबंधी बदलाव भी फैटी लिवर से बचाव कर सकते हैं:

  • बचें: सैचुरेटेड फैट, ज्यादा नमक, मीठा, प्रोसेस्ड फूड, कार्बोनेटेड ड्रिंक और शराब।
  • खाएं: मौसमी फल, साबुत अनाज, लो फैट डेयरी, शाकाहार और प्लांट-बेस्ड फूड।

लिवर के कार्य: लिवर शरीर का सबसे बड़ा ग्लैंड है और यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है:

  • एंजाइम्स बनाना
  • ब्लड फिल्टर करना
  • टॉक्सिंस निकालना
  • कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करना
  • डाइजेशन और प्रोटीन बनाना

बीमारी को रोकने के लिए स्वस्थ आहार और योगिक जॉगिंग सबसे प्रभावी उपाय हैं। इसके अलावा, समय रहते बीमारी के शुरुआती लक्षणों को पहचान कर उचित उपचार शुरू करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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Re-Release Films: ‘सनम तेरी कसम’ से लेकर ‘घिल्ली’ तक री-रिलीज हुईं फिल्मों ने कमाई के नए रिकॉर्ड बनाए

बॉलीवुड में पुराने फिल्मों को फिर से रिलीज़ करने का सिलसिला बढ़ रहा है, जिससे कई फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की है , इन फिल्मों ने री-रिलीज़ के बाद जबर्दस्त बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन किया है।

री-रिलीज हुईं सनम तेरी कसम

1. सनम तेरी कसम

  • कमाई: 41 करोड़ रुपये
  • बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन: हर्षवर्धन राणे और मावरा हुसैन की यह फिल्म दर्शकों द्वारा बहुत पसंद की गई और इसे जबर्दस्त सफलता मिली।
  • री-रिलीज़: पिछले महीने।

Review: दिलचस्प कहानी और डायरेक्शन की मिसाल है 'तुम्बाड' - tumbbad movie review horror film with strong poweful visuals boxoffice tmov - AajTak

2. तुम्बाड

  • कमाई: 20 करोड़ रुपये
  • बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन: 2018 में रिलीज हुई फिल्म ‘तुम्बाड’ ने 2024 में री-रिलीज़ के बाद अपनी पहली रिलीज़ से ज्यादा कमाई की।
  • विशेष: फिल्म की सफलता ने सभी को चौंका दिया।

Ghilli (2008) - Movie | Reviews, Cast & Release Date - BookMyShow

3. घिल्ली

  • कमाई: 24.25 करोड़ रुपये
  • बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन: तमिल फिल्म ‘घिल्ली’ के हिंदी वर्जन ने शानदार कमाई की, खासकर पहले दिन और वीकेंड में।
  • री-रिलीज़: 2004 में रिलीज हुई इस फिल्म को दोबारा सिनेमाघरों में उतारा गया।

ऐसे हुई थी ये जवानी है दीवानी फिल्म की शूटिंग, देखें बिहाइंड द सीन्स | yeh jawaani hai deewani movie behind the scenes | HerZindagi

4. ये जवानी है दीवानी

  • कमाई: 25 करोड़ रुपये (एक हफ्ते में)

  • बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन: रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण की इस सुपरहिट फिल्म ने री-रिलीज़ के बाद एक हफ्ते में शानदार कमाई की।

  • री-रिलीज़: फिल्म 2013 में सुपरहिट रही थी और री-रिलीज़ के बाद भी दर्शकों द्वारा खूब पसंद की गई।

  • उम्मीद: इन फिल्मों की सफलता को देखकर कई निर्माता अपनी पुरानी फिल्मों को फिर से रिलीज करने का विचार कर रहे हैं।

खाटू श्याम बाबा के लक्खी मेले में जाने के लिए रेलवे सेवाएं, जयपुर से रींगस तक स्पेशल ट्रेनें

  • खाटू श्याम बाबा के लक्खी मेले का आयोजन: मेला 28 फरवरी से शुरू होकर 11 मार्च तक चलेगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु विभिन्न राज्यों से खाटू श्याम बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
  • रींगस रेलवे स्टेशन का महत्व: खाटू श्याम बाबा का नजदीकी रेलवे स्टेशन रींगस है, जहां से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं।
  • स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत: रेलवे ने बाहरी राज्यों और दूरस्थ जिलों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है।

1. गाड़ी संख्या 09737, जयपुर-रींगस स्पेशल रेल सेवा

  • समय: जयपुर जंक्शन से 3:45 बजे दोपहर में रवाना, रींगस 5:40 बजे शाम में पहुंचती है।
  • स्टॉपेज: ढेहर का बालाजी, नींदड़, बेनाड, चौमू सामोद, गोविन्दगढ़ मलिकपुर।
  • चलने की तिथि: 5 मार्च से 11 मार्च तक।

2. गाड़ी संख्या 09739, जयपुर-रींगस स्पेशल रेल सेवा

  • समय: जयपुर जंक्शन से 8:35 बजे सुबह में रवाना, रींगस 10:25 बजे सुबह में पहुंचती है।
  • स्टॉपेज: ढेहर का बालाजी, नींदड़ बेनाड, चौमू सामोद, गोविन्दगढ़ मलिकपुर।
  • चलने की तिथि: 6 मार्च से 11 मार्च तक।

3. गाड़ी संख्या 09738, रींगस-जयपुर स्पेशल रेल सेवा

  • समय: रींगस से 6:10 बजे शाम में रवाना, जयपुर जंक्शन 7:35 बजे शाम में पहुंचती है।
  • स्टॉपेज: गोविंदगढ़ मलिकपुर, चौमू सामोद, नींदड़ बेनाड, ढेहर का बालाजी।
  • चलने की तिथि: नियमित रूप से।

4. गाड़ी संख्या 09740, रींगस-जयपुर स्पेशल रेल सेवा

  • समय: रींगस से 11:50 बजे सुबह में रवाना, जयपुर 1:55 बजे रात्रि में पहुंचती है।
  • स्टॉपेज: छोटा गुढा, गोविंदगढ़ मलिकपुर, लोहरवाड़ा, चौमू सामोद, नींदड़ बेनाड, ढेहर का बालाजी।
  • चलने की तिथि: 6 मार्च से 11 मार्च तक।
  • भक्तों को मिली सुविधा: इन स्पेशल ट्रेनों के संचालन से श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन के लिए यात्रा में बड़ी सहूलियत मिल रही है, जिससे धार्मिक यात्रा अधिक सुविधाजनक हो गई है।
  • प्रशासन द्वारा इंतजाम: मेला और रेलवे सेवाओं के माध्यम से श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, ताकि उनका अनुभव यादगार बने।

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उत्तर प्रदेश में होली पर्व के दौरान बसों की अतिरिक्त व्यवस्था, प्रोत्साहन योजना की घोषणा

सचिन मलिक। उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने होली के पर्व पर अत्यधिक बसों की व्यवस्था कराने एवं प्रोत्साहन योजना के संबंध में निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि होली पर्व से कुछ दिन पूर्व एवं इसके बाद तक देश एवं प्रदेश के अन्य हिस्सों से अपने घर लोग पर्व मनाने जाते हैं। 08 मार्च से 18 मार्च 2025 तक अतिरिक्त बसों की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जिससे कि यात्रियों को होली पर्व के दौरान यात्रा में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

परिवहन मंत्री ने कहा कि गाजियाबाद/दिल्ली एवं पश्चिमी क्षेत्रों से लोग ज्यादा यात्रा करते हैं। जिसके दृष्टिगत इन क्षेत्रों में बसों एवं कर्मचारियों की संख्या आवश्यकतानुसार निर्धारित करते हुए पहले से ही तैयारी कर ली जाए। उन्होंने कहा कि प्रारम्भिक प्वाइंट से 60 प्रतिशत यात्री लोड मिलता है तो सभी पूर्वी क्षेत्र के अधिकारी होली पर्व अवधि में अतिरिक्त सेवाओं के संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत निगम बसों को आनरोड किया जाए व निरन्तर चलाये जाने की व्यवस्था एव आवश्यतानुसार सुनिश्चित की जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि पर्व अवधि में अनुबंधित बसों को अवकाश न दिया जाए। वाहन स्वामी अपने वाहनों की मरम्मत कार्य कराकर संचालन के लिए अपनी बसें उपलब्ध करायें।

परिवहन मंत्री ने निर्देश दिये कि जाम/दुर्घटना के फलस्वरूप अवरूद्ध संचालन को क्षेत्रीय प्रबंधक सुचारू बनाये रखने की तैयारी कर लें और तत्काल यात्रा सुनिश्चित करायें, जिससे कि यात्रियों को कोई असुविधा न हो। प्रवर्तन दल निरन्तर क्षेत्र में ड्यूटी पर उपलब्ध रहें और चालकों/परिचालकों का ब्रेथ एनलाइजर टेस्ट किया जाए, जिससे कि यात्रियों को सुरक्षित यात्रा उपलब्ध हो। बसों के कल-पुर्जे, खिड़कियों के शीशे इत्यादि लगे होने के साथ सीटों की स्थिति अच्छी होनी चाहिए। साथ ही फायर सेफ्टी उपकरण भी बसों में मौजूद हो। उन्होंने बस एवं बस स्टेशनों पर साफ सफाई की उत्तम व्यवस्था रखने के विशेष निर्देश दिये, जिससे कि यात्रियों को यात्रा के दौरान बेहतर एवं सुखद यात्रा मिले।

 उत्तर प्रदेश प्रोत्साहन योजना
उत्तर प्रदेश प्रोत्साहन योजना

परिवहन मंत्री ने कहा कि पर्व अवधि में ऐसे चालक/परिचालक जिसमें संविदा तथा आउटसोर्सिंग के चालक/परिचालक शामिल होंगे। निर्धारित औसत कि0मी0 का संचालन करने पर रू0 350 प्रति दिवस की दर से एकमुश्त 3500 रूपये विशेष प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जायेगा। इन्हें प्रोत्साहन अवधि में औसतन 300 कि0मी0 प्रतिदिन संचालन करना होगा। यदि ऐसे कार्मिक 11 दिन की सम्पूर्ण प्रोत्साहन अवधि तक कुल डयूटी करते है और निर्धारित कि0मी0 के उपरोक्त मानक को पूर्ण करते हैं तो रू0 400 प्रतिदिन की दर से 4400 रूपये प्रोत्साहन देय होगी।

इसके अतिरिक्त संविदा/वाह्य स्रोत चालकों/परिचालकों को प्रोत्साहन अवधि में उपरोक्त निर्धारित मानक से अधिक कि0मी0 अर्जित करने पर अतिरिक्त कि0मी0 पर प्रति कि0मी0 55 पैसे का अतिरिक्त मानदेय दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि पर्व अवधि में 11 दिन लगातार ड्यूटी करने वाले डिपो कार्यशाला एवं क्षेत्रीय कार्यशाला में कार्यरत कार्मिकां जिसमें आउटसोर्स कर्मी भी शामिल हैं और एक मुश्त 1800 रू प्रदान किया जायेगा तथा इस अवधि में 10 दिन की ड्यूटी करने वाले कार्मिकों को एक मुश्त 1500 रूपया प्रदान किया जायेगा।

प्रोत्साहन अवधि में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों/उपाधिकारियां को क्षेत्रीय समिति की संस्तुति के अनुसार प्रोत्साहन राशि प्रदान करने के लिए समस्त क्षेत्रीय प्रबंधकों को 10,000 हजार रूपये एवं सेवा प्रबंधकों को 5000 रूपये की राशि भी दी जायेगी। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक डिपो को रू0 50 प्रति निगम एवं अनुबंधित बस के आधार पर आगणित धनराशि उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों/उपाधिकारियों में वितरित करेंगे। क्षेत्रीय एवं डिपो स्तर पर प्रोत्साहन अवधि में प्रदेश स्तर पर सर्वाधिक आय प्रति बस प्राप्त करने वाले तीन क्षेत्रों के क्षेत्रीय प्रबंधक एवं सेवा प्रबंधक तथा 10 डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक को परिवहन निगम द्वारा प्रशस्ती पत्र प्रदान किया जायेगा।

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उत्तर प्रदेश में मनरेगा योजना से 19 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण, 2024-25 में 3020 केंद्र पूर्ण

सचिन मलिक। उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में उत्तर प्रदेश में मनरेगा योजना के अंतर्गत बाल विकास विभाग, पंचायती राज विभाग के अभिसरण से आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य निरंतर किया जा रहा है। उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के मार्गदर्शन में ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्रों का गुणवत्तापूर्ण निर्माण कराया जा रहा है। ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मनरेगा योजनांतर्गत मनरेगा, बाल विकास विभाग, पंचायती राज विभाग के माध्यम से अभिसरण कर वित्तीय वर्ष 2018-19 से अब तक 19 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। वर्ष 2018-19 में 3866, वर्ष 2019-20 में 2015, वर्ष 2020-21 में 4042, वर्ष 2021-22 में 1871, वर्ष 2022-23 में 2332, तो वहीं वर्ष 2023-24 में 1981 एवं वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 3020 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा 9448 कार्य निर्माणाधीन प्रक्रिया में हैं। इन आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के खेलने आदि की व्यवस्था भी की गई है। ध्यान रखा गया है कि कोई भी आंगनबाड़ी केन्द्र नेशनल हाईवे के बगल में ना बने। सभी पंचायतों में आंगनबाड़ी केन्द्र बनाने की योजना के साथ इस पर कार्य किया जा रहा है।


मनरेगा योजना के अंतर्गत जहां बीते वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 1981 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया गया, वहीं वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 3020 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। इस वर्ष अब तक योजनांतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों को बनाने में 12865.58 लाख की धनराशि व्यय भी की जा चुकी है। जबकि करीब 9 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कार्य प्रगतिशील है।

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आयुक्त ग्राम्य विकास जीएस प्रियदर्शी द्वारा बताया गया कि योजनांतर्गत मनरेगा, बाल विकास विभाग, पंचायती राज विभाग के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्रों का निरंतर निर्माण कार्य जारी है। शासन के आदेश के अनुसार मनरेगा कंवर्जेंस से नियमानुसार निर्माण कार्य किया जा रहा है। ग्राम व पंचायत स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्रों का पूरी पारदर्शिता एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से निर्माण कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जा रहा है।