33.6 C
New Delhi
Saturday, July 5, 2025
Home Blog Page 32

अब्दुल्ला आजम खान जेल से रिहाई: 17 महीने बाद बाहर आए सपा नेता, समर्थकों ने किया भव्य स्वागत

अब्दुल्ला आजम खान जेल से रिहाई
अब्दुल्ला आजम खान जेल से रिहाई

अब्दुल्ला आजम खान जेल से रिहाई: 17 महीने बाद आज़ाद, समर्थकों ने किया भव्य स्वागत

अब्दुल्ला आजम खान जेल से रिहाई

समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अब्दुल्ला आजम खान 17 महीने जेल में बिताने के बाद मंगलवार को हरदोई जेल से रिहा हुए। उनकी रिहाई के बाद समर्थकों में जबरदस्त जोश देखने को मिला। बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता और उनके समर्थक जेल के बाहर मौजूद थे।

जेल से बाहर आए अब्दुल्ला आजम खान

अब्दुल्ला आजम खान जेल से रिहाई दोपहर करीब 12 बजे हुई, जब सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें जेल से बाहर निकाला। सफेद कुर्ता-पायजामा और गहरे रंग की वेस्टकोट पहने हुए अब्दुल्ला आज़म खान लंबे बालों में पोनीटेल लुक में नजर आए।

उनकी रिहाई के बाद सपा नेताओं और समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान मुरादाबाद की सांसद रुचि वीरा भी जेल के बाहर मौजूद रहीं।

कौन हैं अब्दुल्ला आजम खान?

अब्दुल्ला आजम खान रामपुर के स्वार विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक हैं और वरिष्ठ सपा नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान के बेटे हैं। उनके खिलाफ विभिन्न मामलों में कुल 45 केस दर्ज किए गए थे, जिनमें से सभी में उन्हें जमानत मिल चुकी है।

अब्दुल्ला आजम खान को किस मामले में मिली जमानत?

हाल ही में एमपी/एमएलए स्पेशल मजिस्ट्रेट ट्रायल कोर्ट के जज शोभित बंसल ने 2020 में दर्ज शत्रु संपत्ति मामले में उन्हें जमानत दे दी थी। हालांकि, जमानत सत्यापन प्रक्रियाओं के कारण उनकी रिहाई में देरी हुई।

सोमवार को एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट ट्रायल कोर्ट से हरदोई जेल प्रशासन को उनके रिहाई के आदेश भेजे गए, जिसके बाद उनकी रिहाई का रास्ता साफ हुआ

समर्थकों और सपा नेताओं की प्रतिक्रिया

अब्दुल्ला आजम खान जेल से रिहाई के बाद सपा सांसद रुचि वीरा ने न्याय व्यवस्था पर भरोसा जताते हुए कहा:

“हमें न्यायपालिका पर हमेशा भरोसा था और अब भी है। न्याय हुआ है, हालांकि इसमें कुछ समय लगा। लेकिन अंततः सच्चाई की जीत हुई और अब्दुल्ला आज़म खान रिहा हो गए।”

आजम खान अभी भी जेल में बंद

जहां एक ओर अब्दुल्ला आजम खान जेल से रिहाई के बाद अपने घर लौट चुके हैं, वहीं उनके पिता आजम खान अब भी विभिन्न मामलों के चलते सीतापुर जेल में बंद हैं।

सपा समर्थकों को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें भी न्याय मिलेगा और वह भी रिहा होंगे।

अब्दुल्ला आजम खान जेल से रिहाई सपा कार्यकर्ताओं के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है। 17 महीने जेल में रहने के बाद वह अब अपने राजनीतिक करियर को फिर से आगे बढ़ाने की तैयारी कर सकते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपनी राजनीतिक रणनीति कैसे तैयार करते हैं और सपा के लिए आगे क्या भूमिका निभाते हैं।

 

और पढ़ें: उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025: नकलविहीन परीक्षा के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम का उद्घाटन

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन: बहराइच में शायरी और उर्दू अदब का शानदार आयोजन

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन
गंजीना काव्य संग्रह विमोचन

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन: बहराइच में उर्दू साहित्य का अनोखा जश्न

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन

बहराइच की अदबी फिजा हमेशा से उर्दू साहित्य और शायरी के लिए मशहूर रही है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हाल ही में गंजीना काव्य संग्रह विमोचन और एक शानदार शायरी नशिस्त का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कई मशहूर शायरों और साहित्यकारों ने भाग लिया और उर्दू अदब के महत्व पर प्रकाश डाला।

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन का भव्य आयोजन

बहराइच के मोहल्ला नाजिरपुरा स्थित मोहम्मद नगर कॉलोनी में गंजीना काव्य संग्रह विमोचन कार्यक्रम अंजुमन फरोगे अदब के तत्वावधान में आयोजित किया गया। यह काव्य संग्रह प्रसिद्ध साहित्यकार मोहम्मद जमाल अजहर सिद्दीकी और उनकी तीन बहनों की ग़ज़लों और शायरी का संकलन है।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता बहराइच के मशहूर शायर मजहर सईद अलीग बहराइची ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ कारी मोहम्मद कासिम हयातुल्लाह नूरी की तिलावत-ए-कुरान और शायर रईस सिद्दीकी की नात शरीफ से हुआ।

शायरों और उर्दू साहित्यकारों ने रखे विचार

कार्यक्रम में उपस्थित प्रोफेसर मोहम्मद उस्मान (अध्यक्ष, किसान डिग्री कॉलेज उर्दू विभाग) ने कहा कि बहराइच उर्दू अदब की धरोहर रहा है और आज भी नई पीढ़ी इसे संजोने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि गंजीना काव्य संग्रह विमोचन एक ऐतिहासिक क्षण है और इससे उर्दू अदब को और मजबूती मिलेगी।

कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉ. सुफियान अहमद अंसारी ने जमाल अजहर सिद्दीकी की शख्सियत और उनकी शायरी पर गहराई से प्रकाश डाला। उन्होंने उर्दू भाषा के भविष्य पर चिंता जाहिर करते हुए लोगों से अपील की कि वे उर्दू अखबार खरीदने की आदत डालें ताकि यह भाषा जिंदा रहे।

शायरी नशिस्त: अदबी माहौल में डूबे श्रोता

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन के बाद एक शानदार शायरी नशिस्त का आयोजन किया गया, जिसमें बहराइच के कई प्रसिद्ध शायरों ने अपने कलाम पेश किए। इसमें मजहर सईद, अकमल नजीर, शादा रहमानी, जमाल अजहर, रईस सिद्दीकी, कलीम बहराइची, नजर बहराइची, मंजूर बहराइची, जफर अजीज सहित कई मशहूर शायर शामिल थे।

डॉ. निजाम मसूदी, डॉ. सगीर सिद्दीकी, और कलाम अहमद एडवोकेट ने भी अपनी शायरी से महफिल को रोशन किया। उर्दू प्रेमियों से खचाखच भरे इस आयोजन में मौलाना नफीस मजाहिरी, हाफिज मोहिउद्दीन, मास्टर अब्दुल बारी, अयाज अहमद राईनी, मास्टर सलमान, जावेद चौधरी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।

बहराइच: उर्दू अदब की विरासत को संजोता शहर

इस कार्यक्रम के दौरान बहराइच की अदबी विरासत पर भी चर्चा हुई। उर्दू स्कॉलर शफीक अहमद बागवान ने बहराइच के साहित्यिक इतिहास पर रोशनी डालते हुए बताया कि यह शहर हमेशा से उर्दू भाषा और शायरी का केंद्र रहा है।

गंजीना काव्य संग्रह विमोचन ने इस बात को और भी स्पष्ट कर दिया कि नई पीढ़ी भी उर्दू साहित्य को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस आयोजन ने साहित्य प्रेमियों के दिलों में एक नई ऊर्जा भर दी और उर्दू शायरी की खूबसूरती को फिर से जीवंत किया।

  और पढ़ें : नौबना ग्राम प्रधान उपचुनाव परिणाम: सुधीर यादव ने निकटतम प्रतिद्वंदी को 340 मतों से हराया

उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025: नकलविहीन परीक्षा के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम का उद्घाटन

उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025
उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025

लखनऊ: उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025 को पूरी तरह नकलविहीन और पारदर्शी बनाने के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया गया। माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी ने लखनऊ स्थित शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) कार्यालय में इस कंट्रोल रूम की शुरुआत की। यह कंट्रोल रूम 24 फरवरी 2025 से शुरू होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की ऑनलाइन निगरानी करेगा। सरकार की मंशा के अनुरूप इस वर्ष परीक्षा में नकल पर सख्त नियंत्रण रखने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025

नकलविहीन परीक्षा के लिए कड़े इंतजाम

प्रदेश सरकार ने इस वर्ष उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025 को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। नकल रोकने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और स्थानीय अभिसूचना इकाइयों को सक्रिय कर दिया गया है। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें वॉयस रिकॉर्डिंग की सुविधा भी होगी। इसके अलावा, हर परीक्षा केंद्र पर राउटर, डीवीआर और हाई-स्पीड इंटरनेट की व्यवस्था की गई है, जिससे परीक्षाओं की लाइव वेबकास्टिंग होगी।

कितने परीक्षार्थी होंगे शामिल?

इस वर्ष यूपी बोर्ड परीक्षा में कुल 54 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे, जिनमें:

  • हाईस्कूल परीक्षा: 27,32,216 छात्र
  • इंटरमीडिएट परीक्षा: 27,05,017 छात्र

परीक्षा के सफल संचालन के लिए 8140 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें:

  • राजकीय विद्यालय: 576
  • अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय: 3446
  • स्ववित्त पोषित विद्यालय: 4118

इनमें से 306 केंद्र अति संवेदनशील और 692 केंद्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं।

परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के सख्त उपाय

प्रदेश सरकार ने परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं:

  • प्रत्येक परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी कैमरे और वॉयस रिकॉर्डर की व्यवस्था।
  • प्रश्न-पत्रों में केंद्रवार कोडिंग और उत्तर पुस्तिकाओं में विशेष सुरक्षात्मक उपाय
  • परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा बलों की तैनाती और परीक्षा प्रक्रिया की लाइव मॉनिटरिंग

परीक्षा संचालन के लिए तैनात अधिकारी

  • 8140 केंद्र व्यवस्थापक
  • 8140 बाह्य केंद्र व्यवस्थापक
  • 8140 स्टैटिक मजिस्ट्रेट
  • 1283 सेक्टर मजिस्ट्रेट
  • 439 जोनल मजिस्ट्रेट
  • 428 सचल दल
  • 75 राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक

उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 2024 लागू

इस बार सरकार ने परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 लागू किया है। इसके तहत परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रश्न-पत्रों के अतिरिक्त रिजर्व सेट्स भी तैयार रखे गए हैं।

परीक्षा के लिए हेल्पलाइन और सहायता केंद्र

परीक्षा के दौरान छात्रों और अभिभावकों की समस्याओं को हल करने के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं:

  • 18001806607 और 18001806608 (छात्रों की सहायता के लिए)
  • 18001805310 और 18001805312 (उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज)
  • व्हाट्सएप नंबर: 9250758324
  • सोशल मीडिया: ईमेल, फेसबुक और एक्स (Twitter) पर भी शिकायतें दर्ज की जा सकती हैं।

मंत्री गुलाब देवी का संदेश

माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने छात्रों को परीक्षा में आत्मविश्वास के साथ शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025 को पूरी तरह नकलविहीन और पारदर्शी बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने शिक्षकों से परीक्षा प्रक्रिया को निष्पक्ष और सुचारु रूप से संपन्न कराने में सहयोग देने की अपील की।

उद्घाटन समारोह में उपस्थित अधिकारी

इस अवसर पर शिक्षा विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से:

  • महानिदेशक स्कूल शिक्षा: कंचन वर्मा
  • विशेष सचिव: केके गुप्ता
  • शिक्षा निदेशक (माध्यमिक): डॉ. महेंद्र देव
  • स्टेट कंट्रोल रूम प्रभारी: विवेक नौटियाल

उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा 2025 को निष्पक्ष और नकलविहीन बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों और कड़े नियमों को लागू किया है। छात्रों और अभिभावकों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन भी शुरू की गई है। इससे परीक्षा प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुरक्षित होगी।

 

और पढ़ें:   महाकुंभ 2025: उत्तर प्रदेश की जेलों में बंदियों का त्रिवेणी संगम जल से महास्नान

महाकुंभ 2025: उत्तर प्रदेश की जेलों में बंदियों का त्रिवेणी संगम जल से महास्नान

महाकुंभ 2025 स्नान
महाकुंभ 2025 स्नान

उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 स्नान के पावन अवसर पर एक अनूठी पहल करते हुए प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद कैदियों को त्रिवेणी संगम जल पूजन के माध्यम से धार्मिक आस्था का अनुभव प्रदान किया। इस पहल का उद्देश्य बंदियों में आध्यात्मिक जागरूकता लाना और उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन सुनिश्चित करना है।

महाकुंभ 2025 स्नान
महाकुंभ 2025 स्नान

उत्तर प्रदेश जेल महास्नान: आध्यात्मिक शुद्धिकरण की नई पहल

प्रदेश की उत्तर प्रदेश जेल महास्नान योजना के तहत लखनऊ स्थित आदर्श कारागार में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने स्वयं भाग लिया। यह कार्यक्रम पूरे राज्य की जेलों में एक साथ आयोजित किया गया, जिसमें महाकुंभ 2025 स्नान का अनुभव दिलाने के लिए प्रयागराज से विशेष त्रिवेणी संगम जल लाया गया था।

महाकुंभ 2025 स्नान के लिए त्रिवेणी संगम जल की व्यवस्था

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस महास्नान कार्यक्रम के लिए विशेष कुंभ कलश को प्रयागराज से लाया गया, जिसे जेलों में स्थापित किया गया। इस जल का उपयोग त्रिवेणी संगम जल पूजन और स्नान के लिए किया गया, ताकि कैदी भी महाकुंभ 2025 स्नान के पुण्य लाभ से वंचित न रहें।

कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने किया विधिवत पूजन

इस विशेष अवसर पर प्रदेश के कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान ने जेल में उपस्थित होकर पवित्र त्रिवेणी संगम जल पूजन किया और विधिवत मंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। पूजन के पश्चात बंदियों को संगम जल से स्नान कराया गया।

महाकुंभ 2025: करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए विशेष तैयारियां

मंत्री ने बताया कि महाकुंभ 2025 दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस बार 58 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम स्नान करने की संभावना है। सरकार ने इस आयोजन को भव्य और सुविधाजनक बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं।

जेलों में आध्यात्मिक कार्यक्रमों की बढ़ती पहल

उत्तर प्रदेश सरकार बंदियों के पुनर्वास और उनके आध्यात्मिक उन्नयन के लिए कई पहल कर रही है। जेलों में पहले भी नवरात्रि पर फल वितरण, धार्मिक प्रवचन और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। उत्तर प्रदेश जेल महास्नान इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जिससे कैदियों को भी आध्यात्मिकता का अनुभव हो सके।

महाकुंभ 2025 स्नान से बंदियों को क्या लाभ होगा?

सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से कैदियों को कई लाभ होंगे:

  • धार्मिक आस्था को बढ़ावा: कैदियों को आध्यात्मिक शांति प्राप्त होगी।
  • सकारात्मकता का संचार: मानसिक तनाव कम होगा और सोच में सकारात्मकता आएगी।
  • समाज में पुनर्वास: आध्यात्मिकता से प्रेरित होकर कैदी सुधार की ओर अग्रसर होंगे।
त्रिवेणी संगम जल पूजन का महत्व

त्रिवेणी संगम जल को हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि इसमें स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। महाकुंभ 2025 स्नान के दौरान करोड़ों लोग संगम में डुबकी लगाते हैं।

प्रदेश सरकार की अनूठी पहल

प्रदेश सरकार का यह प्रयास न केवल बंदियों के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश है। उत्तर प्रदेश जेल महास्नान योजना से कैदियों को धार्मिक शांति प्राप्त होगी और वे अपने भविष्य को सुधारने की दिशा में प्रेरित होंगे।

उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल महाकुंभ 2025 स्नान के महत्व को दर्शाती है। त्रिवेणी संगम जल पूजन के माध्यम से कैदियों को भी धार्मिक आस्था से जोड़ा गया है। इससे उनकी सोच में बदलाव आएगा और समाज में पुनर्वास की प्रक्रिया को बल मिलेगा।

और पढ़ें:   गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार: अब मुजफ्फरनगर होते हुए हरिद्वार तक जाएगा हाईवे, योगी सरकार ने दी मंजूरी

गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार: अब मुजफ्फरनगर होते हुए हरिद्वार तक जाएगा हाईवे, योगी सरकार ने दी मंजूरी

गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार
गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार

गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार: मुजफ्फरनगर होते हुए हरिद्वार तक पहुंचेगा हाईवे, योगी सरकार ने दी स्वीकृति

गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार

गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार को मिली मंजूरी

उत्तर प्रदेश सरकार ने गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार को स्वीकृति प्रदान कर दी है, जिससे अब यह हाईवे मुजफ्फरनगर होते हुए हरिद्वार तक पहुंचेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस महत्वपूर्ण परियोजना को हरी झंडी दी गई। इस विस्तार से न केवल उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

50 करोड़ की स्वीकृति, सर्वेक्षण कार्य जल्द शुरू होगा

इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 2025-26 के बजट में 50 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि आवंटित की है। इस राशि का उपयोग सर्वेक्षण और प्रारंभिक कार्यों के लिए किया जाएगा, जिससे गंगा एक्सप्रेसवे मुजफ्फरनगर होते हुए हरिद्वार तक जल्द विस्तारित किया जा सके।

कैसे आया प्रस्ताव, योगी सरकार ने दी मंजूरी

उत्तर प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इस परियोजना को गति देने के लिए विशेष प्रयास किए। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष यह मांग रखी थी कि गंगा एक्सप्रेसवे हरिद्वार तक बढ़ाया जाए। इस पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए कैबिनेट बैठक में विस्तार को मंजूरी दे दी।

यात्रा और व्यापार को मिलेगा बड़ा लाभ

गंगा एक्सप्रेसवे का यह विस्तार उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच एक बेहतर सड़क नेटवर्क तैयार करेगा। इससे कई लाभ होंगे:

  • तेज और सुगम यात्रा: श्रद्धालुओं को हरिद्वार जाने में अब कम समय लगेगा।
  • व्यापार को बढ़ावा: उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ने में मदद मिलेगी।
  • पर्यटन को प्रोत्साहन: हरिद्वार एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है, जिससे इस एक्सप्रेसवे से पर्यटन बढ़ेगा।

हरिद्वार तक गंगा एक्सप्रेसवे: श्रद्धालुओं के लिए वरदान

हरिद्वार धार्मिक रूप से भारत का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों के लिए आते हैं। गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार से इन श्रद्धालुओं को यात्रा में सुविधा मिलेगी और समय की बचत होगी।

क्षेत्रवासियों ने जताया आभार

इस निर्णय के बाद मुजफ्फरनगर और आसपास के लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मंत्री कपिल देव अग्रवाल का आभार व्यक्त किया। लोगों का कहना है कि इस परियोजना से स्थानीय व्यापार और विकास को नई ऊंचाई मिलेगी।

गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार से होगा प्रदेश का विकास

उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर योगी सरकार लगातार काम कर रही है। पहले से चल रही कई परियोजनाओं के साथ गंगा एक्सप्रेसवे हरिद्वार तक बढ़ाने का निर्णय प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।

गंगा एक्सप्रेसवे विस्तार से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की कनेक्टिविटी मजबूत होगी, जिससे यात्रा, व्यापार और पर्यटन को लाभ मिलेगा। सरकार का यह निर्णय प्रदेश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति को और गति देगा। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि इस परियोजना का कार्य कब तक शुरू होता है।

  और पढ़ें:  महाशिवरात्रि स्नान 2025: महाकुंभ प्रयागराज में अंतिम स्नान की तैयारी में जुटी योगी सरकार

महाशिवरात्रि स्नान 2025: महाकुंभ प्रयागराज में अंतिम स्नान की तैयारी में जुटी योगी सरकार

महाशिवरात्रि स्नान 2025
महाशिवरात्रि स्नान 2025

महाशिवरात्रि स्नान 2025: महाकुंभ प्रयागराज में अंतिम स्नान की तैयारी जोरों पर

महाशिवरात्रि स्नान 2025
महाशिवरात्रि स्नान 2025

प्रयागराज, 21 फरवरी 2025: महाकुंभ प्रयागराज 2025 अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है, और इस बार महाशिवरात्रि स्नान 2025 सबसे महत्वपूर्ण दिन होने जा रहा है। आगामी 26 फरवरी को आयोजित होने वाले इस अंतिम प्रमुख स्नान के लिए योगी सरकार महाकुंभ तैयारी में जुटी हुई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार ने महाकुंभ नगर का दौरा कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यातायात प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं।

योगी सरकार की तैयारियां हुई तेज

डीजीपी ने दिए सख्त निर्देश

डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि महाशिवरात्रि के अवसर पर भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि:

  • यातायात प्रबंधन को सुदृढ़ किया जाए।
  • संगम क्षेत्र और आसपास के घाटों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएं।
  • सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी फैलाने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।

सोशल मीडिया पर नजर, अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई

डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्व महाकुंभ प्रयागराज 2025 को लेकर सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैला रहे हैं। पुलिस ऐसे लोगों पर कड़ी नजर रख रही है और अब तक 50 से अधिक एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।

महाशिवरात्रि स्नान 2025 के लिए घाटों का निरीक्षण

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार ने संगम क्षेत्र के घाटों का निरीक्षण किया और वहां की साफ-सफाई तथा प्रशासनिक व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम स्नान की सुविधा दी जाए।

महाकुंभ प्रयागराज 2025 में अब तक 59 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे

13 जनवरी 2025 से शुरू हुए महाकुंभ प्रयागराज 2025 में अब तक 59 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं। प्रत्येक दिन 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंच रहे हैं।

महाशिवरात्रि के इस अंतिम स्नान में देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

महाशिवरात्रि स्नान में कौन-कौन होगा शामिल?

इस महत्वपूर्ण अवसर पर देश और विदेश के कई प्रमुख हस्तियां संगम में स्नान करने के लिए पहुंचेंगी। इनमें शामिल हैं:

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
  • उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
  • भूटान नरेश और विदेशी राजनयिक
  • फिल्मी जगत और उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां

श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की अपील

प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सरकारी निर्देशों का पालन करें और स्नान के दौरान भीड़भाड़ से बचें। साथ ही, प्रशासन ने निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
✅ स्नान के लिए सुबह जल्दी पहुंचें।
✅ निर्धारित यातायात मार्गों का पालन करें।
अफवाहों से बचें और सोशल मीडिया पर सतर्क रहें

महाशिवरात्रि स्नान 2025: आस्था और प्रशासनिक सख्ती का संगम

महाशिवरात्रि स्नान 2025 को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है, वहीं योगी सरकार महाकुंभ तैयारी को लेकर पूरी तरह सतर्क है। प्रयागराज महाकुंभ के इस अंतिम स्नान को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

➡️ महाकुंभ प्रयागराज 2025 से जुड़ी सभी अपडेट्स के लिए हमारे साथ बने रहें! 🚩

और पढ़ें: महाकुंभ 2025 में कैदियों का संगम स्नान: यूपी की 75 जेलों के 90 हजार कैदियों के लिए विशेष व्यवस्था

नौबना ग्राम प्रधान उपचुनाव परिणाम: सुधीर यादव ने निकटतम प्रतिद्वंदी को 340 मतों से हराया

नौबना ग्राम प्रधान उपचुनाव परिणाम
नौबना ग्राम प्रधान उपचुनाव परिणाम

नौबना ग्राम प्रधान उपचुनाव परिणाम: सुधीर यादव ने 340 मतों से जीत दर्ज की

नौबना ग्राम प्रधान उपचुनाव परिणाम

मतगणना में सुधीर यादव की शानदार जीत

बहराइच जिले के मिहींपुरवा ब्लॉक में हुए नौबना ग्राम प्रधान उपचुनाव परिणाम में सुधीर यादव ने शानदार जीत हासिल की। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जयप्रकाश को 340 मतों से पराजित किया। इस चुनाव में कुल 2711 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

ग्राम प्रधान का पद रिक्त होने से हुआ उपचुनाव

नौबना ग्राम पंचायत में यह उपचुनाव पूर्व ग्राम प्रधान कैलाश यादव के निधन के कारण हुआ। प्रशासन ने 8 फरवरी को नामांकन प्रक्रिया पूरी की और 19 फरवरी को मतदान कराया गया

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई मतगणना

मतगणना 21 फरवरी को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई। सुबह 7 बजे से शुरू हुई गणना का परिणाम दोपहर 2 बजे घोषित किया गया। इस दौरान निर्वाचन अधिकारी और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

नौबना ग्राम प्रधान उपचुनाव परिणाम – प्रत्याशियों को मिले इतने वोट

इस चुनाव में कुल 5 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें सुधीर यादव ने 1165 मत प्राप्त कर जीत दर्ज की। उनके प्रतिद्वंदी जयप्रकाश को 825 मत मिले, जबकि अन्य प्रत्याशियों को इस प्रकार मत मिले:

  • शत्रुघ्न – 626 मत
  • बलराम – 15 मत
  • महेंद्र – 14 मत
  • अवैध मतपत्र – 66

विजय के बाद समर्थकों ने मनाया जश्न

नौबना ग्राम प्रधान उपचुनाव परिणाम घोषित होते ही विजयी प्रत्याशी सुधीर यादव के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। लोगों ने उन्हें फूलमालाओं से स्वागत किया और मिठाइयां बांटी।

मतगणना के दौरान मौजूद रहे अधिकारी

चुनाव प्रक्रिया के दौरान उपजिलाधिकारी मिहींपुरवा अश्वनी पाण्डेय, निर्वाचन अधिकारी आदित्य कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी हीरालाल कनौजिया और कई पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहे।

नौबना ग्राम प्रधान उपचुनाव परिणाम में सुधीर यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 340 मतों से हराकर बड़ी जीत हासिल की। यह उपचुनाव कैलाश यादव के निधन के कारण हुआ, जिसमें मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हुआ।

और पढ़ें : शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने की अपील, पुलिस प्रशासन ने दिए कड़े निर्देश

शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने की अपील, पुलिस प्रशासन ने दिए कड़े निर्देश

शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने की अपील
शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने की अपील

शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने की अपील

शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने की अपील
शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने की अपील

बहराइच: आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने की अपील की गई। यह बैठक रामगांव थाना परिसर में आयोजित हुई, जिसमें पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, उपजिलाधिकारी, ग्राम प्रधान एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य त्योहारों को शांति और भाईचारे के साथ मनाने को सुनिश्चित करना था।

शांति समिति बैठक में प्रशासन की सख्त हिदायत

बैठक की अध्यक्षता थाना प्रभारी हरेंद्र नाथ राय ने की, जबकि मुख्य अतिथि पुलिस क्षेत्राधिकारी महसी डी.के. सिंह एवं उपजिलाधिकारी पूजा चौधरी मौजूद रहे। उन्होंने सभी नागरिकों से अनुरोध किया कि शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने पर सहमति बनाएं और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें।

होली को लेकर विशेष दिशानिर्देश

एसडीएम पूजा चौधरी ने कहा कि होली का त्योहार भाईचारे और आपसी प्रेम का प्रतीक है, इसलिए इसे शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार के तहत मनाया जाना चाहिए। प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे नशे से दूर रहें और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष जोर

बैठक में महिला उपनिरीक्षक रचना सिंह ने महिला सुरक्षा को लेकर विशेष संदेश दिया। उन्होंने कहा, “जहां नारी का सम्मान होता है, वहां देवताओं का वास होता है।” उन्होंने मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं को जागरूक करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया।

समुदाय के सहयोग से शांति बनाए रखने की अपील

पुलिस प्रशासन ने ग्राम प्रधानों, बीडीसी सदस्यों एवं क्षेत्र पंचायत सदस्यों से आग्रह किया कि वे शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार की भावना को मजबूत करने में सहयोग करें। पुलिस ने कहा कि छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान मिल-बैठकर किया जाए, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।

ग्राम प्रधानों और पंचायत प्रतिनिधियों की भागीदारी

बैठक में विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने भी भाग लिया, जिनमें राकेश यादव (मैगला), आरती वर्मा (गोविंदपुर), दिलीप यादव (खसहा मोहम्मदपुर), शबनम खातून (बौंडी फतेउल्लापुर), रंगी लाल यादव (चाकुजोत), पप्पू खान (सरपतहा), गोपाल यादव (मेटुकहा) सहित कई अन्य प्रमुख लोग मौजूद थे।

शांति समिति बैठक में सौहार्दपूर्ण त्योहार मनाने को लेकर प्रशासन द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए। सभी नागरिकों से अनुरोध किया गया कि वे अफवाहों से बचें, कानून का पालन करें और त्योहार को प्रेम और भाईचारे के साथ मनाएं।

और पढ़ें :  जिला पोषण समिति बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों की प्रगति की समीक्षा, सुधार के दिए गए निर्देश

जिला पोषण समिति बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों की प्रगति की समीक्षा, सुधार के दिए गए निर्देश

जिला पोषण समिति बैठक
जिला पोषण समिति बैठक

जिला पोषण समिति बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों की प्रगति की समीक्षा

जिला पोषण समिति बैठक
जिला पोषण समिति बैठक

बहराइच। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) मुकेश चंद्र की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में कन्वर्जेन्स विभागों के अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, यूनिसेफ के सहयोगी पार्टनर सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए। बैठक के दौरान पोषण ट्रैकर ऐप, सैम बच्चों की स्थिति और आंगनबाड़ी केंद्रों की प्रगति की समीक्षा की गई।

पोषण ट्रैकर ऐप की धीमी प्रगति पर असंतोष

बैठक के दौरान सीडीओ ने पोषण ट्रैकर ऐप पर डेटा फीडिंग में आ रही देरी पर नाराजगी जाहिर की। जिला पोषण समिति बैठक में बलहा, चित्तौरा और महसी ब्लॉक में आधार सीडिंग, गृह भ्रमण और वीएचएसएनडी सत्रों की कम फीडिंग पर कड़ी आपत्ति जताई गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी को इन क्षेत्रों में सुधार के लिए तत्काल कार्रवाई करने और संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।

सैम बच्चों की निगरानी और पोषण सुधार

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने बताया कि आरबीएसके टीम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा चिन्हित सैम (गंभीर रूप से कुपोषित) बच्चों को जिला एनआरसी में नहीं भेजा जा रहा है। साथ ही, आशा कार्यकर्ताओं द्वारा ई-कवच पोर्टल पर जानकारी अपलोड नहीं की जा रही है। सीडीओ ने सभी सीडीपीओ को निर्देश दिया कि वे अपने ब्लॉक के एमओआईसी को चिन्हित सैम बच्चों की सूची उपलब्ध कराएं और जल्द से जल्द इलाज सुनिश्चित करें।

आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण कार्यों की समीक्षा

बैठक में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में पूर्ण हुए आंगनबाड़ी केंद्रों का अब तक हैंडओवर नहीं हुआ है। सीडीओ ने डीपीआरओ को तीन दिनों के भीतर सूची सौंपने का निर्देश दिया। साथ ही, वित्तीय वर्ष 2024-25 में चल रहे 30 आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा करने के लिए डीसी मनरेगा को आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया।

हॉट कुक्ड मील के लिए आवश्यक सामग्री की खरीद

जिला पोषण समिति बैठक में हॉट कुक्ड मील के तहत 932 नॉन-कोलोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए गैस, चूल्हा और स्टील के बर्तन खरीदने पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे मार्केट और जेम पोर्टल पर उचित रेट की जांच कर खरीद प्रक्रिया जल्द शुरू करें।

आंगनबाड़ी केंद्रों के विद्युतिकरण और मरम्मत कार्य

बैठक में बताया गया कि बलहा और कैसरगंज में क्रमशः 3 और 9 आंगनबाड़ी केंद्रों का विद्युतिकरण कार्य अधूरा है, जबकि इसके लिए धनराशि पहले ही जारी की जा चुकी है। सीडीओ ने बाल विकास परियोजना अधिकारियों को खंड विकास अधिकारी और अधिशासी अभियंता से समन्वय कर जल्द से जल्द कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए।

इसके अलावा, 170 आंगनबाड़ी केंद्रों में खिड़की, दरवाजा और शौचालय की मरम्मत हेतु 3,000 रुपये की धनराशि जारी की गई थी, लेकिन कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है। इस पर सीडीओ ने डीपीआरओ को निर्देश दिया कि सभी लंबित कार्यों की सूची तैयार कर जल्द से जल्द मरम्मत कार्य पूरा किया जाए।

जिला पोषण समिति बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों, सैम बच्चों की निगरानी, पोषण ट्रैकर ऐप पर डेटा फीडिंग और केंद्रों के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। सीडीओ ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे तय समयसीमा में सुधार कार्य पूरा करें और शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करें।

और पढ़ें :  मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान: डीएम ने की समीक्षा, बैंकों को दिए कड़े निर्देश

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान: डीएम ने की समीक्षा, बैंकों को दिए कड़े निर्देश

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान की समीक्षा बैठक संपन्न

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान

बहराइच। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बैंकों को निर्देश दिए कि वे योजना के तहत प्राप्त आवेदनों का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करें।

बैंकों की लापरवाही पर डीएम की नाराजगी

Indian Bank समेत कई बैंकों की धीमी प्रगति

समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि जनपद के अग्रणी बैंक होने के बावजूद इंडियन बैंक की कई शाखाओं में 168 आवेदन लंबित थे और 97 आवेदन निरस्त कर दिए गए थे। इस पर डीएम मोनिका रानी ने कड़ी नाराजगी जताई और संबंधित बैंकों को तत्काल सुधार के निर्देश दिए।

अन्य बैंकों की स्थिति भी संतोषजनक नहीं

इसके अलावा, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और बैंक ऑफ इंडिया में भी आवेदन लंबित पाए गए। जिलाधिकारी ने इन बैंकों के स्टेट हेड को पत्र भेजने का निर्देश दिया, ताकि आवेदन स्वीकृति प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके।

स्वीकृति और वितरण में देरी को लेकर निर्देश

आर्यावर्त बैंक और SBI की प्रगति संतोषजनक

समीक्षा बैठक में यह भी बताया गया कि आर्यावर्त बैंक और भारतीय स्टेट बैंक द्वारा योजना के अंतर्गत आवेदन स्वीकृति और वितरण की प्रक्रिया संतोषजनक रही। हालांकि, बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन बैंक में मामूली सुधार देखने को मिला, लेकिन डीएम ने इसे अपर्याप्त बताया।

योजनाओं के क्रियान्वयन में सुधार की आवश्यकता

डीएम ने उपायुक्त उद्योग केशव राम वर्मा को निर्देश दिया कि वे बैंकों द्वारा निरस्त किए गए आवेदनों, स्वीकृति में देरी और वितरण में आई रुकावटों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें। सभी बैंकों को आदेश दिया गया कि वे योजनान्तर्गत स्वीकृत आवेदनों का शीघ्र वितरण सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान का लक्ष्य

मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चंद्र ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की इस योजना के तहत हर साल 1 लाख युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। अगले 10 वर्षों में 10 लाख युवाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा।

उन्होंने सभी बैंकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे अधिकतम आवेदनों की स्वीकृति और वितरण सुनिश्चित करें, ताकि इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा युवाओं को मिल सके।

बैंकों की कार्यप्रणाली में तेजी लाने के निर्देश

समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी के अलावा लीड बैंक प्रबंधक, उप निदेशक कृषि और विभिन्न बैंकों के जिला समन्वयक मौजूद थे। सभी को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए और आवेदनों के निस्तारण में तेजी लाई जाए।

और पढ़ें : भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव 2025: सांस्कृतिक एकता की झलक और मजबूत होते रिश्ते