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Tuesday, July 8, 2025
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स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम: ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल से आंखों की रोशनी पर खतरा, जानें बचाव के तरीके

स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम
स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम

स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम: आंखों की रोशनी के लिए खतरा, जानें कारण और बचाव के तरीके

स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम

क्या है स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम?

आजकल डिजिटल डिवाइसेज जैसे स्मार्टफोन, लैपटॉप और टैबलेट का ज्यादा इस्तेमाल हमारी आंखों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम एक ऐसी समस्या है, जो लगातार स्क्रीन देखने से होती है। इससे आंखों में जलन, धुंधलापन, सिरदर्द, सूखापन और थकान जैसी परेशानियां बढ़ जाती हैं।

स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम के लक्षण

अगर आप भी लंबे समय तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको इन लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है:

  • आंखों में जलन और सूखापन
    ज्यादा देर तक स्क्रीन देखने से आंखों की नमी खत्म होने लगती है, जिससे जलन और सूखापन महसूस होता है।
  • धुंधला दिखाई देना
    लगातार स्क्रीन पर देखने से आंखों की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं, जिससे विजन धीरे-धीरे धुंधला हो सकता है।
  • सिरदर्द और मानसिक तनाव
    स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम की वजह से नींद पर असर पड़ सकता है, जिससे मानसिक तनाव और सिरदर्द की समस्या हो सकती है।

स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम से बचने के उपाय

अगर आप स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम से बचना चाहते हैं, तो निम्नलिखित उपाय अपनाएं:

  • 20-20-20 रूल अपनाएं
    हर 20 मिनट बाद, 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर किसी वस्तु को देखने से आंखों को आराम मिलता है।
  • स्क्रीन ब्राइटनेस कम करें
    मोबाइल और लैपटॉप की ब्राइटनेस को जरूरत के अनुसार एडजस्ट करें और ब्लू लाइट फिल्टर ऑन करें।
  • आंखों को बार-बार झपकाएं
    स्क्रीन देखने के दौरान बार-बार आंखें झपकाने से सूखापन कम होता है।
  • आयुर्वेदिक उपचार अपनाएं
    त्रिफला पानी से आंखें धोने और आयुर्वेदिक तेल से हल्की मसाज करने से आंखों की सेहत बेहतर होती है।
  • विटामिन A और ओमेगा-3 से भरपूर आहार लें
    गाजर, पालक, अखरोट और मछली जैसे फूड्स को डाइट में शामिल करें, जिससे आंखों की रोशनी बरकरार रहे।

कब डॉक्टर से संपर्क करें?

अगर आपको लगातार आंखों में जलन, धुंधलापन और सिरदर्द की समस्या हो रही है, तो तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें।

 

और पढ़ें: हार्ट अटैक का खतरा कम करने वाले फूड्स: इन 5 चीजों को किचन में रखें और रखें दिल को हेल्दी

दिल्ली को जल्द मिलेगा नया मुख्यमंत्री, BJP ने बहुमत के बाद किए बड़े ऐलान

दिल्ली नया मुख्यमंत्री
दिल्ली नया मुख्यमंत्री

दिल्ली को जल्द मिलेगा नया मुख्यमंत्री, BJP ने बहुमत के बाद किए बड़े ऐलान

दिल्ली नया मुख्यमंत्री
दिल्ली नया मुख्यमंत्री

दिल्ली में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे सामने आ चुके हैं और भारतीय जनता पार्टी (BJP) को दो-तिहाई बहुमत मिला है। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन होगा। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जय पांडा ने इस पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगले 10 से 15 दिनों के अंदर दिल्ली को नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा।

अगले 10 दिनों में दिल्ली को मिलेगा नया मुख्यमंत्री

बीजेपी नेता जय पांडा ने कहा कि पार्टी के पास सामूहिक नेतृत्व है और मुख्यमंत्री का चयन एक प्रक्रिया के तहत किया जाएगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नई सरकार के गठन के साथ ही विकास कार्यों को तेज किया जाएगा।

BJP की पहली कैबिनेट बैठक में यमुना सफाई पर फैसला

‘डबल इंजन’ सरकार देगी विकास को रफ्तार

जय पांडा ने यह भी संकेत दिया कि दिल्ली के नए मुख्यमंत्री की पहली कैबिनेट बैठक में यमुना सफाई और प्रदूषण से जुड़ा बड़ा निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली में ‘डबल इंजन’ की सरकार होगी, जहां केंद्र और राज्य मिलकर राजधानी के विकास को नई गति देंगे।

BJP नेताओं का मानना है कि अरविंद केजरीवाल की रणनीति अब कारगर नहीं होगी और जनता ने ‘ड्रामा पॉलिटिक्स’ को नकार दिया है।

बीजेपी को दिल्ली में मिला ऐतिहासिक बहुमत

AAP और कांग्रेस का क्या हुआ हाल?

दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 47 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर लिया है, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को सिर्फ 23 सीटें मिलीं। कांग्रेस लगातार तीसरी बार ‘जीरो’ पर सिमट गई।

AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से हार का सामना करना पड़ा, जबकि मनीष सिसोदिया भी अपनी सीट बचाने में असफल रहे। दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं, और बहुमत के लिए 36 सीटों की जरूरत होती है।

नए मुख्यमंत्री के नाम पर मंथन जारी

BJP जल्द करेगी घोषणा

BJP के सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच मंथन जारी है। कई बड़े नामों पर विचार किया जा रहा है और जल्द ही मुख्यमंत्री के नाम की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।

नए मुख्यमंत्री के सामने होंगी ये बड़ी चुनौतियां

  • यमुना की सफाई और प्रदूषण नियंत्रण
  • दिल्ली का ट्रैफिक मैनेजमेंट सुधारना
  • स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में विकास
  • बिजली और पानी की समस्या का हल निकालना

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन बनता है और नई सरकार किन वादों को पूरा करती है।

 

और पढ़ें:  दिल्ली चुनाव में बीजेपी की जीत का दावा, चिराग पासवान बोले- जनता में जबरदस्त उत्साह

दिल्ली चुनाव नतीजे: केजरीवाल की पहली प्रतिक्रिया, बीजेपी को दी बधाई

दिल्ली चुनाव नतीजे केजरीवाल प्रतिक्रिया
दिल्ली चुनाव नतीजे केजरीवाल प्रतिक्रिया

दिल्ली चुनाव नतीजे: केजरीवाल की पहली प्रतिक्रिया, बीजेपी को दी बधाई

दिल्ली चुनाव नतीजे केजरीवाल प्रतिक्रिया
दिल्ली चुनाव नतीजे केजरीवाल प्रतिक्रिया

दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) को हार का सामना करना पड़ा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जीत दर्ज की है। दिल्ली चुनाव नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पहली प्रतिक्रिया दी। उन्होंने जनता के फैसले को स्वीकार करते हुए बीजेपी को बधाई दी।

जनता का फैसला सिर-आंखों पर – केजरीवाल

दिल्ली चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने वीडियो संदेश के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,

“आज दिल्ली चुनाव के नतीजे आए हैं। जनता का जो भी फैसला है, हम उसे विनम्रता से स्वीकार करते हैं। जनता का फैसला सिर-आंखों पर। मैं बीजेपी को उनकी जीत की बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे जनता की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।”

AAP की सरकार ने 10 साल में किए बड़े काम

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी सरकार के कामों का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 10 सालों में आम आदमी पार्टी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य किया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने की कोशिश की और जनता को हर संभव राहत पहुंचाने का प्रयास किया।

“हम जनता के सुख-दुख में हमेशा साथ रहेंगे”

मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी AAP

दिल्ली चुनाव नतीजे सामने आने के बाद केजरीवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी केवल विपक्ष में बैठने के लिए राजनीति नहीं करती, बल्कि समाज सेवा को अपनी प्राथमिकता मानती है। उन्होंने कहा,

“हम सत्ता के लिए राजनीति में नहीं आए हैं। हमारा मकसद सिर्फ और सिर्फ जनता की सेवा करना है। AAP अब एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी और समाज के हित में कार्य करती रहेगी।”

AAP कार्यकर्ताओं को केजरीवाल की बधाई

केजरीवाल ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत की सराहना करते हुए कहा,

“मैं आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देना चाहता हूं। उन्होंने शानदार चुनाव लड़ा और जनता तक हमारे संदेश को पहुंचाने का हर संभव प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने बहुत कुछ सहा, फिर भी चुनाव में डटे रहे। मैं उन सभी को दिल से धन्यवाद देता हूं।”

नतीजों के बाद AAP का अगला कदम?

अब सवाल यह है कि दिल्ली चुनाव नतीजे के बाद आम आदमी पार्टी की अगली रणनीति क्या होगी? केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि AAP एक मजबूत विपक्ष के रूप में जनता की भलाई के लिए काम करती रहेगी। वहीं, अब यह देखना होगा कि बीजेपी सरकार जनता की अपेक्षाओं पर कितना खरा उतरती है।

 

 

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Loveyapa Movie Review: जुनैद खान और खुशी कपूर की रोमांटिक केमिस्ट्री ने जीता दिल

लवयापा मूवी रिव्यू
लवयापा मूवी रिव्यू

Loveyapa Movie Review: जुनैद खान और खुशी कपूर की रोमांटिक केमिस्ट्री ने जीता दिल

लवयापा मूवी रिव्यू
लवयापा मूवी रिव्यू

बॉलीवुड की नई रोमांटिक कॉमेडी ‘लवयापा’ (Loveyapa) वैलेंटाइन वीक पर दर्शकों के लिए खास तोहफा है। अद्वैत चंदन के निर्देशन में बनी यह फिल्म न सिर्फ एक क्यूट लव स्टोरी दिखाती है, बल्कि सोशल मीडिया, रिश्तों में पारदर्शिता और डिजिटल दुनिया के प्रभाव पर भी रोशनी डालती है। आइए जानें, Loveyapa Movie Review में इस फिल्म की खास बातें।

Loveyapa की कहानी कैसी है?

फिल्म की कहानी गौरव सचदेवा उर्फ गुच्ची (जुनैद खान) और बानी शर्मा उर्फ बानी बू (खुशी कपूर) के इर्द-गिर्द घूमती है। दोनों 24 साल के हैं और अपने रिश्ते को लेकर काफी सीरियस हैं। लेकिन जब बानी के पिता (आशुतोष राणा) उन्हें अपने-अपने फोन एक्सचेंज करने को कहते हैं, तो उनके रिश्ते की असली परीक्षा शुरू होती है। क्या उनका रिश्ता इस चुनौती को पार कर पाएगा? यही फिल्म की मुख्य कहानी है।

Loveyapa Movie Review: क्या खास है फिल्म में?

1. रोमांटिक कॉमेडी का नया अंदाज

Loveyapa Movie Review के अनुसार, फिल्म ने रोमांटिक कॉमेडी के पुराने ढर्रे से हटकर नई जनरेशन की सोच को दिखाया है। यह फिल्म सोशल मीडिया, डिजिटल ओब्सेशन और रिश्तों में ट्रस्ट जैसे मुद्दों पर चर्चा करती है।

2. जुनैद खान का दमदार डेब्यू

जुनैद खान ने अपने थिएटर बैकग्राउंड का पूरा फायदा उठाया है। उनके डायलॉग डिलीवरी और एक्सप्रेशंस काबिले-तारीफ हैं। उनकी केमिस्ट्री खुशी कपूर के साथ क्यूट लगती है, हालांकि खुशी को अपनी एक्टिंग पर और मेहनत करने की जरूरत है।

3. आशुतोष राणा का दमदार रोल

आशुतोष राणा ने फिल्म में बानी के पिता का किरदार निभाया है। उनके डायलॉग्स और सख्त पिता का अंदाज दर्शकों को प्रभावित करता है।

4. मनोरंजक सपोर्टिंग कास्ट

ग्रुशा कपूर, कीकू शारदा, तन्विका पार्लिकर और अन्य सपोर्टिंग कास्ट ने फिल्म में हास्य और इमोशन्स का बेहतरीन संतुलन बनाए रखा है।

क्या देखें ‘Loveyapa’ या नहीं?

अगर आप रोमांटिक-कॉमेडी के शौकीन हैं और Loveyapa Movie Review पढ़ने के बाद तय कर रहे हैं कि फिल्म देखें या नहीं, तो यह फिल्म आपकी उम्मीदों पर खरी उतर सकती है। फिल्म में नए जमाने के रिश्तों और सोशल मीडिया के प्रभाव को बखूबी दिखाया गया है।

रेटिंग: 3.5/5

 

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डीएम का औचक निरीक्षण: BDO, CDPO, कृषि कार्यालय और पशु चिकित्सालय में व्यवस्थाओं की जांच’

डीएम का औचक निरीक्षण
डीएम का औचक निरीक्षण

डीएम का औचक निरीक्षण: कार्यालयों की व्यवस्थाओं का लिया जायजा

डीएम का औचक निरीक्षण

बहराइच। जिले में प्रशासनिक व्यवस्था की समीक्षा और सरकारी कार्यालयों की स्थिति का आकलन करने के लिए डीएम मोनिका रानी ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बीडीओ पयागपुर, सीडीपीओ कार्यालय, किसान कल्याण केंद्र और पशु चिकित्सालय का निरीक्षण कर साफ-सफाई, अभिलेखों की स्थिति और कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच की।

B.D.O कार्यालय पयागपुर का निरीक्षण

डीएम का औचक निरीक्षण सबसे पहले खंड विकास अधिकारी (BDO) कार्यालय पयागपुर में हुआ। वहां पहुंचकर डीएम ने पूरे परिसर का दौरा किया और साफ-सफाई की स्थिति से संतुष्टि जताई। उन्होंने निर्देश दिया कि खाली स्थानों पर शोभाकार पौधे लगवाए जाएं, जिससे पर्यावरण में सुधार हो।

इसके अलावा, डीएम ने विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे मनरेगा, आईजीआरएस, एनआरएलएम और आवास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को समय पर कार्य निपटाने के निर्देश दिए।

सीडीपीओ कार्यालय में पाई गई खामियां

इसके बाद डीएम का औचक निरीक्षण बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO) कार्यालय में हुआ। निरीक्षण के दौरान कार्यालय का गेट टूटा हुआ पाया गया, जिस पर डीएम ने तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश दिए।

साथ ही, परिसर में साफ-सफाई की कमी देखी गई, जिसके लिए उन्होंने अधिकारियों को इसे जल्द सुधारने के आदेश दिए। निरीक्षण के समय CDPO जिला मुख्यालय में बैठक में थे और सुपरवाइजर क्षेत्र भ्रमण पर थे। डीएम ने वीडियो कॉलिंग के जरिए सुपरवाइजर की मौजूदगी की पुष्टि की, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वे आंगनबाड़ी केंद्र खुटेहना में थीं।

पशु चिकित्सालय और किसान कल्याण केंद्र की समीक्षा

निरीक्षण के दौरान डीएम का औचक निरीक्षण पशु चिकित्सालय पयागपुर में हुआ, जहां पता चला कि चिकित्साधिकारी डॉ. अंकित वर्मा चिकित्सा अवकाश पर हैं। डीएम ने OPD में दवाओं की उपलब्धता, टीकाकरण और उपचार सेवाओं की जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई को बेहतर करने के निर्देश भी दिए।

इसके बाद डीएम ने किसान कल्याण केंद्र का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने प्रभारी अधिकारी को केंद्र की स्वच्छता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

पुरानी और जर्जर इमारतों को लेकर डीएम के निर्देश

डीएम का औचक निरीक्षण के दौरान खंड विकास कार्यालय परिसर में कई जर्जर इमारतें देखी गईं। डीएम ने निर्देश दिया कि अगर इन इमारतों की मरम्मत संभव हो तो इसे तुरंत ठीक कराया जाए, अन्यथा इन्हें निष्प्रयोज्य घोषित कर आगे की कार्यवाही की जाए।

बीडीओ पयागपुर ने बताया कि बीडीओ आवास को छोड़कर अन्य सभी सरकारी आवास अत्यधिक जर्जर हैं और मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग को पत्र भेजा गया है। इस पर डीएम ने निर्देश दिया कि रिपोर्ट प्राप्त कर जल्द ही उचित कार्रवाई की जाए।

डीएम का औचक निरीक्षण प्रशासनिक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इससे सरकारी कार्यालयों में पारदर्शिता और कार्यकुशलता बढ़ाने में मदद मिलेगी। डीएम ने साफ-सफाई, अभिलेखों की स्थिति और कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए, जिससे सरकारी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।

 

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हार्ट अटैक का खतरा कम करने वाले फूड्स: इन 5 चीजों को किचन में रखें और रखें दिल को हेल्दी

हार्ट अटैक का खतरा कम करने वाले फूड्स
हार्ट अटैक का खतरा कम करने वाले फूड्स

हार्ट अटैक का खतरा कम करने वाले फूड्स: अपने किचन में जरूर रखें ये 5 चीजें

हार्ट अटैक का खतरा कम करने वाले फूड्स

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और गलत खान-पान की वजह से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। हार्ट अटैक जैसी जानलेवा बीमारी से बचने के लिए हेल्दी डाइट को अपनाना बहुत जरूरी है। खास बात यह है कि हमारे किचन में ही ऐसी कई चीजें मौजूद हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे हार्ट अटैक का खतरा कम करने वाले फूड्स के बारे में, जिनका सही सेवन आपको बड़ी बीमारियों से बचा सकता है।

हार्ट अटैक का खतरा क्यों बढ़ रहा है?

आजकल लोगों की जीवनशैली काफी बदल गई है। जंक फूड का सेवन, शारीरिक गतिविधियों की कमी, तनाव और अनहेल्दी डाइट के कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में सही खान-पान को अपनाकर आप दिल से जुड़ी बीमारियों को दूर रख सकते हैं।

हार्ट अटैक का खतरा कम करने वाले फूड्स

1. दालचीनी (Cinnamon)

दालचीनी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है और दिल की सेहत को सुधारता है।

2. लहसुन (Garlic)

लहसुन में एलिसिन नामक तत्व पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाकर हार्ट अटैक का खतरा कम करने वाले फूड्स में शामिल होता है।

3. दालें और फलियां (Lentils & Legumes)

दालों और फलियों में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हार्ट को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। नियमित रूप से दालें खाने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।

4. साबुत अनाज (Whole Grains)

साबुत अनाज जैसे ओट्स, ब्राउन राइस और क्विनोआ में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है और दिल को स्वस्थ बनाए रखता है। ये हार्ट अटैक का खतरा कम करने वाले फूड्स में शामिल हैं।

5. ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits)

बादाम, अखरोट और काजू में ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो दिल को मजबूत रखते हैं। रोजाना मुट्ठीभर ड्राई फ्रूट्स का सेवन हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकता है।

अगर आप अपने दिल को हेल्दी रखना चाहते हैं तो अपनी डाइट में हार्ट अटैक का खतरा कम करने वाले फूड्स को जरूर शामिल करें। हेल्दी खान-पान के साथ-साथ नियमित व्यायाम और तनाव को कम करना भी बेहद जरूरी है। सही जीवनशैली अपनाकर आप अपने दिल की सेहत को लंबे समय तक बनाए रख सकते हैं।

 

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प्रयागराज महाकुंभ 2025: भारी भीड़ के चलते 7 से 12 फरवरी तक स्कूलों की छुट्टियां, ऑनलाइन होगी पढ़ाई

प्रयागराज महाकुंभ 2025 स्कूलों की छुट्टियां
प्रयागराज महाकुंभ 2025 स्कूलों की छुट्टियां

प्रयागराज महाकुंभ 2025: तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ के कारण स्कूलों में छुट्टियां

प्रयागराज महाकुंभ 2025 स्कूलों की छुट्टियां
प्रयागराज महाकुंभ 2025 स्कूलों की छुट्टियां

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने 7 फरवरी से 12 फरवरी तक सभी माध्यमिक विद्यालयों को बंद रखने का निर्णय लिया है। इस दौरान प्रयागराज महाकुंभ 2025 के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी।

स्कूलों की छुट्टियों की घोषणा क्यों हुई?

प्रशासन ने यह फैसला माघी पूर्णिमा स्नान से पहले बढ़ती भीड़ और संभावित यातायात व्यवधान को ध्यान में रखते हुए लिया है। जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि छात्रों की सुरक्षा और उनकी सुविधा के लिए यह कदम उठाया गया है।

ऑनलाइन कक्षाओं के निर्देश

शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि प्रयागराज महाकुंभ 2025 के दौरान कक्षाओं को पूरी तरह बंद नहीं किया जाएगा। सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऑनलाइन माध्यम से शिक्षण कार्य जारी रखें, ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।

माघी पूर्णिमा पर विशेष स्नान की तैयारी

माघी पूर्णिमा का महत्व

माघी पूर्णिमा हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें गंगा स्नान और दान को अत्यधिक शुभ माना जाता है। इस दिन लाखों श्रद्धालु गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाते हैं।

प्रशासन द्वारा विशेष इंतजाम

महाकुंभ के मद्देनजर प्रशासन ने 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। इन दिनों श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और उनकी सुविधा के लिए अलग से कैंप और सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं।

वाराणसी में भी लागू हुई छुट्टियां

केवल प्रयागराज ही नहीं, बल्कि वाराणसी प्रशासन ने भी तीर्थयात्रियों की संख्या को देखते हुए स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए हैं। वहां 8वीं तक के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं का निर्देश दिया गया है।

तीर्थयात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं

पार्किंग और यातायात की विशेष व्यवस्था

महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए रीवा-प्रयागराज मार्ग पर अधिकारियों को तैनात किया गया है।

भोजन, जलपान और चिकित्सा सुविधाएं

प्रशासन ने रैन बसेरों में तीर्थयात्रियों के ठहरने और भोजन-पानी की उचित व्यवस्था की है। साथ ही, चिकित्सा शिविरों में आवश्यक दवाओं का वितरण किया जा रहा है।

प्रयागराज महाकुंभ 2025 को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। स्कूलों की छुट्टियां, ऑनलाइन पढ़ाई के निर्देश और यातायात प्रबंधन के जरिए सरकार इस ऐतिहासिक आयोजन को सुचारू रूप से संचालित करने के प्रयास कर रही है।

 

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ऑपरेशन लोटस दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर लगाए विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप

ऑपरेशन लोटस दिल्ली
ऑपरेशन लोटस दिल्ली

दिल्ली में ऑपरेशन लोटस की गूंज, AAP ने लगाए गंभीर आरोप

ऑपरेशन लोटस दिल्ली
ऑपरेशन लोटस दिल्ली

दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले राजनीतिक माहौल गरमा गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर ऑपरेशन लोटस दिल्ली के तहत उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। AAP का दावा है कि उनके 7 विधायकों को 15-15 करोड़ रुपये की पेशकश की जा रही है।

संदीप दीक्षित ने किया AAP के आरोपों पर पलटवार

कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आम आदमी पार्टी के इन आरोपों पर सवाल उठाए और कहा कि यह पूरी तरह से निराधार है। उन्होंने कहा,

“कौन से विधायक खरीदे जा रहे हैं? किन विधायकों को फोन किया गया? अभी तो कोई विधायक बना भी नहीं है, फिर यह आरोप कैसे लग रहे हैं?”

उन्होंने आगे कहा कि अगर AAP के पास 55 से 60 सीटें आ रही हैं, तो उनके 15 विधायक भी बीजेपी में चले जाएं, तब भी उनकी सरकार बन सकती है। फिर इतनी घबराहट क्यों?

AAP का बीजेपी पर हमला – क्या सच में हो रहा है ऑपरेशन लोटस दिल्ली?

आम आदमी पार्टी का आरोप है कि बीजेपी ने दिल्ली में ऑपरेशन लोटस दिल्ली शुरू कर दिया है और उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। पार्टी का दावा है कि विधायकों को फोन कर लालच दिया जा रहा है, ताकि वे पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो जाएं।

बीजेपी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं

इस पूरे मामले पर अभी तक बीजेपी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, पार्टी के कई नेताओं का कहना है कि AAP यह आरोप सिर्फ चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करने के लिए लगा रही है।

क्या पहले भी हुआ है ऑपरेशन लोटस?

ऑपरेशन लोटस दिल्ली कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी विभिन्न राज्यों में बीजेपी पर इस तरह के आरोप लगते रहे हैं। कर्नाटक, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भी विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लग चुके हैं।

सियासी घमासान जारी

दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ऑपरेशन लोटस दिल्ली को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जबकि कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने इन आरोपों को तर्कहीन बताया है। अब देखना होगा कि बीजेपी इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और चुनावी नतीजे क्या कहते हैं।

 

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समाजवादी पार्टी पीडीए पंचायत कार्यक्रम की समीक्षा बैठक, अखिलेश यादव के निर्देश पर हुआ बड़ा ऐलान

समाजवादी पार्टी पीडीए पंचायत कार्यक्रम
समाजवादी पार्टी पीडीए पंचायत कार्यक्रम

समाजवादी पार्टी पीडीए पंचायत कार्यक्रम की समीक्षा बैठक आयोजित

समाजवादी पार्टी पीडीए पंचायत कार्यक्रम
समाजवादी पार्टी पीडीए पंचायत कार्यक्रम

बहराइच । समाजवादी पार्टी ने जिलाध्यक्ष रामहर्ष यादव एडवोकेट की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय में पीडीए पंचायत कार्यक्रम की समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल के निर्देशों पर चर्चा हुई।

पीडीए पंचायत कार्यक्रम को लेकर हुई समीक्षा

बैठक में बलहा विधानसभा अध्यक्ष विश्राम सिंह यादव ने बताया कि उनके क्षेत्र में लालबोझा, मधवापुर और गंगापुर सेक्टर में पीडीए पंचायत कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित हो चुका है। इसी तरह नानपारा विधानसभा के डल्लापुरवा, गिरदा, रायगंज, कोटवा और हथिया बोझी सेक्टर में भी पंचायतें संपन्न हो चुकी हैं।

कैसरगंज के विधायक आनंद यादव ने बताया कि उनके क्षेत्र में भी पीडीए चौपाल की शुरुआत हो चुकी है और अब तक मरौचा, मीरपुर, विजयपुर, दनावल, अरई उमरी, रेवली और खलेपुरवा में कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।

पार्टी नेतृत्व के निर्देशों का पालन अनिवार्य

पूर्व विधायक रमेश गौतम ने जानकारी दी कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के बाद अब 9 फरवरी से उनके द्वारा पीडीए पंचायत कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। वहीं, पयागपुर विधानसभा में पार्टी के जिला उपाध्यक्ष राम जी यादव और महामंत्री सुनील निषाद द्वारा लगातार पंचायतों का आयोजन किया जा रहा है।

लोहिया वाहिनी के जिला अध्यक्ष ननंदेश्वर यादव ने बताया कि बहराइच विधानसभा के शेखदहिर, गोडियन पुरवा, चाकूचोत और मटेरा विधानसभा क्षेत्र के रामगांव तथा सैदा में भी पीडीए पंचायत का आयोजन हो चुका है।

मिल्कीपुर उपचुनाव में प्रशासन पर लगे पक्षपात के आरोप

बैठक में अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा में हुए उपचुनाव को लेकर चर्चा की गई, जिसमें पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार और चुनाव आयोग ने प्रशासनिक बेईमानी की। जिला अध्यक्ष रामहर्ष यादव ने चुनाव आयोग की भूमिका की कड़ी निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया।

पीडीए पंचायत कार्यक्रम को लेकर बड़े निर्देश

बैठक के दौरान जिलाध्यक्ष रामहर्ष यादव ने सभी पदाधिकारियों को पीडीए चौपाल कार्यक्रम को युद्ध स्तर पर आगे बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम समाजवादी पार्टी की संगठनात्मक मजबूती के लिए बेहद जरूरी है।

बैठक में शामिल पदाधिकारियों में जिला उपाध्यक्ष डॉ. आशिक अली, शकील मेकरानी, जिला सचिव अंजली सोनी, अमित यादव, मो. सईद खान, संत कुमार पासी, डॉ. जितेंद्र मौर्य, मन्नू देवी, सुमन शर्मा, शांति गौतम सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

समाजवादी पार्टी के पीडीए पंचायत कार्यक्रम को लेकर चल रही बैठकों से साफ है कि पार्टी पूरी रणनीति के साथ संगठन को मजबूत करने में जुटी है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी पीडीए पंचायत के जरिए जनता से सीधा जुड़ने की कोशिश कर रही है, जिसका असर आगामी चुनावों में देखने को मिल सकता है।

 

आम आदमी पार्टी की हार से दिल्ली और पंजाब में बढ़ेंगी मुश्किलें, केजरीवाल को लग सकता है बड़ा झटका!

आम आदमी पार्टी की हार
आम आदमी पार्टी की हार

आम आदमी पार्टी की हार से दिल्ली और पंजाब में बढ़ सकती हैं मुश्किलें

 आम आदमी पार्टी की हार
आम आदमी पार्टी की हार

दिल्ली की सत्ता पर पिछले 11 सालों से काबिज आम आदमी पार्टी की हार के कई राजनीतिक प्रभाव हो सकते हैं। अगर आम आदमी पार्टी चुनाव हारती है, तो इसका असर केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पंजाब और राष्ट्रीय राजनीति पर भी पड़ेगा।

आम आदमी पार्टी की हार का बड़ा असर

1. केजरीवाल की साख पर लगेगा सवाल

अगर दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार होती है, तो यह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए एक बड़ा झटका होगा। वह अपने शासन मॉडल को पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ बताते आए हैं, लेकिन अगर पार्टी अपने ही गढ़ में हार जाती है, तो उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठेंगे। इससे पार्टी के भीतर नेतृत्व संकट भी खड़ा हो सकता है।

2. पंजाब में सरकार के लिए संकट

पंजाब में वर्तमान में आम आदमी पार्टी की सरकार है, लेकिन अगर दिल्ली में हार होती है, तो इसका सीधा असर पंजाब पर भी पड़ेगा। भगवंत मान की सरकार कमजोर हो सकती है और विपक्षी दलों को सरकार गिराने का मौका मिल सकता है। बीजेपी और कांग्रेस इस स्थिति का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेंगी।

आम आदमी पार्टी की हार से नेताओं की मुश्किलें बढ़ेंगी

3. भ्रष्टाचार के मामलों में बढ़ सकती हैं परेशानियां

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और संजय सिंह जैसे नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। सरकार में रहते हुए इन्हें कुछ राहत मिली थी, लेकिन अगर आम आदमी पार्टी की हार होती है, तो इन मामलों में कार्रवाई तेज हो सकती है। इससे पार्टी की छवि और कमजोर होगी।

4. इंडिया ब्लॉक में टूट का खतरा

आम आदमी पार्टी, विपक्षी इंडिया ब्लॉक का हिस्सा है। अगर पार्टी दिल्ली में हार जाती है, तो इससे विपक्षी गठबंधन में भी अस्थिरता आ सकती है। कांग्रेस समेत अन्य दल यह आरोप लगा सकते हैं कि आम आदमी पार्टी की वजह से विपक्ष कमजोर हुआ है और बीजेपी को फायदा हुआ है।

दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार केवल एक चुनावी परिणाम नहीं होगा, बल्कि इसका असर राष्ट्रीय राजनीति और पंजाब की सरकार पर भी पड़ेगा। अरविंद केजरीवाल की साख दांव पर होगी, पार्टी के अंदर असंतोष बढ़ सकता है और भ्रष्टाचार के मामलों में मुश्किलें आ सकती हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी को अपनी रणनीति पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।

 

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