प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना का इंतजार कर रहे युवाओं को अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा, क्योंकि इसकी लॉन्चिंग फिलहाल स्थगित कर दी गई है। इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत 2 दिसंबर 2024 को होनी थी, लेकिन अब नई तारीख की घोषणा जल्द ही की जाएगी। इस योजना का उद्देश्य भारत के युवाओं को कौशल विकास और रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करना है। आइए विस्तार से जानें इस योजना की मुख्य बातें, इसके लाभ, और इसके स्थगित होने के पीछे की वजहें।

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना: क्या है इसका उद्देश्य?
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के युवाओं को बड़ी कंपनियों में इंटर्नशिप के जरिए उनके कौशल को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत, छात्रों को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।
- कौशल विकास पर जोर:
योजना के तहत युवाओं को व्यावहारिक अनुभव प्रदान कर उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाई जाएगी। - लक्षित संख्या:
पायलट योजना के दौरान 12 महीने की इंटर्नशिप के लिए 1.25 लाख छात्रों को अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया था। - भविष्य की योजना:
अगले 5 वर्षों में 1 करोड़ छात्रों को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करने की योजना है।
पीएम इंटर्नशिप स्कीम की लॉन्चिंग क्यों हुई स्थगित?
योजना की लॉन्चिंग पहले 2 दिसंबर 2024 को होनी थी, लेकिन इसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
- पायलट योजना की समीक्षा:
एक सरकारी सूत्र के अनुसार, पायलट योजना से मिली सीख की समीक्षा की जा रही है। - नई तारीख की घोषणा:
जल्द ही योजना की नई तारीख सामने आएगी, और इसके औपचारिक लॉन्च की तैयारी चल रही है।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना: पंजीकरण और पात्रता

इस योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 12 अक्टूबर से 15 नवंबर 2024 तक आयोजित की गई थी।
- पात्रता:
- योजना में भाग लेने के लिए उम्मीदवार की आयु 21 से 24 वर्ष होनी चाहिए।
- कम से कम कक्षा 10 की परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
- वजीफा और भत्ता:
- चयनित उम्मीदवारों को एकमुश्त 6,000 रुपये का भत्ता मिलेगा।
- इसके अलावा, 4,500 रुपये का मासिक वजीफा और प्रति माह 500 रुपये की अतिरिक्त राशि कंपनियों द्वारा दी जाएगी।
पायलट योजना से जुड़े तथ्य
पायलट योजना के दौरान 1.27 लाख इंटर्नशिप के अवसर विभिन्न कंपनियों द्वारा पोस्ट किए गए थे, जिनके लिए 6.21 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए।
- बड़ी कंपनियों की भागीदारी:
योजना को भारत की शीर्ष 500 कंपनियों के साथ साझेदारी में चलाया जा रहा है। - CSR के तहत समर्थन:
कंपनियों का सहयोग उनके औसत कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) खर्च पर आधारित है।
युवाओं के लिए योजना का महत्व
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान करती है।
- रोजगार के अवसर:
इस योजना के जरिए युवाओं को बड़ी कंपनियों में काम करने का अनुभव मिलेगा। - भविष्य के लिए तैयारी:
व्यावहारिक अनुभव से उनकी कौशल क्षमता में सुधार होगा, जिससे वे भविष्य के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकेंगे।
वित्तीय आवंटन और समीक्षा
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के लिए 2024-25 के केंद्रीय बजट में 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे।
- अब तक का खर्च:
20 नवंबर 2024 तक योजना के तहत 6.04 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। - आर्थिक प्रबंधन:
योजना के स्थगित होने से इसका बजट और कार्यान्वयन और अधिक प्रभावी बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
योजना को लेकर युवाओं की प्रतिक्रिया
युवाओं ने इस योजना को लेकर अपनी उम्मीदें जाहिर की हैं। बड़ी संख्या में आवेदन इस बात का प्रमाण हैं कि यह योजना युवाओं के लिए कितना महत्व रखती है।
- प्रतिस्पर्धा:
लाखों आवेदन यह दर्शाते हैं कि युवा इस योजना के जरिए अपने कौशल को निखारना चाहते हैं। - सकारात्मक प्रभाव:
बड़ी कंपनियों में इंटर्नशिप का अनुभव उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।
नई लॉन्चिंग से जुड़ी उम्मीदें

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के औपचारिक लॉन्च के बाद, यह उम्मीद की जा रही है कि यह युवाओं के जीवन में बड़े बदलाव लाएगी।
- सशक्तिकरण:
यह योजना युवाओं को सशक्त बनाएगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी। - राष्ट्रीय विकास में योगदान:
युवा पीढ़ी के कौशल में सुधार से देश की प्रगति में भी योगदान होगा।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना युवाओं को उनके करियर में आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि योजना की लॉन्चिंग स्थगित कर दी गई है, लेकिन इसकी नई तारीख का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। यह योजना न केवल रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, बल्कि युवाओं को व्यावसायिक अनुभव के जरिए आत्मनिर्भर बनने में मदद भी करेगी। उम्मीद है कि इस योजना का सफल क्रियान्वयन भारत की युवा पीढ़ी के लिए नए रास्ते खोलेगा।
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