सुनंदा शर्मा केस: क्या है पूरा मामला?

मशहूर पंजाबी सिंगर सुनंदा शर्मा इन दिनों अपने केस को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने म्यूजिक कंपनी Mad4Music के मालिक पिंकी धालीवाल पर वित्तीय शोषण, धोखाधड़ी, जबरन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाने और निजी संपत्ति पर कब्जे के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में पंजाब महिला आयोग ने भी दखल दिया, जिसके बाद पुलिस ने पिंकी धालीवाल को गिरफ्तार कर लिया है।
सुनंदा शर्मा ने लगाए ये बड़े आरोप
1. धोखाधड़ी और जबरन दस्तावेजों पर साइन
सुनंदा शर्मा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया कि म्यूजिक प्रोड्यूसर पिंकी धालीवाल ने उन्हें जबरन ऐसे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने को मजबूर किया, जिससे वह आर्थिक और मानसिक रूप से कमजोर हो गईं।
2. मानसिक प्रताड़ना और आत्महत्या की कोशिश
अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा,
“मैं इतनी बीमार हो गई थी कि मैंने कई बार खुद को खत्म करने की कोशिश की।”
उन्होंने यह भी बताया कि धालीवाल उन्हें लगातार प्रताड़ित करता था, जिससे उनका मानसिक स्वास्थ्य खराब हो गया था।
3. नए कलाकारों को फंसाने का आरोप
सुनंदा ने कहा कि यह सिर्फ उनका केस नहीं, बल्कि उन सभी मिडिल क्लास बैकग्राउंड से आए कलाकारों का है, जिन्हें म्यूजिक इंडस्ट्री में मगरमच्छों के जाल में फंसा दिया जाता है।
पंजाब सरकार और महिला आयोग ने लिया एक्शन
CM भगवंत मान ने की सुनंदा की मदद
सुनंदा शर्मा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का आभार व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने उनकी बात सुनी और सही समय पर एक्शन लिया। उन्होंने पोस्ट में लिखा,
“CM साहब ने सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि उन सभी लड़कियों की आवाज सुनी है जो कभी अपने हक के लिए नहीं बोल पाईं।”
महिला आयोग की अध्यक्ष ने दिया साथ
पंजाब महिला आयोग की अध्यक्ष राज लाली गिल ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया और पुलिस को तुरंत पिंकी धालीवाल के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए।
फैंस का समर्थन और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
सुनंदा शर्मा केस के बाद सोशल मीडिया पर उनके फैंस लगातार उनका समर्थन कर रहे हैं। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #JusticeForSunanda ट्रेंड कर रहा है।
फैंस ने क्या कहा?
- “हम सुनंदा के साथ हैं, ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए!”
- “यह सिर्फ सुनंदा की नहीं, बल्कि सभी कलाकारों की लड़ाई है।”
- “पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री को ऐसे लोगों से बचाने की जरूरत है।”
इंडस्ट्री में बदलाव की जरूरत
सुनंदा शर्मा केस सिर्फ एक सिंगर की कहानी नहीं है, बल्कि यह म्यूजिक इंडस्ट्री के काले सच को उजागर करता है। नए कलाकारों को अपने अधिकारों के लिए जागरूक होने की जरूरत है। पंजाब सरकार ने इस मामले में सही समय पर कदम उठाया, जिससे आने वाले समय में अन्य कलाकारों को भी न्याय मिलने की उम्मीद है।
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