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Thursday, April 24, 2025

“Ratan Tata का निधन , एक युग का अंत और टाटा समूह की अद्वितीय विरासत”।

भारत के प्रमुख उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन, Ratan Tata, 86 वर्ष की आयु में 10 अक्टूबर 2024 को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ले गए। उनके निधन की खबर ने देशभर में शोक की लहर दौड़ा दी है। Ratan Tata के नेतृत्व में, टाटा समूह ने 2023-24 में 13.85 लाख करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया, जिससे यह विश्व के सबसे बड़े उद्योग समूहों में से एक बन गया।

Ratan Tata

Ratan Tata का जीवन और करियर

Ratan Tata का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ। उन्होंने अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय से वास्तुकला में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 1962 में टाटा समूह में अपने करियर की शुरुआत की। रतन टाटा ने समूह की विभिन्न कंपनियों में काम किया, जिसमें टाटा मोटर्स और टाटा स्टील शामिल हैं।

1991 में, जब जेआरडी टाटा ने अपने पद से इस्तीफा दिया, तब रतन टाटा को टाटा समूह की कमान सौंपी गई। उन्होंने टाटा संस के अध्यक्ष के रूप में 1991 से 2012 तक काम किया। उनके कार्यकाल में, टाटा समूह ने कई बड़ी अधिग्रहणों के माध्यम से वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई।

Ratan Tata

Ratan Tata के योगदान
रतन टाटा ने टाटा समूह के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में विविधता लाने के लिए कई कदम उठाए। उन्होंने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), टाटा टेलीसर्विसेज, और टाटा मोटर्स जैसी कंपनियों का निर्माण और विस्तार किया।

उनकी प्रमुख उपलब्धियों में शामिल है:

2000 में ब्रिटिश चाय कंपनी टेटली का अधिग्रहण।
2007 में एंग्लो-डच स्टील निर्माता कोरस का अधिग्रहण।
2008 में जगुआर और लैंड रोवर का अधिग्रहण।
Ratan Tata की मानवीयता और परोपकारिता
Ratan Tata को उनकी सादगी और दयालुता के लिए भी जाना जाता था। उन्होंने कई बार जरूरतमंदों की मदद की और भारतीय समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया। टाटा समूह की अधिकांश शेयर पूंजी परोपकारी ट्रस्टों के पास है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य और कला के क्षेत्र में काम करते हैं।

Ratan Tata

विवाद और उत्तराधिकार
Ratan Tata का नेतृत्व विवादों से मुक्त नहीं रहा। 2016 में, उन्होंने साइरस मिस्त्री को अपना उत्तराधिकारी चुना, लेकिन उनके साथ विवाद उत्पन्न हुआ, जिससे टाटा समूह की आंतरिक राजनीति में हलचल मची।

टाटा समूह की वर्तमान स्थिति
आज, टाटा समूह में 30 कंपनियाँ शामिल हैं, जो नमक से लेकर सेमीकंडक्टर जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। समूह के पास एयर इंडिया, टीसीएस, टाटा मोटर्स, टाटा नमक, और जगुआर लैंड रोवर जैसी प्रमुख कंपनियाँ हैं।

टाटा समूह की 26 कंपनियाँ शेयर बाजार में सूचीबद्ध हैं, और यह पाकिस्तान की जीडीपी से भी अधिक का मार्केट कैप रखता है। समूह ने हाल ही में सेमीकंडक्टर निर्माण में भी कदम रखा है, जो भारत की तकनीकी क्षमता को और बढ़ाएगा।

Ratan Tata

Ratan Tata के निधन से एक युग का अंत हुआ है। उन्होंने न केवल अपने उद्योग का विस्तार किया बल्कि समाज में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी विरासत और कार्यों को हमेशा याद रखा जाएगा।

 

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