Table of Contents
Toggleसंभल में तनावपूर्ण स्थिति, जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर विवाद चर्चा में
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में स्थित जामा मस्जिद को लेकर इन दिनों हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, और चप्पे-चप्पे पर पुलिस, पीएसी (PAC), और आरआरएफ (RRF) के जवान तैनात किए गए हैं।
मस्जिद का हरिहर मंदिर होने का दावा, विवाद की शुरुआत
इस विवाद की शुरुआत मंगलवार को हुई जब हिंदू पक्ष की ओर से जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए जिला न्यायालय में एक याचिका दायर की गई। याचिका में दावा किया गया कि 1529 में मुगल बादशाह बाबर ने हरिहर मंदिर को तोड़कर इस जगह मस्जिद का निर्माण कराया। अदालत ने इस मामले में मस्जिद का सर्वे कराने के आदेश दिए।
मस्जिद सर्वे का आदेश, स्थानीय लोगों में रोष
सर्वे का आदेश मिलने के बाद से ही स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। मस्जिद के आस-पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए मुरादाबाद और बरेली मंडल के पुलिस बल को बुलाया है। साथ ही, आईबी (IB) और एलआईयू (LIU) की टीमें भी इस प्रकरण पर नजर बनाए हुए हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल पत्र से बढ़ा तनाव
गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हुआ, जिसमें जुमे की नमाज के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों को बड़ी संख्या में एकत्र होने का आह्वान किया गया। इस पोस्ट के बाद प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया। इंटरनेट मीडिया पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है।
जुमे की नमाज पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए संभल में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए। डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार ने संवेदनशील इलाकों का दौरा कर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया।
प्रमुख स्थानों पर पुलिस-पीएसी की तैनाती
सुरक्षा व्यवस्था के तहत जामा मस्जिद और उसके आस-पास के रास्तों, शहर के प्रमुख चौराहों और संवेदनशील स्थानों पर पुलिस और पीएसी की तैनाती की गई है। आरआरएफ के जवान भी हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं।
कोर्ट के आदेश पर मस्जिद का सर्वे शुरू, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी हुई
अदालत के आदेशानुसार, मस्जिद का सर्वे करने के लिए टीम पहुंची। इस दौरान विवादित स्थल की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की गई। प्रशासन का कहना है कि सर्वे निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है।
वकील विष्णु शंकर जैन का दावा
हिंदू पक्ष के वरिष्ठ वकील विष्णु शंकर जैन ने याचिका में दावा किया कि श्रीहरिहर मंदिर हिंदू धर्म की आस्था का केंद्र है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यहां कलियुग में भगवान कल्कि का अवतार होना है। वकील ने कहा कि सर्वे के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।
मुस्लिम पक्ष का तर्क, ऐतिहासिक मस्जिद होने का दावा
मुस्लिम पक्ष का कहना है कि जामा मस्जिद एक ऐतिहासिक इमारत है और यह विवाद समुदायों के बीच अनावश्यक तनाव पैदा कर रहा है। उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है।
संभल में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की कोशिश
प्रशासन का कहना है कि दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। डीएम और एसपी ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा बलों का पैदल मार्च और फ्लैग मार्च
गुरुवार को डीएम और एसपी ने सुरक्षा बलों के साथ संवेदनशील इलाकों में पैदल मार्च और फ्लैग मार्च किया। उन्होंने स्थानीय लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
समाज के नेताओं से बैठक और चर्चा
प्रशासन ने समुदाय के नेताओं के साथ बैठक कर शांति बनाए रखने पर चर्चा की। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि विवाद का हल कानूनी प्रक्रिया के तहत निकाला जाएगा।
संभल में स्थिति सामान्य, लेकिन तनाव बरकरार
जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर प्रकरण को लेकर संभल में स्थिति सामान्य है, लेकिन तनाव बरकरार है। प्रशासन की सतर्कता और सुरक्षा के बीच जुमे की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हुई।
जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर प्रकरण ने संभल में तनावपूर्ण माहौल बना दिया है। प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। दोनों पक्षों को न्यायालय के फैसले का सम्मान करना चाहिए और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना चाहिए।
इस प्रकार के विवादों से समाज में शांति और सौहार्द बनाए रखना बेहद आवश्यक है। प्रशासन और न्यायालय को निष्पक्षता से कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
जानें अगली खबर के लिए जुड़े रहें और हमारे Website Sampurn Hindustan को फॉलो करें।