उत्तर प्रदेश का पहला सोलर एक्सप्रेसवे होगा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवेः नन्दी

बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस को सोलर एक्सप्रेस बनाने के लिए आगे आई कई कंपनियां।

मंत्री नन्दी ने कहा सोलर एक्सप्रेसवे की भूमि से हटाया जा सकता है लीज रेंट।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हर क्षेत्र में आगे है उत्तर प्रदेश : नन्दी

लखनऊ।  बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे को उत्तर प्रदेश का पहला सोलर एक्सप्रेसवे बनाने के लिए शुक्रवार को होटल रेनेसा में एक सेमिनार आयोजित किया गया। जिसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने किया। जिसमें देश की कई कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

जिन्होंने सोलर एक्सप्रेसवे के विकास को लेकर अपनी सहमति जताई। सेमिनार में उपस्थित विभिन्न कम्पनियों के रूझान को देखते हुए औद्योगिक विकास मंत्री नन्दी ने सोलर एक्सप्रेसवे का लीज रेंट समाप्त किए जाने की सम्भावनाओं पर भी चर्चा की।

मंत्री नन्दी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हर क्षेत्र में अग्रसर उत्तर प्रदेश देश के ग्रोथ इंजन के रूप में उभरा है। पिछली सरकारों में पूर्ण रूप से उपेक्षित बुन्देलखण्ड जहां विकास के नए सोपान गढ़ रहा है। वहीं बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे जल्द ही उत्तर प्रदेश का पहला सोलर एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है।

जो सौर ऊर्जा संरक्षण अभियान में मिल का पत्थर साबित होगा। मंत्री नन्दी ने कहा कि 296 किलोमीटर लम्बे बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ सोलर पार्क की स्थापना प्रदेश सरकार की सौर ऊर्जा नीति 2022 का हिस्सा होगा।

ऊर्जा नीति के अंतर्गत वर्ष 2026-2027 तक 22000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य को हासिल किया जाना है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे पर उपलब्ध भूमि पर 450 मेगावाट सौर ऊर्जा के सोलर प्लांट की स्थापना की जा सकती है जिस पर लगभग 2550 करोड़ रूपए की लागत अनुमानित है।

सेमिनार में मुख्य सचिव एवं सी0ई0ओ0 यूपीडा मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अनिल कुमार सागर, पावर कॉरपोरेषन के अध्यक्ष आषीष गोयल, ए0सी0ई0ओ0 यूपीडा हरि प्रताप षाही, यूपीडा के वरिष्ठ अधिकारी के साथ सोलर जगत के प्रसिद्ध फर्मो टाटा पॉवर, जीएमआर एनर्जी, महाप्रीत, एनटीपीसी, आत्रिया पॉवर, सात्विक ग्रीन, ओएमसी पॉवर, टोररंट पॉवर, अडानी सोलर एनर्जी, आरएवीसी सॉल्यूशन, अवाडा ग्रुप, एचपीएम सोलर, नोवासा ग्रीन आदि कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।

मुख्य सचिव एवं सी0ई0ओ0 यूपीडा मनोज कुमार सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेष में सोलर पार्क्स में निवेष करने की अपार सम्भावनाएं है। जिसके लिए एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ सोलर पार्क्स विकसित करने हेतु प्रति पैकेज 50 मेगावॉट की दर से 450 मेगावॉॅट सोलर विद्युत उत्पादन किया जाना प्राविधानित है। एक्सप्रेसवे के समस्त सम्पत्तियों/संसाधनों की सुरक्षा के लिए यूपीडा के पेट्रोलिंग वाहनों द्वारा पूर्व से ही की जा रही है।

इन्हीं पेट्रोलिंग वाहनों द्वारा सोलर पार्क्स को भी पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जायेगी तथा उन्होंने उद्यमियों को आष्वस्त किया की वे भय मुक्त होकर निवेष करें एवं प्रदेष को 01 ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में अपनी सहभागिता सुनिष्चित करें।

सेमिनार में पावर कॉरपोरेषन के अध्यक्ष आषीष गोयल व प्रमुख सचिव, औद्योगिक विकास अनिल कुमार सागर द्वारा अपने विचार व्यक्त किये गये। सेमिनार में आये अतिथियों का श्रीहरि प्रताप षाही, ए0सी0ई0ओ0, यूपीडा द्वारा आभार व्यक्त किया गया।

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