उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना: नई हेलीकॉप्टर और विमान सेवाएं

मुख्यमंत्री धामी ने किया उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना के तहत नई हवाई सेवाओं का शुभारंभ

उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना

 

देहरादून मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को उत्तराखण्ड हवाई सम्पर्क योजना के तहत सहस्त्रधारा (देहरादून) से जोशियाडा (उत्तरकाशी) और सहस्त्रधारा (देहरादून) से गौचर (चमोली) के लिए हेलीकॉप्टर सेवा एवं दिल्ली से पिथौरागढ़ विमान सेवा का सीएम आवास से वर्चुअल शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हवाई सेवाएं राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होने जा रही हैं इसलिए सरकार उड़ान योजना के तहत 18 स्थानों पर हेलीपोर्टस का निर्माण कर रही है।

मुख्यमंत्री धामी ने इन सेवाओं को प्रारंभ करने में सहयोग देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडु का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये तीनों परियोजनाएँ हमारे राज्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होने जा रही हैं इन सेवाओं के प्रारंभ होने से राज्य में पर्यटन एवं आर्थिक विकास को गति मिलने के साथ-साथ सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ की जनता को देश की राजधानी तक पहुँचने के लिए एक नया और बेहतर विकल्प मिल सकेगा। इन हवाई सेवाओं के प्रारंभ होने से आपातकालीन और आपदा प्रबंधन कार्यों में भी गति आएगी।

उत्तराखंड की हवाई यात्रा को और सुलभ बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की तीन प्रमुख हवाई सेवाओं का वर्चुअल शुभारंभ किया। इस महत्वपूर्ण कदम से राज्य में हवाई संपर्क को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना के तहत सहस्त्रधारा (देहरादून) से जोशियाडा (उत्तरकाशी) और गौचर (चमोली) के लिए हेलीकॉप्टर सेवा, साथ ही दिल्ली से पिथौरागढ़ के लिए विमान सेवा की शुरुआत की।

उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना का उद्देश्य और महत्व

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ वर्ष पूर्व आम आदमी को भी हवाई यात्रा करने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से दूरदर्शी योजना उड़ान का शुभारंभ किया था। इस योजना ने उत्तराखंड में भी हवाई संपर्क को मज़बूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उड़ान योजना के अंतर्गत राज्य में वर्तमान में 18 हेलीपोर्ट्स विकसित किए जा रहे हैं। जिनमें से अब तक 10 हेलीपोर्ट्स पर हवाई सेवाएं सफलतापूर्वक शुरू की जा चुकी हैं। इन हेली सेवाओं से श्रीनगर, हल्द्वानी, मुन्स्यारी, पिथौरागढ़, पंतनगर, चंपावत और अल्मोड़ा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को सफलतापूर्वक जोड़ा जा चुका है। आने वाले समय में राज्य के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों को भी हेली सेवाओं से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।

उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना का उद्देश्य पहाड़ी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हवाई सेवाओं का विस्तार करना है। मुख्यमंत्री धामी ने इस योजना के तहत हेलीकॉप्टर और विमान सेवाओं का शुभारंभ करते हुए कहा कि इन सेवाओं से राज्य में पर्यटन, स्थानीय व्यवसाय और आर्थिक विकास को गति मिलेगी। इसके अलावा, सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ की जनता को दिल्ली तक पहुंचने के लिए एक नया और बेहतर विकल्प मिलेगा।

उद्घाटन के दौरान, मुख्यमंत्री ने बताया कि हवाई सेवाएं राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी और इन सेवाओं के शुरू होने से आपातकालीन और आपदा प्रबंधन कार्यों में भी तेजी आएगी।

पिथौरागढ़ दिल्ली विमान सेवा

नई हेलीकॉप्टर सेवाएं: सहस्त्रधारा से जोशियाडा और गौचर तक

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड हवाई सम्पर्क योजना के तहत देहरादून सहस्त्रधारा से जोशियाडा और गौचर के लिए हेलीकॉप्टर सेवा का प्रारम्भ होना हमारे राज्य के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि यह कदम हमारे पर्वतीय क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।

उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना के तहत शुरू की गई हेलीकॉप्टर सेवाएं राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा को सरल और समय बचाने वाला बना देंगी। सहस्त्रधारा से जोशियाडा और गौचर के लिए हेलीकॉप्टर सेवा के शुभारंभ के साथ, अब देहरादून से जोशियाडा की यात्रा केवल 40 मिनट में और गौचर की यात्रा 50 मिनट में पूरी की जा सकेगी। मुख्यमंत्री धामी ने इसे राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के विकास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जहाँ पहले पहाड़ों के दुर्गम रास्तों को पार करने में घंटों लग जाया करते थे वहीं अब हम एक घंटे के अंदर ही सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों तक आसानी से पहुँच सकेंगे। इन हवाई सेवाओं के प्रारंभ होने से जहां एक ओर हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा वहीं स्थानीय व्यवसाय, होमस्टे और युवाओं हेतु रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। हवाई कनेक्टिविटी की महत्ता को समझते हुए राज्य सरकार घरेलू उड़ानों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दे रही है।

यह हेलीकॉप्टर सेवा उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय व्यवसायों, होमस्टे और रोजगार के नए अवसरों को उत्पन्न करेगी। अब पहाड़ी रास्तों पर घंटों की यात्रा के बजाय, लोग जल्दी और आसानी से इन स्थानों तक पहुँच सकेंगे।

 

हेलीकॉप्टर सेवा उत्तराखंड

उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना के तहत हेलीकॉप्टर सेवाओं की विशेषताएँ

  1. सहस्त्रधारा – गौचर हेलीकॉप्टर सेवा
    • यह सेवा लगभग 50 मिनट में सहस्त्रधारा से गौचर पहुंचाएगी।
    • सेवा सोमवार से शनिवार तक उपलब्ध रहेगी।
    • 20 नवम्बर 2024 तक किराया 3000 रुपये रहेगा, उसके बाद 3600 रुपये प्रति व्यक्ति होगा।
  2. सहस्त्रधारा – जोशियाडा हेलीकॉप्टर सेवा
    • यह सेवा केवल 40 मिनट में सहस्त्रधारा से जोशियाडा पहुँचेगी।
    • सेवा सप्ताह में छह दिन (सोमवार से शनिवार) चलेगी।
    • 20 नवम्बर 2024 तक किराया 3000 रुपये रहेगा, उसके बाद 3300 रुपये प्रति व्यक्ति होगा।

इन हवाई सेवाओं की वेबसाईट https://booking.pawanhans.co.in/ है।

पिथौरागढ़ से दिल्ली तक की नई विमान सेवा

उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना के तहत मुख्यमंत्री धामी ने दिल्ली से पिथौरागढ़ के लिए एक नई विमान सेवा की भी शुरुआत की। यह सेवा एलान्स एयर द्वारा प्रदान की जाएगी, और दिल्ली से पिथौरागढ़ के बीच लगभग 1 घंटे 25 मिनट का समय लगेगा। यह विमान सेवा सप्ताह में तीन दिन (मंगलवार, गुरुवार और शनिवार) संचालित होगी। इस विमान सेवा के द्वारा पिथौरागढ़ के लोग अब दिल्ली तक पहुंचने के लिए एक तेज और सस्ता विकल्प प्राप्त करेंगे।

किरायों की बात करें तो, 14 नवम्बर 2024 तक दिल्ली-पिथौरागढ़ विमान सेवा का किराया प्रति व्यक्ति 2499 रुपये रहेगा। इसके बाद, दिल्ली से पिथौरागढ़ का किराया 6999 रुपये और पिथौरागढ़ से दिल्ली का किराया 7447 रुपये प्रति व्यक्ति होगा। इस हवाई सेवा की बुकिंग वेबसाईट https://allianceair.in/ पर होगी।

उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना के सामाजिक और आर्थिक लाभ

उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना न केवल राज्य में हवाई सेवाओं का विस्तार कर रही है, बल्कि इससे राज्य के स्थानीय व्यवसायों, पर्यटन उद्योग और रोजगार सृजन में भी वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इन हवाई सेवाओं से जहां एक ओर पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। हवाई संपर्क के विस्तार से ग्रामीण क्षेत्रों के होमस्टे और अन्य पर्यटन-related व्यवसायों को लाभ होगा, और राज्य के विकास को नया मार्ग मिलेगा।

इसके अलावा, हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने से आपातकालीन और आपदा प्रबंधन कार्यों को भी सहायता मिलेगी। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में होने वाली प्राकृतिक आपदाओं के दौरान जल्दी सहायता पहुंचाने के लिए हवाई सेवा एक महत्त्वपूर्ण माध्यम साबित होगी।

प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्री नायडु का आभार

मुख्यमंत्री धामी ने इन हवाई सेवाओं की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडु का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की उड़ान योजना के तहत आम आदमी को हवाई यात्रा करने के अवसर मिलने से उत्तराखंड में हवाई संपर्क मजबूत हुआ है। इसके कारण राज्य में 18 हेलीपोर्ट्स का निर्माण हो रहा है, जिनमें से 10 हेलीपोर्ट्स पर हवाई सेवाएं पहले ही शुरू की जा चुकी हैं।

उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना का भविष्य

उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना का भविष्य उज्जवल दिखाई देता है। मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि आने वाले समय में राज्य के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों को भी हेली सेवाओं से जोड़ा जाएगा। साथ ही, राज्य सरकार घरेलू उड़ानों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दे रही है ताकि उत्तराखंड के लोग आसानी से देश के अन्य हिस्सों से जुड़ सकें।

उत्तराखंड हवाई संपर्क योजना के तहत शुरू की गई नई हेलीकॉप्टर और विमान सेवाएं राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने जा रही हैं। इन सेवाओं से राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा आसान होगी, स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा, और पर्यटन को भी नई दिशा मिलेगी। इसके साथ ही, राज्य के आपातकालीन सेवाओं में भी सुधार होगा। मुख्यमंत्री धामी की इस पहल से उत्तराखंड के लोग अब हवाई संपर्क के मामले में एक नई दिशा में आगे बढ़ेंगे।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, विधायक उमेश शर्मा काऊ, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, मुख्य कार्यकारी अधिकारी युकाडा सोनिका, एसीईओ दयानन्द सरस्वती, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर पंवन हंस संजय, एलान्स एयर से रंजन दत्ता, आर. सी. शर्मा वर्चुअल माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, केन्द्रीय राज्यमंत्री अजय टमटा, विधायक सुरेश सिंह चौहान, अनिल नौटियाल, जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी चमोली डॉ. संदीप तिवारी और जिलाधिकारी पिथौरागढ़ विनोद गिरी गोस्वामी उपस्थित थे।

 

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