योग से तन और मन रहता स्वस्थ नियमित अभ्यास जरूरी : मंत्री दयाशंकर सिंह

परिवहन मंत्री ने किया लखीमपुर खीरी में दशम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ, अफसरों एवं आमजन संग किया योगाभ्यास।

लखनऊ। शुक्रवार को खीरी में उत्साह, उल्लास, उमंग के साथ “योग स्वयं एवं समाज के लिए” थीम पर “दशम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024” का भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिला मुख्यालय पर कृषि उत्पादन मंडी समिति में बड़ी तादात में लोग शामिल हुए। इसी के साथ तहसील, ब्लाक व विभिन्न सरकारी व निजी संस्थानों में भी योग दिवस पर कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) परिवहन विभाग दयाशंकर सिंह ने कहा कि आज हम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दशम संस्करण को पूरे उत्साह और उल्लास के साथ मना रहे हैं।

लखीमपुर जनपद में हम सब लोगों ने बहुत ही उत्साह के साथ इस योग दिवस में हिस्सा लिया। आज दुनियाभर में करोड़ों लोग ‘वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’ पर एक साथ योग कर रहे हैं। योग से तन और मन स्वस्थ रहता है इसलिए इसका नियमित अभ्यास जरूरी है। योग भारत की ऋषि परंपरा का अमूल्य उपहार है जो मानसिक और आध्यात्मिक उन्नयन के साथ शरीर को भी स्वस्थ रखता है आइए ‘स्वस्थ भारत, सशक्त भारत’ के निर्माण के लिए नियमित रूप से योग करने व अन्य लोगों को भी योग के प्रति जागरूक करने का संकल्प लें।

परिवहन मंत्री ने नोडल अधिकारी, विधायक, डीएम-एसपी के साथ योग गतिविधियों से संबंधित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इस दौरान उपस्थित सभी लोगों को तंबाकू और उसके अन्य उत्पादों से परहेज करने का संकल्प लिया। यह एक ऐसा मौका था, जब जनप्रतिनिधि, जिले भर के अधिकारी और आम नागरिकों ने एक साथ योगाभ्यास किया।

इसमें जनपद के कुशल योग प्रशिक्षक कुलदीप वर्मा ने सामूहिक प्रार्थना के बाद कॉमन योग प्रोटोकॉल की ग्रीवा शक्ति, शक्ति एवं घुटना शक्ति विकासक क्रियाओं, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्ध चक्रासन, भद्रासन, वज्रासन, उष्ट्रासन, उत्तान मंडूकासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्तानपादासन, अर्ध हलासन, पवनमुक्तासन एवं सवासन सहित कपालभाति नाड़ी शोधन प्राणायाम शीतली प्राणायाम भ्रामरी प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास कराते हुए प्रतिदिन योगाभ्यास का संकल्प दिलाया। शांति पाठ के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ।

योग प्रशिक्षक कुलदीप वर्मा के निर्देशन में योग प्रशिक्षक अमित कुमार व प्रिंस रंजन ने इन योगासन और प्राणायम का अभ्यास उपस्थित साधकों को कराया। साथ ही इन योगासनों के शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों और निरोगीकाया के लिए इनके महत्व को रेखाकिंत किया।

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