कुत्तों की नसबंदी के लिए ग्रेनो प्राधिकरण ने एचसीएल से मिलाया हाथ।
ग्रेनो प्राधिकरण ने एचसीएल फाउंडेशन के साथ एमओयू साइन किए। नसबंदी के बाद पहचान के लिए कुत्ते के गले में पट्टा पहनाया जाएगा।
Sachin Chaudhary GNoida। ग्रेटर नोएडा में लावारिस कुत्तों की बढ़ती आबादी को नियंत्रित करने और निवासियों की परेशानी को दूर करने के लिए प्राधिकरण ने एचसीएल फाउंडेशन से हाथ मिलाया। अब एचसीएल फाउंडेशन ही ग्रेटर नोएडा में कुत्तों की नसबंदी करेगा। बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एचसीएल फाउंडेशन के साथ एमओयू साइन किया है।ग्रेटर नोएडावासियों को लावारिस कुत्तों से होने वाली परेशानी की शिकायत आए दिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तक आती रहती है। इस समस्या को हल करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार की पहल पर एचसीएल फाउंडेशन आगे आया है। एचसीएल फाउंडेशन कार्पोरेट सोषल रेस्पोंसबिलिटी के अंतर्गत ग्रेटर नोएडा के लावारिस कुत्तों की नसबंदी कराएगा। बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार, एसीईओ मेधा रूपम और एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस की मौजूदगी में इसका एमओयू हस्ताक्षर किए गए। इस अभियान के पहले चरण में एचसीएल फाउंडेशन ने सेक्टर स्वर्णनगरी, सेक्टर 36, 37, सिग्मा वन, टू, थ्री, फोर, ओमीक्राॅन वन, सेक्टर म्यू वन, पाई वन व टू में 600 कुत्तों को नसबंदी के लिए चिंहित किया है। 31 मार्च तक इन सेक्टरों में नसबंदी का लक्ष्य तय किया गया है। इसके बाद अन्य सेक्टरों व सोसाइटियों में भी नसबंदी अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा के स्वर्णनगरी में बने नसबंदी केंद्र को भी और बेहतर बनाया जाएगा। आपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर को और बेहतर व सुविधायुक्त बनाया जाएगा। इस सेंटर में बने कैनल्स में नसबंदी के बाद पांच दिन के लिए कुत्तों को रखा जाएगा। उनको एंटी रेबीज इंजेक्शन भी लगाया जाएगा। उसके बाद उन्हें जहां से लाया गया था, वहीं पर वापस छोड़ दिया जाएगा। यह अभियान निशुल्क रहेगा। नसबंदी का खर्च एचसीएल फाउंडेशन ही वहन करेगा। सीईओ एनजी रवि कुमार ने एचसीएल फाउंडेशन कुत्तों की नसबंदी अभियान को सफल बनाने के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। इस दौरान ओएसडी इंदू प्रकाश सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक चेतराम सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक उत्सव निरंजन व एचसीएल फाउंडेशन के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।