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Saturday, March 15, 2025

बहराइच में डीएम ने किसानों की आय वृद्धि के लिए किया एक और प्रयास

बहराइच के किसानों को मिलेगा उचित मूल्य, पतंजलि के साथ हुआ एमओयू

डीएम ने किसानों की आय वृद्धि के लिए किया एक और प्रयास
डीएम ने किसानों की आय वृद्धि के लिए किया एक और प्रयास

बहराइच। जिले के किसानों के सर्वांगीण विकास के लिये जिलाधिकारी मोनिका रानी निरन्तर प्रयास कर रही है। डीएम के प्रयासों से जिले में 86 कृषक उत्पादक संगठन गठित कराये गये हैं साथ ही प्रत्येक माह एफपीओं की बैठक करके उनके द्वारा किये जा रहे प्रयासों में और सुधार लाने तथा जिले के किसानों की आय वृद्धि बढ़ाने के दृष्टिगत 28 दिसम्बर 2024 को बाबा रामदेव की पतंजलि कंपनी के साथ हरिद्वार में जनपद बहराइच के 03 एफपीओ प्रत्यूष बायोएनर्जी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, ग्राम गंगापुर मिहींपुरवा की निदेशक पुष्पा सिंह, वीरांगना लक्ष्मी बाई महिला किसान निर्माता कंपनी लिमिटेड ग्राम जरही मिहींपुरवा की निदेशक मंजू देवी एवं सीएससी राज फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, ग्राम गंगापुर मिहींपुरवा के निदेशक अखिलेश कुमार सिंह के साथ हल्दी उत्पादन तथा विपणन का एमओयू किया गया। इस अवसर पर बाबा रामदेव जी, आचार्य बालकृष्ण, डीएम मोनिका रानी, उप कृषि निदेशक टी.पी. शाही, सीएससी राज किसान उत्पादक कंपनी लिमिटेड निहिंपुरवा के निदेशक अखिलेश सिंह उपस्थित रहे।

एमओयू का उद्देश्य और लाभ

डीएम मोनिका रानी ने बताया कि मिहिंपुरवा जनपद बहराइच का क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों, उपजाऊ भूमि और अनुकूल जलवायु से समृद्ध है। जो कृषि के लिये एक आदर्श स्थान बनाता है। इस क्षेत्र में हल्दी, जिमीकन्द और हरी सब्जियों की खेती बहुतायत क्षेत्र में की जाती है। सब्जियों के उत्पादन एवं विपणन का कार्य क्षेत्रीय किसानों द्वारा किया जा रहा है, परन्तु इस क्षेत्र में हजारों किसान हल्दी की खेती कर रहे है परन्तु उन्हें उनका वाजिब मूल्य नहीं मिल रहा है। पंजाब हरियाणा आदि प्रदेशों के व्यापारी यहां के किसानों से सरते मूल्य पर हल्दी का कम कर रहे है। डीएम मोनिका रानी ने बताया कि जनपद के किसानों की आय बढ़ाने के दृष्टिगत प्रति वर्ष 20 से 25 टन प्रति हे. के हिसाब से लगभग 2000 हे. क्षेत्रफल में 45-50 हजार टन हल्दी के विक्रय/विपणन बाबा रामदेव की कंपनी से कराया गया है जिसका लाभ जिले के किसानों को होगा। डीएम ने बताया कि हल्दी का उत्पादन करने वाले किसानों को प्रशिक्षण दिलाने की व्यवस्था की जा रही है।

एमओयू के तहत अब पतंजलि कंपनी हल्दी का उचित मूल्य देकर इसे खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कदम जिले के किसानों की आय वृद्धि में सहायक सिद्ध होगा।

प्रमुख एफपीओ और उनकी भूमिका

एमओयू में तीन प्रमुख एफपीओ शामिल हुए हैं:

  1. प्रत्यूष बायोएनर्जी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, ग्राम गंगापुर, मिहींपुरवा।
  2. वीरांगना लक्ष्मीबाई महिला किसान निर्माता कंपनी लिमिटेड, ग्राम जरही, मिहींपुरवा।
  3. सीएससी राज फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, ग्राम गंगापुर, मिहींपुरवा।

इन एफपीओ के निदेशकगण, पुष्पा सिंह, मंजू देवी और अखिलेश कुमार सिंह ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

कृषकों को प्रशिक्षण और आधुनिक संसाधन उपलब्ध

एमओयू समारोह में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने जिले के किसानों को हरिद्वार या बहराइच में प्रशिक्षण देने और कृषि यंत्र उपलब्ध कराने की घोषणा की। डीएम मोनिका रानी ने बताया कि किसानों को बेहतर उत्पादन तकनीक सीखने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, हल्दी की खेती के लिए आवश्यक आधुनिक संसाधन भी प्रदान किए जाएंगे।

जिले की कृषि भूमि का महत्व

मिहींपुरवा क्षेत्र की भूमि प्राकृतिक संसाधनों, उपजाऊ मिट्टी और अनुकूल जलवायु से समृद्ध है। यह क्षेत्र कृषि के लिए आदर्श स्थान है। यहां न केवल हल्दी बल्कि जिमीकंद और हरी सब्जियों की खेती भी व्यापक रूप से की जाती है।

  • जिमीकंद की खेती: 150 हेक्टेयर क्षेत्र में जिमीकंद की खेती हो रही है, जिससे हर साल 5250 टन उत्पादन होता है। इसकी स्थानीय और राष्ट्रीय बाजारों में भारी मांग है।
  • हरी सब्जियों की खेती: 600 हेक्टेयर क्षेत्र में हरी सब्जियों की खेती की जाती है।

हल्दी विपणन के लिए नए रास्ते

इस एमओयू के माध्यम से जिले में उत्पादित हल्दी के विपणन का रास्ता खुल गया है। अब किसान अपने उत्पादों को सही मूल्य पर बेच सकेंगे, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।

एफपीओ की सफलता में महिलाओं की भागीदारी

उप कृषि निदेशक टी.पी. शाही ने बताया कि उपरोक्त गठित कराये गये एफपीओ में 1880 पुरुष किसान तथा 976 महिला किसानों द्वारा समूह में हल्दी उत्पादन से जुड़े हुए है। इसी प्रकार यहां की भूमि में 150 हे. में जिमीकन्द की योती की जा रही है जिसमें 30-35 टन प्रति हे. कुल 5250 टन जिमीकन्द का उत्पादन हो रहा है जिसकी स्थानीय और राष्ट्रीय बाजारों में मांग अधिक है। इसी प्रकार लगभग 600 हे. से अधिक क्षेत्रफल में हरी सब्जियों की खेती हो रही है। इस एमओयू के माध्यम से जिले की हल्दी के विपणन का रास्ता खुल गया है। इससे जिले के और किसान जुड़कर अपनी आय वृद्धि कर सकेंगे।

कार्यक्रम के दौरान सम्मान और सराहना

हरिद्वार में आयोजित एमओयू हस्ताक्षर समारोह में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने डीएम मोनिका रानी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बहराइच जैसे आकांक्षी जनपद के किसानों को बाजार से जोड़ने का यह प्रयास प्रेरणादायक है।

भविष्य की योजनाएं

डीएम ने बताया कि हल्दी उत्पादन बढ़ाने और इसकी गुणवत्ता सुधारने के लिए किसानों को नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही, जिमीकंद और सब्जियों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए भी विशेष योजनाएं बनाई जा रही हैं।

जिलाधिकारी मोनिका रानी के प्रयासों से बहराइच जिले के किसानों को अब एक नया अवसर मिला है। पतंजलि जैसी बड़ी कंपनी के साथ एमओयू होने से न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि उनकी मेहनत का उचित मूल्य भी मिलेगा। यह कदम कृषि क्षेत्र में बहराइच को एक नई पहचान दिलाने में सहायक होगा।

हरिद्वार में आयोजित एमओयू हस्ताक्षर समारोह के दौरान बाबा रामदेव जी व आचार्य बालकृष्ण जी ने डीएम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आकांक्षी जनपद बहराइच के एफपीओ से जुड़े किसानों को उनकी कम्पनी द्वारा आवश्यकतानुसार हरिद्वार अथवा जनपद बहराइच में प्रशिक्षण तथा उपयोग होने वाले कृषि यन्त्र भी उपलब्ध कराये जायेंगे। डीएम ने पतंजलि जैसी कम्पनी के साथ एमओयू होने पर बाबा रामदेव जी व आचार्य बालकृष्ण जी का आभार ज्ञापित किया।

किसानों की आय वृद्धि और हल्दी विपणन को लेकर यह एमओयू एक मील का पत्थर साबित होगा। यह कदम न केवल किसानों को सशक्त बनाएगा, बल्कि जिले के समग्र विकास को भी गति देगा।

 

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