भगवान बुद्ध करुणा के अवतार के रूप में विश्व पटल पर स्वीकार्य हैं
डबल इंजन सरकार तथागत बुद्ध से जुड़े स्थानों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रही है
अयोध्या, मथुरा काशी की तरह भगवान बुद्ध से जुड़े स्थानों का विकास किया जा रहा है
Sachin Chaudhary Lucknow उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि तथागत बुद्ध के दिखाए गए अहिंसा, प्रेम व करूणा के मार्ग से विश्व शांति एवं राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा मिलती है। भगवान बुद्ध करुणा के अवतार के रूप में विश्व पटल पर स्वीकार्य हैं।डबल इंजन सरकार तथागत बुद्ध से जुड़े स्थानों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रही है। केशव प्रसाद मौर्य बुधवार को अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान गोमतीनगर लखनऊ में आयोजित संस्थान के स्थापना दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस अवसर पर “बौद्ध अनुशीलन में पंचशीलन” विषय पर आयोजित परिचर्चा में जहां भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन व आदर्शो पर विस्तार से प्रकाश डाला वहीं भगवान बुद्ध के आदर्शो को जीवन्त व कालजयी बनाये रखने के लिए डबल इंजन सरकार द्वारा किये गए उल्लेखनीय व सकारात्मक कार्यों की विस्तार से चर्चा की। उप-मुख्यमंत्री ने तथागत भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन के प्रचार -प्रसार और उनकी प्रेरक स्मृतियों की याद ताजा बनाए रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धताओं का बखान करते हुए इस सन्दर्भ में सरकार द्वारा प्रदेश, देश व दुनिया में किये कार्यों का भी वर्णन किया। इस अवसर पर उन्होंने “धम्मपदं”
नामक पुस्तक का विमोचन भी किया और खुशी फाउंडेशन द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन भी किया।
इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या, मथुरा व काशी की तरह भगवान बुद्ध से जुड़े स्थानों का विकास किया जा रहा है। भगवान बुद्ध शान्ति व अहिंसा के पुजारी थे। मोदी के नेतृत्व में भगवान बुद्ध के सपनों के अनुरूप भारत का निर्माण हो रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि देश में युवा, महिलायें, गरीब व किसान चार जातियां हैं मौर्य ने कहा कि सबको साथ लेकर चलने के लिए भगवान बुद्ध के आदर्शों को अपनाना ही होगा और इन्हीं आदर्शो को आत्मसात करते हुए सरकार द्वारा सबका साथ- सबका विकास- सबका -सबका प्रयास और सबका विश्वास के मूल मंत्र को अपनाते हुए सबको सम्मान और सबको उचित स्थान दिये जाने का कार्य किया जा रहा है। कहा कि भगवान बुद्ध के अनुयायी होने का मतलब विश्व शांति की गारण्टी है। कहा कि भगवान बुद्ध के दिखाए गए मार्ग से प्रेरणा लेते हुए भारत नि:स्वार्थ भाव से बिना किसी भेदभाव के अपने यहां भी और पूरे विश्व में कहीं भी संकट में घिरे व्यक्ति के साथ मजबूती से खड़ा रहता है। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमन्त्री ने संयुक्त राष्ट्र की महासभा में कहा था कि भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिया है। हम भारतवासियों ने सदैव विश्व को शान्ति, सद्भावना तथा सामाजिक समरसता का सन्देश दिया है। भगवान बुद्ध की निर्वाण स्थली कुशीनगर में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनवाया गया। भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी में इण्डिया इंटरनेशनल सेंटर फार बौद्ध कल्चरल ऐंड हेरिटेज सेन्टर बनाया जा रहा है। कहा कि यह हम सबके लिए गौरव की बात है कि अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध संस्थान शोध, शिक्षण कार्य , प्रकाशन, बौद्ध स्थलों के संरक्षण, संगोष्ठी, सेमिनार, निबंध, भाषण, पेंटिग प्रतियोगिताये आदि आयोजित कर बौद्ध धर्म की नींव मजबूत कर रहा है। उप-मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में संस्थान के उल्लेखनीय कार्यों तथा केंद्र व प्रदेश सरकार की परियोजनाओं के बारे में प्रबुद्ध जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज विश्व के कोने कोने में लगभग सभी देश शान्ति एवं सद्भावना के संदेश तथा भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन व उनकी प्रासंगिकता को पुनर्स्थापित कर रहे हैं।
इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य व डा.आम्बेडकर महासभा के अध्यक्ष डा. लाल जी प्रसाद निर्मल, कार्यकारी अध्यक्ष हरगोविंद बौद्ध व अन्य प्रबुद्ध जनों ने सम्बोधित किया।