लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने वीरांगना झलकारी बाई महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरे का उद्देश्य चिकित्सालय में उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता की जांच करना और महिलाओं को सरकार द्वारा प्रदान की जा रही योजनाओं की जानकारी देना था। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल के विभिन्न विभागों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और सुधार के लिए सुझाव दिए।

चिकित्सालय का निरीक्षण: प्रमुख बिंदु
महिला मरीजों से संवाद और योजनाओं की जानकारी
डॉ. बबीता सिंह चौहान ने चिकित्सालय में भर्ती महिलाओं से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही योजनाओं के लाभ उठाने के लिए महिलाओं को प्रेरित किया। इसके साथ ही उन्होंने मरीजों को यह भी बताया कि सरकार उनकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
सुविधाओं का गहन निरीक्षण
अध्यक्ष ने ओपीडी रूम, अल्ट्रासाउंड रूम, एक्सरे रूम, लेबर रूम, ऑपरेशन थिएटर, महिला वार्ड, किचन, और स्नानागार जैसी सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने इन सुविधाओं की स्वच्छता और मरीजों को दी जा रही सेवाओं पर संतोष जताया।
डॉ. निवेदिता कर की रिपोर्ट
मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. निवेदिता कर ने जानकारी दी कि अस्पताल में इस समय प्रसव के लिए 66 महिला मरीज और 12 नवजात शिशु भर्ती हैं। सभी मरीजों को चिकित्सालय के मेन्यू के अनुसार ताजा और पौष्टिक भोजन समय पर उपलब्ध कराया जा रहा है।
स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता पर संतोष
डॉ. बबीता सिंह चौहान ने भोजन की गुणवत्ता और साफ-सफाई की व्यवस्था को लेकर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने स्नानागार और शौचालयों की सफाई की तारीफ की और इसे अन्य चिकित्सालयों के लिए उदाहरण बताया।
महिला और किशोरी योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर जोर
अस्पताल परिसर में योजनाओं का प्रदर्शन
अध्यक्ष ने निर्देश दिया कि महिलाओं और किशोरियों के लिए चलाई जा रही सभी सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार अस्पताल परिसर में बड़े और स्पष्ट बैनरों के माध्यम से किया जाए। इससे मरीजों और उनके परिवारों को इन योजनाओं की जानकारी आसानी से मिलेगी।
चिकित्सालय विस्तार की मांग
अध्यक्ष ने अस्पताल की जगह की कमी पर चिंता जताई और वैकल्पिक चिकित्सालय का विस्तार करने के लिए शासन को पत्र भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं की स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए यह आवश्यक है।
झलकारी बाई महिला चिकित्सालय की सुविधाओं की सराहना
महिला स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी भूमिका
झलकारी बाई महिला चिकित्सालय महिला स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यहां पर महिलाओं को प्रसव, ऑपरेशन, और अन्य चिकित्सा सुविधाएं विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में दी जाती हैं।
मरीजों के अनुभव
अस्पताल में भर्ती महिलाओं ने बताया कि उन्हें समय पर दवाइयां और भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इसके अलावा, चिकित्सक और स्टाफ का व्यवहार भी सहयोगात्मक है।
भविष्य की योजनाएं और सुधार
महिला आयोग की भूमिका
महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य के लिए निरंतर प्रयासरत है। अस्पतालों की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए आयोग हरसंभव सहयोग करेगा।
सुधार के सुझाव
- अस्पताल की जगह बढ़ाने के लिए योजना तैयार करना।
- महिलाओं और किशोरियों की योजनाओं की जानकारी पहुंचाने के लिए डिजिटल माध्यमों का उपयोग।
- स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए नियमित निरीक्षण।

डॉ. बबीता सिंह चौहान के निरीक्षण ने झलकारी बाई महिला चिकित्सालय में सुधार की संभावनाओं को उजागर किया है। अस्पताल में पहले से मौजूद सुविधाएं संतोषजनक हैं, लेकिन विस्तार और योजनाओं के प्रचार-प्रसार से इसे और बेहतर बनाया जा सकता है। इस तरह के निरीक्षण सरकार की पारदर्शिता और नागरिकों की भलाई के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. निवेदिता कर द्वारा अवगत कराया गया कि चिकित्सालय में प्रसव हेतु लगभग 66 महिला मरीज भर्ती हुई हैं। साथ ही इसमें 12 नवजात शिशु हैं। सभी मरीजों को चिकित्सालय के मेन्यू के अनुसार समय से ताजा भोजन उपलब्ध कराया जाता है।
आयोग की अध्यक्ष द्वारा मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. निवेदिता को महिलाओं एवं किशोरियों से सम्बन्धित समस्त लाभकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु इनका स्पष्ट उल्लेख अस्पताल परिसर में कराये जाने के निर्देश दिये गये। साथ ही चिकित्सालय मे कम जगह होने के कारण वैकल्पिक चिकित्सालय का विस्तार करने हेतु शासन को पत्र प्रेषित करने का निर्देश दिये गये। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका के साथ डॉ. दीपक कुमार आदि प्रमुख चिकित्सक उपस्थित रहे।
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