बहराइच में महिला आयोग की सक्रियता
बहराइच। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रिसिया का निरीक्षण किया। इससे पहले उन्होंने महिला जनसुनवाई में भाग लिया और महिलाओं की समस्याओं को सुना। जनसुनवाई के बाद प्रजापति ने अस्पताल की व्यवस्थाओं, साफ-सफाई, मरीजों को दी जा रही सेवाओं और अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान, उन्होंने अस्पताल भवन, परिसर और विभिन्न विभागों की गहन समीक्षा की।

ओपीडी और आईपीडी की समीक्षा
सीएचसी रिसिया पहुंचने पर अंजू प्रजापति ने ओपीडी, लेबर रूम, पैथोलॉजी, वार्ड, रसोई घर, औषधि कक्ष और अधीक्षक कक्ष का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति की जानकारी प्राप्त की। अधीक्षक डॉ. प्रत्युष सिंह ने जानकारी दी कि अब तक ओपीडी में 182 मरीजों का पंजीकरण हो चुका है। वहीं, आईपीडी में वर्तमान में 12 मरीज भर्ती हैं।
मरीजों की संतुष्टि पर जोर
महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति ने वार्ड में भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों से बातचीत की। उन्होंने मरीजों से भोजन की गुणवत्ता और चिकित्सालय की सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया। मरीजों ने बताया कि उन्हें निर्धारित मेन्यू के अनुसार भोजन परोसा जा रहा है। साथ ही, तीमारदारों ने अस्पताल में दी जा रही दवाओं और अन्य सुविधाओं पर संतोष जताया। उन्होंने बताया कि सभी आवश्यक दवाएं चिकित्सालय से ही उपलब्ध हो रही हैं।
अधिकारियों को दिए निर्देश
निरीक्षण के दौरान, महिला आयोग की सदस्य ने अधीक्षक डॉ. सिंह को निर्देश दिया कि अस्पताल आने वाले सभी मरीजों को शासन की मंशा के अनुसार पूरी सुविधाएं प्रदान की जाएं। उन्होंने शरद ऋतु को ध्यान में रखते हुए अस्पताल परिसर में अलाव की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा, अस्पताल की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया।
स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती पर जोर
अंजू प्रजापति ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैसे संस्थानों में सरकार की मंशा के अनुरूप सेवाएं सुनिश्चित करना अति आवश्यक है। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों और स्टाफ को मरीजों की देखभाल में किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने की हिदायत दी। मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और समय पर उपचार उपलब्ध कराना प्राथमिकता होनी चाहिए।
महिला सुरक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
महिला जनसुनवाई के दौरान अंजू प्रजापति ने महिलाओं से उनकी समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए तत्परता दिखाई। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसके लिए महिला हेल्पलाइन और अन्य सरकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन पर भी जोर दिया।
महिला आयोग की सक्रियता: एक महत्वपूर्ण पहल
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग महिलाओं की समस्याओं को सुलझाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। अंजू प्रजापति का सीएचसी रिसिया का निरीक्षण यह दर्शाता है कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं और महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। इस तरह के निरीक्षण न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाते हैं, बल्कि महिलाओं के अधिकारों को भी मजबूत करते हैं।
निरीक्षण के दौरान प्रमुख अधिकारी रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी विनोद कुमार, महिला थाना अध्यक्ष मंजू यादव, और अस्पताल के चिकित्सक डॉ. मिथलेश कुमार, डॉ. आर.पी. राठौर, डॉ. अफजाल और डॉ. आसिफ मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने महिला आयोग की सदस्य को अस्पताल की व्यवस्थाओं और सेवाओं की विस्तृत जानकारी दी।
स्वच्छता और सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता
अंजू प्रजापति ने अस्पताल परिसर की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखते हुए इसे और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीजों को स्वच्छ वातावरण में उपचार मिलना चाहिए। इसके लिए अस्पताल प्रशासन को नियमित रूप से परिसर की साफ-सफाई सुनिश्चित करनी होगी।
शीत ऋतु में अलाव की व्यवस्था
शरद ऋतु को ध्यान में रखते हुए, अंजू प्रजापति ने अधीक्षक को अस्पताल परिसर में अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। यह कदम मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए ठंड के मौसम में राहत प्रदान करेगा।
महिला आयोग की भविष्य की योजनाएं
महिला आयोग महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा पर लगातार काम कर रहा है। अंजू प्रजापति ने कहा कि ऐसे निरीक्षण आगे भी जारी रहेंगे, ताकि महिलाओं और मरीजों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें।
महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति का सीएचसी रिसिया का निरीक्षण स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस निरीक्षण से न केवल अस्पताल की व्यवस्थाओं का मूल्यांकन हुआ, बल्कि मरीजों की संतुष्टि पर भी ध्यान दिया गया। महिला आयोग की यह सक्रियता सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने और नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी।
महिला आयोग की सदस्य ने अधीक्षक डॉ. सिंह को निर्देश दिया कि चिकित्सालय आने वाले मरीज़ों को शासन की मंशानुरूप सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जायें। शरद ऋतु को देखते हुए सदस्य ने अधीक्षक को परिसर में अलाव की व्यवस्था करने तथा चिकित्सालय भवन व परिसर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। निरीक्षण के समय जिला प्रोबेशन अधिकारी विनोद कुमार, महिला थानाध्यक्ष मंजू यादव, चिकित्सक डॉ. मिथलेश कुमार, डॉ. आर.पी. राठौर, डॉ. अफज़ालव डॉ. आसिफ तथा अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।
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