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Friday, July 4, 2025
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मखाना: “क्या मखाना हो सकता है सेहत के लिए नुकसानदायक? जानिए क्यों है खतरनाक!”

 जिसे फॉक्स नट्स या कमल के बीज भी कहा जाता है, एक सुपरफूड है। यह वजन घटाने, दिल की सेहत सुधारने और शरीर को ऊर्जा देने में मदद करता है।  खासकर डायबिटीज, हार्ट डिजीज और अन्य बीमारियों से बचाव के लिए बेहतरीन है। हालांकि, किसी भी चीज का अधिक सेवन नुकसानदेह हो सकता है। इसलिए, इसे संतुलित मात्रा में खाएं।

मखाना: फॉक्स नट्स या कमल के बीज
मखाना: फॉक्स नट्स या कमल के बीज

पाचन संबंधी समस्याएं: अधिक मखाना से क्या समस्याएं हो सकती हैं?

मखाना में फाइबर की अधिक मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र पर असर डाल सकती है। अधिक मखाना खाने से पेट में गैस, ब्लोटिंग और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसका कारण पाचन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव है। इसलिए, मखाना का सेवन सही मात्रा में करें, ताकि पाचन संबंधी समस्याओं से बचा जा सके।

वजन बढ़ना: मखाने का सेवन करते समय ध्यान रखें

मखाना वजन घटाने के लिए एक अच्छा विकल्प है, लेकिन अधिक सेवन से इसका उल्टा असर हो सकता है। अगर आप मखाना को घी, नमक या मीठे के साथ खाते हैं, तो कैलोरी की अधिकता हो सकती है, जिससे वजन बढ़ सकता है। इसलिए, मखाना को संयमित मात्रा में और बिना अतिरिक्त कैलोरी के खाएं।

मखाना: फॉक्स नट्स या कमल के बीज
मखाना: फॉक्स नट्स या कमल के बीज

एलर्जी और त्वचा की समस्याएं

कुछ लोग मखाने से एलर्जी का सामना कर सकते हैं, खासकर जब इसे अधिक खाया जाता है। इससे त्वचा पर चकत्ते, खुजली या सूजन हो सकती है। यदि आप इन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो  सेवन कम करें या बंद कर दें। एलर्जी से बचने के लिए,   सही मात्रा में खाएं।

ब्लड शुगर और सोडियम: मखाने का ज्यादा सेवन कैसे प्रभावित करता है?

मखाने का अधिक सेवन ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है, खासकर जब इसे मीठे या नमकीन के साथ खाया जाता है। इससे डायबिटीज के रोगियों को खतरा हो सकता है। इसके अलावा, नमक के साथ  खाने से सोडियम की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर और पानी का रिटेंशन हो सकता है। इसलिए,  सेवन संतुलित तरीके से करें।

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उत्तर प्रदेश में बड़ा खुलासा! पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने वाले संदिग्ध हिरासत में

पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी
पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी

उत्तर प्रदेश में बड़ा खुलासा! पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने वाले कई संदिग्ध गिरफ्तार

पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी

उत्तर प्रदेश में ATS का बड़ा ऑपरेशन, कई संदिग्ध गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने वाले संदिग्धों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया। बलिया, आजमगढ़ समेत कई जिलों में हुई छापेमारी में कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ कि ये लोग हनी ट्रैप के जरिए भारतीय सेना की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचा रहे थे।

हनी ट्रैप के जरिए भेजी जा रही थी खुफिया जानकारी

खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला था कि कुछ लोग पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी कर रहे हैं। ये संदिग्ध लोग सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से सेना और सुरक्षा बलों के अधिकारियों को हनी ट्रैप में फंसाकर गोपनीय जानकारी पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स (PIO) तक भेज रहे थे। इस इनपुट के बाद यूपी ATS ने एक विस्तृत रणनीति तैयार कर इन संदिग्धों की निगरानी शुरू की और फिर छापेमारी की गई।

ATS ने संदिग्धों के ठिकानों पर मारा छापा

ATS की टीमों ने आजमगढ़, बलिया सहित कई जिलों में छापेमारी कर पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने वाले कई संदिग्धों को हिरासत में लिया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि ये लोग भारतीय सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारियों को लीक कर रहे थे।

डिजिटल डिवाइस और बैंक खातों की जांच जारी

ATS को छापेमारी के दौरान कई डिजिटल सबूत मिले हैं, जिनमें मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड और संदिग्ध दस्तावेज शामिल हैं। इनकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किन-किन लोगों से संपर्क किया गया और कौन इस नेटवर्क का हिस्सा था।

इसके अलावा, संदिग्धों के बैंक खातों की भी जांच की जा रही है ताकि उनकी फंडिंग के स्रोतों का पता लगाया जा सके।

राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा, एजेंसियां अलर्ट पर

ATS का कहना है कि इस ऑपरेशन का मकसद पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने वाले नेटवर्क को खत्म करना है। भारतीय सेना की संवेदनशील जानकारी लीक करना देश की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। ऐसे में ATS और अन्य खुफिया एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट पर हैं।

जल्द हो सकते हैं और बड़े खुलासे

ATS द्वारा गिरफ्तार संदिग्धों से लगातार पूछताछ की जा रही है और अब तक मिली जानकारी को केंद्रीय एजेंसियों के साथ साझा किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।

फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां इस नेटवर्क से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही हैं और देश की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए लगातार चौकसी बरत रही हैं।

उत्तर प्रदेश में चलाए गए इस अभियान ने एक बड़े जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने वाले इन संदिग्धों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। डिजिटल साक्ष्यों और बैंक खातों की जांच के बाद इस मामले में और भी नए खुलासे हो सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इस ऑपरेशन को आगे बढ़ा रही हैं।

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महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई: लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सरकार का कड़ा एक्शन

महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई
महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई

महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई: लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त एक्शन

महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई
महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 का भव्य समापन हो चुका है, लेकिन आयोजन के दौरान हुई प्रशासनिक लापरवाही अब जांच के दायरे में आ गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने उन अधिकारियों पर कड़ा एक्शन लेना शुरू कर दिया है, जिन्होंने अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन नहीं किया। इसी क्रम में एक चिकित्साधिकारी को निलंबित कर दिया गया है, जिन पर शौचालयों की साइटिंग उपलब्ध न कराने का आरोप था।

महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई क्यों हो रही है?

महाकुंभ 2025 में 45 दिनों के भीतर लगभग 66 करोड़ श्रद्धालु संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे। इतने बड़े स्तर पर होने वाले धार्मिक आयोजन के लिए प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारियां की गई थीं, लेकिन कई जगहों पर अव्यवस्थाओं की शिकायतें सामने आईं। श्रद्धालुओं को शौचालयों की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिससे सरकार को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा। अब जब आयोजन पूरा हो चुका है, तो सरकार महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई के तहत दोषी अधिकारियों पर सख्त कदम उठा रही है।

लापरवाही करने वालों पर एक्शन शुरू

महाकुंभ के दौरान आई अव्यवस्थाओं की शिकायतों के आधार पर उत्तर प्रदेश सरकार ने उन अधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय लिया, जिन्होंने अपने कर्तव्यों का सही तरीके से निर्वहन नहीं किया। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने खुद इस कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सेक्टर-6 में तैनात एक चिकित्साधिकारी को निलंबित कर दिया गया है, क्योंकि उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाईं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही दे चुके थे चेतावनी

महाकुंभ के दौरान ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यवस्थाओं की समीक्षा की थी और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस ऐतिहासिक आयोजन को लेकर विशेष रुचि दिखाई थी। बावजूद इसके, कई जगहों पर प्रशासनिक लापरवाही उजागर हुई, जिसके चलते अब महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई तेज कर दी गई है।

स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने दी जानकारी

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी कि प्रयागराज महाकुंभ 2025 में पर्याप्त संख्या में शौचालयों की स्थापना हेतु साइटिंग उपलब्ध न कराने और कार्यों में लापरवाही बरतने के कारण सेक्टर-6 में तैनात एक चिकित्साधिकारी को निलंबित किया गया है। इसके अलावा, संबंधित अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के भी निर्देश दिए गए हैं।

महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई से मिलेगी सख्त चेतावनी

सरकार के इस कड़े रुख से यह स्पष्ट हो गया है कि आने वाले समय में महाकुंभ 2025 जैसी ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजनों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस कार्रवाई का मकसद उन अधिकारियों को कड़ा संदेश देना है जो अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह रहते हैं। प्रशासन को उम्मीद है कि इससे भविष्य में इस तरह की अव्यवस्थाएं दोबारा नहीं होंगी।

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स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति: पंचायतीराज विभाग ने की नई नीति पर कार्यशाला

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति पर राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति

लखनऊ: पंचायतीराज विभाग के प्रमुख सचिव अनिल कुमार ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस कार्यशाला में ग्राम पंचायतों में स्वच्छता बनाए रखने और ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन को मजबूत करने पर चर्चा हुई।

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति का उद्देश्य

प्रमुख सचिव अनिल कुमार ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति का मुख्य उद्देश्य गांवों में स्वच्छता सुनिश्चित करना और वहां बनी परिसंपत्तियों का उचित प्रबंधन करना है। उन्होंने बताया कि इस नीति के तहत निम्नलिखित कार्य किए जा रहे हैं:

  • ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन
  • प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट
  • फीकल स्लज प्रबंधन
  • गोबरधन योजना के तहत बायोगैस यूनिट निर्माण
  • व्यक्तिगत और सामुदायिक शौचालयों का निर्माण

ग्राम पंचायत स्तर पर होगी नीति का क्रियान्वयन

पंचायतीराज विभाग ने ग्राम पंचायत स्तर पर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति को लागू करने के लिए एक ड्राफ्टिंग कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में निदेशक पंचायतीराज, डेवलपमेंट पार्टनर और अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हैं।

ODF प्लस गांवों की संख्या में वृद्धि

कार्यशाला में बताया गया कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के कारण प्रदेश में ओडीएफ प्लस गांवों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।

  • उत्तर प्रदेश के 96,174 ग्रामों में से 85,827 ग्रामों को ओडीएफ प्लस घोषित किया गया है।
  • 15वें केंद्रीय वित्त आयोग, राज्य वित्त आयोग और मनरेगा की धनराशि से इन कार्यों को संचालित किया जा रहा है।
पंचायतीराज विभाग की जिम्मेदारी

निदेशक पंचायतीराज राजेश कुमार त्यागी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति के तहत पंचायतीराज विभाग की जिम्मेदारी है कि ग्राम पंचायतों में बनी परिसंपत्तियों का सही रखरखाव किया जाए। इसके लिए विस्तृत शासनादेश जारी किया जाएगा।

यूनिसेफ और अन्य संगठनों का सहयोग

यूनिसेफ के सीएफओ डॉ. जकारी एडम ने कार्यशाला में कहा कि यह नीति ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा प्रबंधन और मलीय अपशिष्ट के सही निपटान की दिशा में एक ठोस कदम है। इससे ग्रामीण जीवन स्तर में सुधार होगा और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण संचालन एवं रखरखाव नीति ग्राम पंचायतों में स्वच्छता को स्थायी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस नीति के तहत गांवों में अपशिष्ट प्रबंधन, शौचालय निर्माण और अन्य स्वच्छता से जुड़े कार्यों को सुचारू रूप से संचालित किया जाएगा। यह नीति ग्रामीण विकास में एक नया आयाम जोड़ने में सहायक होगी।

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होली पर नशा मुक्त अभियान: पुलिस ने गांव चौपाल लगाकर लोगों को किया जागरूक

होली पर नशा मुक्त अभियान
होली पर नशा मुक्त अभियान

होली पर नशा मुक्त अभियान: पुलिस ने चलाया जागरूकता अभियान

होली पर नशा मुक्त अभियान

फखरपुर,बहराइच। होली का त्यौहार खुशियों और रंगों का पर्व है, लेकिन नशे की लत इस खुशी को गम में बदल सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए होली पर नशा मुक्त अभियान के तहत बहराइच जिले की फखरपुर पुलिस ने डफरापुर गांव में चौपाल लगाकर लोगों को जागरूक किया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताया और उन्हें नशे से दूर रहने की सलाह दी।

होली पर नशा मुक्त अभियान क्यों जरूरी है?

होली के दौरान शराब, भांग और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन आम हो जाता है, जिससे कई दुर्घटनाएं और पारिवारिक विवाद बढ़ जाते हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि होली पर नशा मुक्त अभियान चलाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को नशे से बचाना और उन्हें सुरक्षित त्यौहार मनाने के लिए प्रेरित करना है।

पुलिस ने गांव चौपाल लगाकर लोगों को किया जागरूक

फखरपुर पुलिस द्वारा डफरापुर और घासीपुर गांव में चौपाल का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस उपनिरीक्षक सुदामा, राजनारायण त्रिपाठी, महिला आरक्षी शिल्पी और अर्पणा मौजूद रहीं।

नशे से होने वाले खतरों के बारे में दी गई जानकारी

गांव चौपाल में महिला आरक्षी शिल्पी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए बताया कि नशा व्यक्ति के स्वास्थ्य को धीरे-धीरे कमजोर कर देता है और कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। अंततः यह मौत का कारण भी बन सकता है।

परिवार और समाज पर नशे का प्रभाव

उपनिरीक्षक सुदामा ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि होली का त्यौहार परिवार के साथ खुशियां मनाने का होता है, न कि नशे में धुत होकर घर उजाड़ने का। नशे की हालत में दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है और कई बार घरेलू झगड़े भी हो जाते हैं, जिससे परिवारों में अशांति फैलती है।

पुलिस ने दी कड़ी चेतावनी

फखरपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि होली पर नशा मुक्त अभियान के तहत जागरूकता बढ़ाने के साथ ही नशे का सेवन करने वालों पर भी सख्ती बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति नशे की हालत में कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सुरक्षित और खुशहाल होली मनाने की अपील

पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि वे होली पर नशा मुक्त अभियान को सफल बनाएं और नशे से दूर रहकर परिवार व समाज के साथ मिलकर त्यौहार का आनंद लें। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा लगातार चौकसी बरती जाएगी और किसी भी तरह की अप्रिय घटना रोकने के लिए पुलिस मुस्तैद रहेगी।

नशा मुक्त होली के लिए अपनाएं ये उपाय

होली को सुरक्षित और खुशहाल बनाने के लिए कुछ जरूरी उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  1. नशे से दूर रहें: शराब, भांग या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन न करें।
  2. परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं: त्यौहार को प्रेम और भाईचारे के साथ मनाएं।
  3. सड़क पर सावधानी बरतें: नशे की हालत में गाड़ी न चलाएं और ट्रैफिक नियमों का पालन करें।
  4. समाज को जागरूक करें: अपने आसपास के लोगों को भी नशे से दूर रहने की सलाह दें।

होली का त्यौहार खुशियों का प्रतीक है, लेकिन नशे की लत इस खुशी को कड़वाहट में बदल सकती है। होली पर नशा मुक्त अभियान के जरिए पुलिस प्रशासन ने लोगों को जागरूक किया है ताकि वे इस पर्व को सही तरीके से मना सकें। अगर सभी लोग नशे से दूर रहें और एक-दूसरे के साथ प्रेम से रहें, तो यह त्यौहार और भी यादगार बन सकता है।

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बिहार बजट 2025-26: 8 नए एयरपोर्ट, छठ पूजा होम स्टे समेत बड़े ऐलान, जानें मुख्य बातें

बिहार बजट 2025-26
बिहार बजट 2025-26

बिहार सरकार ने विधानसभा में बिहार बजट 2025-26 पेश किया, जिसमें राज्य के विकास, शिक्षा, परिवहन और महिलाओं के कल्याण पर खास जोर दिया गया है। इस बजट में कुल 3.17 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 38 हजार करोड़ रुपए अधिक है। इस बजट में 8 नए एयरपोर्ट, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, महिलाओं के लिए पिंक बस सर्विस समेत कई बड़े ऐलान किए गए हैं।

बिहार बजट 2025-26

बिहार बजट 2025-26 में इन योजनाओं को मिली प्राथमिकता

1. परिवहन और इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा

  • 8 नए एयरपोर्ट बनाए जाएंगे, जिनमें पूर्णिया, राजगीर, सुल्तानगंज और रक्सौल में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट शामिल हैं।
  • अगले तीन महीनों में पूर्णिया एयरपोर्ट पर फ्लाइट सर्विस शुरू होगी।
  • 2027 तक बिहार के किसी भी कोने से 4 घंटे में पटना पहुंचने का लक्ष्य

2. शिक्षा क्षेत्र में बड़ा निवेश

  • बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लिए 1,000 करोड़ रुपए का बजट।
  • पिछड़े और अति पिछड़े छात्रों के लिए स्कॉलरशिप की राशि दोगुनी की जाएगी।

3. महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं

  • महिलाओं के लिए पिंक बस सेवा की शुरुआत, जिसमें महिला ड्राइवर और कंडक्टर होंगी।
  • महिला जिम खोली जाएंगी, जहां महिला ट्रेनर्स की नियुक्ति होगी।
  • पिंक टॉयलेट का निर्माण राज्य के प्रमुख शहरों में किया जाएगा।
  • कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावासों की स्थापना होगी।
  • गरीब कन्याओं की शादी के लिए विवाह मंडप बनाए जाएंगे।

4. स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार

  • बेगूसराय में कैंसर अस्पताल की स्थापना होगी।
  • राज्य में 108 नए नगर चिकित्सा केंद्र खोले जाएंगे।
  • कैंसर रोगियों के लिए विशेष केयर सेंटर बनाए जाएंगे।

5. रोजगार और उद्योगों को बढ़ावा

  • ग्राम और लघु उद्योगों के लिए 395 करोड़ रुपए का बजट।
  • बाजार समितियों को सशक्त किया जाएगा।
  • सभी प्रखंडों में तरकारी उत्पादन समिति का गठन होगा।

6. धार्मिक पर्यटन और त्योहारों को मिलेगा बढ़ावा

  • छठ पूजा के लिए होम स्टे सुविधा शुरू होगी।
  • प्रवासी बिहारियों के लिए हेल्प सेंटर बनाए जाएंगे।

बिहार बजट 2025-26 के अहम आर्थिक पहलू

  • कुल राजस्व व्यय 2.52 लाख करोड़ रुपए, जो कुल खर्च का 79.52% है।
  • 8,800 करोड़ रुपए से ज्यादा की राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य।
  • राज्य सरकार द्वारा 55,737 करोड़ रुपए का लोन लेने का प्रस्ताव।

बिहार बजट 2025-26 में इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, महिलाओं और स्वास्थ्य पर खास जोर दिया गया है। सरकार की कोशिश है कि नए एयरपोर्ट, महिलाओं की सुरक्षा और शिक्षा में निवेश के जरिए राज्य को आत्मनिर्भर बनाया जाए। आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह बजट राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

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आंतों में सूजन के लक्षण: पहचानें ये 3 संकेत और समय पर करें इलाज

आंतों में सूजन के लक्षण
आंतों में सूजन के लक्षण

आंतों में सूजन के लक्षण: समय रहते पहचानें ये 3 संकेत

आंतों में सूजन के लक्षण
आंतों में सूजन के लक्षण

आंतें हमारे पाचन तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं, जो भोजन को पचाने और पोषक तत्वों को अवशोषित करने का काम करती हैं। लेकिन गलत खान-पान और खराब लाइफस्टाइल के कारण कई बार आंतों में सूजन (Aanto me Sujan) की समस्या हो सकती है। इसे मेडिकल भाषा में इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) या अल्सरेटिव कोलाइटिस कहा जाता है। अगर समय रहते आंतों में सूजन के लक्षण (Aanto me Sujan ke Lakshan) पहचानकर इलाज नहीं किया जाए, तो यह गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है।

आंतों में सूजन के कारण (Aanto me Sujan ke Karan)

आंतों में सूजन होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:
✔️ असंतुलित आहार और फास्ट फूड का अधिक सेवन
✔️ पानी की कमी और फाइबर युक्त भोजन की अनुपस्थिति
✔️ लंबे समय तक कब्ज की समस्या
✔️ इम्यून सिस्टम की कमजोरी
✔️ अधिक मात्रा में शराब या धूम्रपान

आंतों में सूजन के लक्षण (Aanto me Sujan ke Lakshan)

अगर आपको लगातार पाचन से जुड़ी समस्याएं हो रही हैं, तो यह आंतों में सूजन का संकेत हो सकता है। यहां हम उन 3 प्रमुख लक्षणों की बात कर रहे हैं, जो इस समस्या का संकेत देते हैं।

1. मल के साथ खून आना

अगर मल त्याग के दौरान खून आ रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें। आंतों में सूजन (Aanto me Sujan) होने पर बड़ी आंत की परत प्रभावित होती है, जिससे मलाशय पर दबाव पड़ता है और खून आने लगता है। अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

2. अचानक वजन कम होना

आंतों में सूजन के लक्षणों (Aanto me Sujan ke Lakshan) में से एक है बिना किसी कारण के अचानक वजन कम होना। सूजन के कारण आंतें पोषक तत्वों को सही से अवशोषित नहीं कर पातीं, जिससे शरीर कमजोर होने लगता है। अगर आपको कमजोरी, थकान और वजन घटने की समस्या हो रही है, तो इसे गंभीरता से लें।

3. पेट में तेज दर्द और गैस बनना

आंतों की सूजन के कारण गैस बनने की समस्या बढ़ जाती है। इससे पेट में दर्द और ऐंठन हो सकती है। कुछ मामलों में सूजन के कारण तेज बुखार भी आ सकता है। अगर आपको बार-बार पेट दर्द और गैस की समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह लें।

आंतों की सूजन को कैसे रोकें? (Aanto ki Sujan ka Ilaj)

➡️ फाइबर युक्त आहार जैसे हरी सब्जियां, फल और दही का सेवन करें।
➡️ पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और डिहाइड्रेशन से बचें।
➡️ प्रोबायोटिक्स और हल्दी वाले दूध का सेवन करें, जिससे सूजन कम हो सकती है।
➡️ ज्यादा तला-भुना, मसालेदार और प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें।
➡️ नियमित रूप से योग और एक्सरसाइज करें ताकि पाचन तंत्र स्वस्थ रहे।

अगर आप आंतों में सूजन के लक्षण (Aanto me Sujan ke Lakshan) को पहचानते हैं और समय रहते सही इलाज अपनाते हैं, तो इस समस्या से बच सकते हैं। सही खान-पान और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर आप अपनी आंतों को स्वस्थ रख सकते हैं।

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ऑस्कर 2025 में शॉन बेकर का रिकॉर्ड: एक ही फिल्म के लिए जीते 4 अवॉर्ड्स

ऑस्कर 2025 में शॉन बेकर का रिकॉर्ड
ऑस्कर 2025 में शॉन बेकर का रिकॉर्ड

हॉलीवुड फिल्ममेकर शॉन बेकर ने रचा इतिहास

ऑस्कर 2025 में शॉन बेकर का रिकॉर्ड
ऑस्कर 2025 में शॉन बेकर का रिकॉर्ड

ऑस्कर 2025 में शॉन बेकर का रिकॉर्ड ऐसा है, जो लंबे समय तक याद रखा जाएगा। बेकर की फिल्म अनोरा ने इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड समारोह में 6 कैटेगरी में नॉमिनेशन प्राप्त किए थे, जिनमें से 5 अवॉर्ड्स अपने नाम किए। खास बात यह रही कि इन 5 में से 4 ऑस्कर अवॉर्ड खुद शॉन बेकर को मिले, जो उन्हें फिल्म के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, राइटर और एडिटर के रूप में प्रदान किए गए।

एक ही फिल्म के लिए 4 ऑस्कर जीतकर बनाया रिकॉर्ड

शॉन बेकर ने अनोरा के जरिए ऐसा इतिहास रचा, जो अब तक किसी ने नहीं किया था। ऑस्कर 2025 में शॉन बेकर का रिकॉर्ड वॉल्ट डिज्नी के रिकॉर्ड की बराबरी करता है, जिन्होंने 1954 में एक ही इवेंट में 4 ऑस्कर अवॉर्ड जीते थे। हालांकि, डिज्नी के अवॉर्ड्स अलग-अलग फिल्मों के लिए थे, जबकि शॉन बेकर ने एक ही फिल्म अनोरा के लिए 4 अवॉर्ड्स हासिल किए।

शॉन बेकर की जीत में कौन-कौन से अवॉर्ड शामिल?

हॉलीवुड के इस टैलेंटेड फिल्ममेकर को ऑस्कर 2025 में मिले अवॉर्ड्स की सूची इस प्रकार है:

  • बेस्ट पिक्चर – शॉन बेकर
  • बेस्ट डायरेक्टर – शॉन बेकर
  • बेस्ट ऑरिजिनल स्क्रीनप्ले – शॉन बेकर
  • बेस्ट एडिटिंग – शॉन बेकर
  • बेस्ट एक्ट्रेस – माइकी मैडिसन
शॉन बेकर के अनोखे फिल्ममेकिंग स्टाइल की चर्चा

शॉन बेकर अपने अनोखे फिल्ममेकिंग स्टाइल के लिए जाने जाते हैं। अनोरा की कहानी एक सेक्स वर्कर और एक रईस रूसी युवक की शादी पर आधारित है। फिल्म को बेकर ने काफी यथार्थवादी तरीके से प्रस्तुत किया है, जिससे इसे क्रिटिक्स और दर्शकों से खूब सराहना मिली।

उनकी पिछली फिल्मों की तरह अनोरा भी हाशिए पर मौजूद लोगों की कहानियां बताने पर केंद्रित है। इससे पहले उनकी फिल्म रेड रॉकेट और टैंजरीन ने भी दर्शकों का ध्यान खींचा था। खासतौर पर टैंजरीन, जिसे आईफोन से शूट किया गया था, ने फिल्ममेकिंग की दुनिया में नया आयाम जोड़ा।

फिल्मों में नए प्रयोगों के लिए जाने जाते हैं बेकर

शॉन बेकर का करियर नए-नए प्रयोगों से भरा रहा है। 2015 में उन्होंने टैंजरीन नामक फिल्म बनाई, जिसे तीन iPhone 5S कैमरों से शूट किया गया था। उनकी यह तकनीक काफी चर्चित रही और फिल्म को जबरदस्त सराहना मिली।

2025 के ऑस्कर में अपनी स्पीच के दौरान बेकर ने कहा:
“यह मेरा युद्धघोष है – फिल्ममेकर, बड़ी स्क्रीन के लिए फिल्में बनाते रहिए। मुझे यकीन है कि मैं तो यही करता रहूंगा।”

ऑस्कर 2025 में शॉन बेकर का रिकॉर्ड न केवल उनके करियर के लिए बल्कि फिल्म इंडस्ट्री के लिए भी एक ऐतिहासिक पल है। एक ही फिल्म के लिए 4 ऑस्कर जीतकर उन्होंने यह साबित कर दिया कि नए तरीके और अनूठी कहानियां दर्शकों को प्रभावित कर सकती हैं। उनकी फिल्म अनोरा आने वाले समय में भी सिनेमा प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बनी रहेगी।

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अजिंक्य रहाणे KKR कप्तान : कोलकाता नाइट राइडर्स ने IPL 2025 के लिए बनाया नया कप्तान, जानिए पूरी डिटेल

अजिंक्य रहाणे KKR कप्तान
अजिंक्य रहाणे KKR कप्तान

अजिंक्य रहाणे KKR Captain: कोलकाता नाइट राइडर्स ने IPL 2025 के लिए किया बड़ा ऐलान

अजिंक्य रहाणे KKR कप्तान
अजिंक्य रहाणे KKR कप्तान

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 से पहले कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने अपने नए कप्तान की घोषणा कर दी है। अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे KKR कप्तान बनाए गए हैं, जबकि वेंकटेश अय्यर को उपकप्तानी की जिम्मेदारी दी गई है। इस बदलाव के बाद टीम के फैंस और क्रिकेट जगत में इस फैसले की चर्चा तेज हो गई है।

अजिंक्य रहाणे KKR कप्तान बनने की बड़ी वजह

KKR में 9वें कप्तान बने रहाणे

अजिंक्य रहाणे कोलकाता नाइट राइडर्स के इतिहास में 9वें कप्तान हैं। इससे पहले टीम की कप्तानी सौरव गांगुली, गौतम गंभीर, दिनेश कार्तिक और श्रेयस अय्यर जैसे दिग्गज खिलाड़ी कर चुके हैं। अजिंक्य रहाणे KKR कप्तान बनने से टीम को एक अनुभवी लीडर मिलने की उम्मीद है, जो रणनीतिक रूप से टीम को आगे ले जा सकते हैं।

KKR ने 1.50 करोड़ में खरीदा अजिंक्य रहाणे को

IPL 2024 में रहाणे चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए खेले थे, लेकिन इस बार CSK ने उन्हें रिलीज कर दिया था। इसके बाद KKR ने उन्हें IPL 2025 मेगा ऑक्शन में उनके बेस प्राइस 1.50 करोड़ रुपये में खरीदा। रहाणे की कप्तानी में टीम एक नई शुरुआत करने के लिए तैयार है।

वेंकटेश अय्यर बने उपकप्तान

KKR ने वेंकटेश अय्यर को भी रिलीज कर दिया था, लेकिन मेगा ऑक्शन में उन्हें वापस 23.75 करोड़ रुपये में खरीदा। वह इस समय KKR के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं और उपकप्तानी की जिम्मेदारी निभाएंगे।

Ajinkya Rahane का IPL करियर रिकॉर्ड

  • मैच: 185
  • रन: 4642
  • औसत: 30.14
  • स्ट्राइक रेट: 123.42
  • शतक: 2
  • अर्धशतक: 30

इन आंकड़ों से पता चलता है कि रहाणे T20 में भी बेहद अनुभवी खिलाड़ी हैं और उनकी बल्लेबाजी तकनीक से टीम को फायदा मिल सकता है।

KKR ने श्रेयस अय्यर को रिलीज किया

श्रेयस अय्यर की कप्तानी में KKR ने IPL 2024 का खिताब जीता था, लेकिन इसके बावजूद फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिलीज कर दिया। पंजाब किंग्स (PBKS) ने मेगा ऑक्शन में श्रेयस अय्यर को 26.75 करोड़ रुपये में खरीद लिया और उन्हें अपनी टीम का कप्तान बनाया।

IPL 2025 के लिए KKR का स्क्वॉड

Ajinkya Rahane (कप्तान), वेंकटेश अय्यर (उपकप्तान), सुनील नरेन, रिंकू सिंह, आंद्रे रसेल, वरुण चक्रवर्ती, क्विंटन डिकॉक, एनरिक नॉर्किया, मनीष पांडे, मोईन अली, उमरान मलिक समेत कई शानदार खिलाड़ी टीम का हिस्सा हैं।

KKR ने IPL 2025 से पहले अजिंक्य रहाणे KKR कप्तान के रूप में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। रहाणे के अनुभव से टीम को नई रणनीति और स्थिरता मिलने की उम्मीद है। वेंकटेश अय्यर को उपकप्तान बनाकर फ्रेंचाइजी ने अपने युवा खिलाड़ियों पर भी भरोसा जताया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि KKR इस बदलाव के साथ IPL 2025 में कैसा प्रदर्शन करती है।

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संभल अजान विवाद: प्रशासन की सख्ती के बीच बिना लाउडस्पीकर दी जा रही अजान, जानिए पूरा मामला

संभल अजान विवाद
संभल अजान विवाद

संभल अजान विवाद: प्रशासन की सख्ती के बीच बिना लाउडस्पीकर दी जा रही अजान

संभल अजान विवाद
संभल अजान विवाद

उत्तर प्रदेश के संभल अजान विवाद को लेकर इन दिनों काफी चर्चा हो रही है। प्रशासन द्वारा धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों को हटाने की सख्ती के कारण रमजान के दौरान बिना लाउडस्पीकर के अजान दी जा रही है। यह मामला तूल पकड़ रहा है, क्योंकि प्रशासन ने साफ कर दिया है कि बिना अनुमति के धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर नहीं बजाए जा सकते।

लाउडस्पीकर बैन के बाद बदली व्यवस्था

संभल में पुलिस और प्रशासन ने संभल अजान विवाद को लेकर हाईकोर्ट के नियमों का हवाला देते हुए धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों को हटाने का निर्देश दिया था। इस फैसले के तहत मस्जिदों और मंदिरों से तेज आवाज वाले लाउडस्पीकर हटा दिए गए। रमजान के दौरान मुस्लिम समुदाय ने प्रशासन से रोजा-इफ्तार और सहरी के समय लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई राहत नहीं दी गई।

घर के बाहर खड़े होकर दी जा रही अजान

प्रशासन की सख्ती के बाद अब मुस्लिम समुदाय ने एक नया तरीका अपनाया है। संभल सदर कोतवाली इलाके के मोहल्ला कोट गर्बी में मौलाना हाजी एहतेशाम ने रोजा-इफ्तार के समय लोगों को सूचित करने के लिए घर के बाहर खड़े होकर अजान दी।

क्या बोले मौलाना हाजी एहतेशाम?

मौलाना हाजी एहतेशाम का कहना है कि प्रशासन की सख्ती के कारण अब वह मोहल्ले में खड़े होकर बिना लाउडस्पीकर के अजान दे रहे हैं। उनका कहना है कि रमजान के दौरान रोजा-इफ्तार का सही समय जानना जरूरी होता है। लाउडस्पीकर की अनुमति नहीं मिलने के कारण यह व्यवस्था अपनाई जा रही है।

AIMIM ने मांगी थी लाउडस्पीकर की अनुमति

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेताओं ने जिला प्रशासन को पत्र देकर रमजान के दौरान कुछ मिनट के लिए लाउडस्पीकर इस्तेमाल करने की अनुमति मांगी थी। लेकिन प्रशासन ने किसी भी प्रकार की रियायत देने से इनकार कर दिया। प्रशासन का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार सार्वजनिक स्थानों पर बिना अनुमति के लाउडस्पीकर नहीं बजाए जा सकते।

लाउडस्पीकर बैन पर बढ़ा विरोध

संभल में संभल अजान विवाद को लेकर कई लोग प्रशासन के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं। मुस्लिम समुदाय का कहना है कि यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और रमजान के दौरान लाउडस्पीकर का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों के लिए किया जाता है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि ध्वनि प्रदूषण को रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है।

इलाके में चर्चाओं का दौर जारी

इस मुद्दे को लेकर इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ लोग इसे प्रशासन की जरूरत बता रहे हैं, जबकि कुछ इसे धार्मिक आजादी में दखल मान रहे हैं। फिलहाल, प्रशासन अपने आदेश पर कायम है और मुस्लिम समुदाय बिना लाउडस्पीकर के ही अजान देने को मजबूर है।

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