भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर की वापसी फरवरी में होगी
अंतरिक्ष में 6 महीने से फंसीं सुनीता विलियम्स
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर को अंतरिक्ष में फंसे हुए 6 महीने पूरे हो चुके हैं। 5 जून 2024 को दोनों अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुंचे थे। शुरुआत में, यह एक सप्ताह का मिशन था, लेकिन स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी के कारण उन्हें अब तक इंतजार करना पड़ रहा है।
सितंबर 2024 में नासा ने उन्हें अपने क्रू-9 मिशन का हिस्सा बनाते हुए, अंतरिक्ष स्टेशन का कमांडर नियुक्त किया। उनकी वापसी के लिए फरवरी 2025 का समय तय किया गया है।
स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट की खराबी
स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट, जिसे बोइंग द्वारा डिजाइन किया गया था, में तकनीकी समस्याएं सामने आईं। इसके चलते नासा ने इसे सुरक्षित न मानते हुए बिना क्रू के वापस लाने का फैसला किया। इस तकनीकी खराबी के कारण सुनीता और बुच को अतिरिक्त समय तक अंतरिक्ष में रहना पड़ा।
नासा का नया मिशन: क्रू-9
नासा ने उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन लॉन्च किया। इस मिशन में दो अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा गया है, जो वापसी के दौरान सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को सुरक्षित धरती पर वापस लाएंगे। यह मिशन अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक नई शुरुआत का संकेत है।
सुनीता विलियम्स का जीवन अंतरिक्ष में
अंतरिक्ष में 6 महीने का समय बिताना आसान नहीं होता। हालांकि, सुनीता विलियम्स ने इस समय का उपयोग विभिन्न वैज्ञानिक कार्यों और मरम्मत के लिए किया। उन्होंने वायु-द्वारों की सफाई, टूटे हुए शौचालय की मरम्मत, और पौधों की देखभाल जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए।
उनका कहना है कि पहले अंतरिक्ष में उनकी भूख नहीं लगती थी, लेकिन अब वे दिन में तीन बार खाना खाती हैं और हल्के नाश्ते के साथ अपनी ऊर्जा बनाए रखती हैं। इसके अलावा, सुनीता नियमित रूप से फिजिकल एक्सरसाइज भी करती हैं ताकि उनके शरीर की फिटनेस बनी रहे।
क्या है सुनीता विलियम्स की वर्तमान स्थिति?
हाल ही में, सुनीता विलियम्स की एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें उनके वजन में कमी की बात कही गई। हालांकि, उन्होंने इसे खारिज करते हुए बताया कि उनका वजन वही है, जो मिशन शुरू होने के दिन था।
सितंबर में, जब रूसी अंतरिक्ष यात्री ने स्पेस स्टेशन का कमांडर पद छोड़ा, तब यह जिम्मेदारी सुनीता विलियम्स को सौंपी गई। उन्होंने इस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा के साथ निभाया।
अंतरिक्ष से दी गई दीवाली की शुभकामनाएं
सुनीता विलियम्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से एक वीडियो संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने दीवाली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि यह उनके लिए खास है कि वे पृथ्वी से 260 मील ऊपर रहकर भी इस भारतीय पर्व को मना रही हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि उनके पिता ने उन्हें भारतीय त्योहारों की अहमियत सिखाई, और दीवाली पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया।
कब होगी वापसी?
नासा और बोइंग की कई कोशिशों के बाद यह तय किया गया कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी फरवरी 2025 में होगी। दोनों अंतरिक्ष यात्री स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए धरती पर लौटेंगे।
नासा की योजना और भविष्य
नासा का मानना है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर इस समय फंसे नहीं हैं, बल्कि वे क्रू मिशन का हिस्सा हैं। उनके द्वारा किए गए कार्य न केवल वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि मानव अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में भी एक नई कहानी जोड़ते हैं।
अंतरिक्ष में 6 महीने से फंसीं सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की कहानी केवल तकनीकी समस्याओं तक सीमित नहीं है। यह मानव धैर्य, तकनीकी ज्ञान, और नई चुनौतियों को पार करने की प्रेरणा देती है। उनकी वापसी का सभी को बेसब्री से इंतजार है।
सुनीता विलियम्स और नासा के इस मिशन ने यह साबित कर दिया कि कठिनाइयों के बावजूद विज्ञान और मानवता का सफर हमेशा आगे बढ़ता रहेगा।
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