छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के रामबोड़ गांव में निर्माणाधीन कुसुम प्लांट में एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें लोहे के पाइप बनाने वाली फैक्ट्री में चिमनी गिरने से 25 से अधिक मजदूर मलबे में दब गए। इस हादसे में 8 मजदूरों की मौत की आशंका जताई जा रही है। घटनास्थल पर पुलिस और प्रशासन की टीमें पहुंच चुकी हैं, और मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
मुंगेली में निर्माणाधीन कुसुम प्लांट में हादसा
गुरुवार को मुंगेली के रामबोड़ गांव स्थित कुसुम प्लांट में निर्माण कार्य के दौरान चिमनी गिर गई, जिससे फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे 25 से अधिक मजदूर मलबे में दब गए। घटनास्थल पर काम कर रहे मजदूरों के अनुसार, यह हादसा अचानक हुआ था, जब चिमनी पूरी तरह से भरभराकर गिर गई। चिमनी गिरने के कारण आसपास के मजदूर मलबे में दब गए। इस हादसे में अब तक 8 से 9 मजदूरों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
राहत और बचाव कार्य तेज़ी से जारी
हादसे के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, और मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। मुंगेली के एसपी भोजराम पटेल ने बताया कि तीन से चार मजदूरों के दबे होने की आशंका है, जबकि दो मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला जा चुका है। इन घायलों को इलाज के लिए बिलासपुर भेजा गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जताया शोक
इस दुखद घटना पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “मुंगेली जिले के एक स्टील प्लांट में चिमनी गिरने से मजदूरों की मृत्यु का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। ईश्वर मृतकों की आत्मा को शांति एवं उनके परिवारजनों को दुःख सहन करने का सामर्थ्य दें। मलबे में दबे हुए मजदूरों के सकुशल होने एवं घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
मलबे में दबे मजदूरों की पहचान
प्रशासन और पुलिस की टीम ने घटनास्थल पर मलबे में दबे मजदूरों की पहचान के लिए काम शुरू कर दिया है। फिलहाल, प्रशासन ने किसी भी मजदूर की मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। लेकिन मौके पर मौजूद मजदूरों का कहना है कि इस हादसे में कई मजदूरों की मौत हो सकती है। प्रशासन और पुलिस की टीमें दिन-रात राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
मुंगेली में फैक्ट्री में हुआ हादसा
मुंगेली जिले के रामबोड़ गांव में जो कुसुम प्लांट निर्माणाधीन था, वहां पर एक लोहे के पाइप बनाने की फैक्ट्री तैयार हो रही थी। इसी दौरान यह हादसा हुआ। चिमनी गिरने से उस क्षेत्र में काम कर रहे मजदूर मलबे में दब गए। घटनास्थल पर उपस्थित मजदूरों का कहना है कि हादसे के समय वहां पर करीब दो दर्जन से अधिक मजदूर काम कर रहे थे। चिमनी गिरते ही मलबे में दबे मजदूरों की मदद के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
मलबे में दबे मजदूरों को निकालने के लिए राहत टीमें भेजी गई
घटना के बाद, प्रशासन ने मलबे में दबे मजदूरों को निकालने के लिए राहत और बचाव कार्य शुरू किया। मौके पर फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ की टीमें पहुंच गई हैं, जो मलबे में दबे मजदूरों को निकालने की कोशिश कर रही हैं। पुलिस और प्रशासन ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है और इस मामले में लापरवाही के आरोप भी लगाए जा रहे हैं।
चिमनी गिरने का कारण और लापरवाही का आरोप
इस हादसे के बाद यह बात सामने आई है कि चिमनी का गिरना एक निर्माण संबंधित लापरवाही हो सकती है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन की टीमें हादसे के कारणों की जांच कर रही हैं, और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इस तरह की घटना भविष्य में ना हो। प्रशासन ने यह भी बताया कि घटना के दौरान मलबे में दबे मजदूरों को निकालने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं, ताकि किसी और की जान की हानि न हो।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम
मुंगेली जिले के एसपी भोजराम पटेल ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मलबे में दबे मजदूरों को निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और बचाव कार्य के दौरान कोई भी कोताही नहीं बरती जा रही है।
मृतकों के परिवारों के लिए मदद
मुंगेली जिले में हुए इस बड़े हादसे में मृतक मजदूरों के परिवारों को सहायता देने के लिए प्रशासन द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मृतकों के परिवारों के लिए संवेदनाएं व्यक्त की हैं और साथ ही सरकार से इस दुखद घटना के बाद मृतकों के परिवारों को राहत देने की अपील की है।
पुलिस और प्रशासन की तरफ से जांच
इस हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने प्रारंभिक जांच में बताया कि चिमनी का गिरना एक निर्माण कार्य में लापरवाही हो सकती है। इस मामले में आगे की जांच की जा रही है, और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में कुसुम प्लांट में चिमनी गिरने से हुए इस बड़े हादसे ने कई मजदूरों की जान ले ली और कई अन्य घायल हुए हैं। प्रशासन और पुलिस की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है, और मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकालने के प्रयास जारी हैं। इस हादसे को लेकर लापरवाही का आरोप भी लगाए जा रहे हैं, और इसकी जांच की जा रही है।
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