राज्यपाल ने प्रो0 राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय, प्रयागराज की विविध शैक्षिक सुविधाओं एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया।
नवीन विकसित इन्फ्रास्ट्रक्चर का विश्वविद्यालय व्यापक उपयोग करे : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
Sachin Chaudhary Lucknow उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज यहाँ राजभवन से ऑनलाइन प्रो0 राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय, प्रयागराज की विविध शैक्षिक सुविधाओं एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। विश्वविद्यालय में राज्यपाल की अनुमति से कंप्यूटराइज्ड कर्टेन रेजर करके टाइप-4 आवास, वेयर हाउस, विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार, विद्युत सब स्टेशन, जल आपूर्ति सुविधाएं, इनडोर क्रीडा परिसर, आउटडोर क्रीडा परिसर, बहुउद्देशीय सभागार, संगोष्ठी सभागार, आई0टी0 सेण्टर , मूट कोर्ट, ओपन जिम सुविधा, बाल खेल सुविधा, त्रिवेणी परिसर में 100 फिट ऊँचे ध्वज, वाटर फाउंटेन और सेल्फी प्वाइंट सहित विश्वविद्यालय में इन्क्यूबेशन फाउण्डेशन का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि नए निर्माण कार्य और सुविधाएं विद्यार्थियों की असुविधा और समस्याओं को दूर करेंगे। अच्छे शैक्षणिक माहौल के विकास से विश्वविद्यालय में पढ़ने के लिए विद्यार्थियों में रूझान बढ़ता है। उन्होंने कहा कि नवीन विकसित इन्फ्रास्ट्रक्चर का विश्वविद्यालय व्यापक उपयोग करे। अवकाश के दिनों में यहाँ 10वीं तथा 12वीं के विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाए। उन्होंने समय-समय पर समीपस्थ गाँवों के स्कूली बच्चों को विश्वविद्यालय भ्रमण कराने, उनके अभिभावकों के साथ बैठक करने को भी कहा, जिससे उन्हें विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों की जानकारी हो सके और वे अपने बच्चों को उच्च शिक्षा हेतु दूर न भेजकर पास स्थित इस विश्वविद्यालय में प्रवेश को प्राथमिकता दे सकें। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और इण्टरमीडिएट के विद्यार्थियों के संवाद कार्यक्रम कराने की भी प्रेरणा दी।
इसी क्रम में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष में प्रवेश पाए विद्यार्थियों हेतु मातृभाषा में भी शिक्षण सुविधा विकसित करने पर जोर दिया और कहा कि मातृभाषा में शिक्षण के साथ-साथ उनके लिए अंग्रेजी के वोकेशनल कोर्स भी चलाए जाएं। उन्होंने विद्यार्थियों के बेहतर प्लेसमेंट के लिए उद्योगपतियों से सम्पर्क रखने और उनके लिए विश्वविद्यालय में स्थान सुरक्षित रखने और कार्यक्रमों का आयोजन करने को कहा। उन्होंने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर भी जोर दिया और कहा कि पहले दिन से ही स्लो लर्नर चिह्न्ति करें और प्रारम्भ से ही उसके विकास के लिए कार्य करें। राज्यपाल ने हाल ही में प्रधानमंत्री उच्च शिक्षा अभियान (पी0एम0ऊषा) के अंतर्गत विश्वविद्यालय को मिली 20 करोड़ धनराशि को नैक मानकों के अनुरूप विश्वविद्यालय की गुणवत्ता विकास कार्यों में करने का विशेष निर्देश दिया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राज्यपाल का नेतृत्व एक सौभाग्य है। उत्तर प्रदेश जो शिक्षा स्तर में पिछड़ा माना जाता था, आज एक ऊँचाई पर है। उनके प्रयास से उल्लेखनीय संख्या में विश्वविद्यालयों ने नैक का उच्चतम ग्रेड हासिल किया है। उन्होंने आज लोकार्पित सुविधाओं के लिए बधाई देते हुए उच्च शिक्षा को सामाजिक सरोकारों से जोड़ने की, सर्वथा नई दिशा प्रदान करने हेतु राज्यपाल के प्रति आभार व्यक्त किया। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 अखिलेश कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत करते हुए नए निर्माण और शैक्षिक सुविधाओं और उनकी क्षमताओं के बारे में भी बताया। इस अवसर पर समारोह में उपस्थित विश्वविद्यालय के कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्य, शिक्षक गण, अधिकारी एवं कर्मचारी तथा छात्र-छात्राएं कार्यक्रम में ऑनलाइन के माध्यम से जुड़े रहे।