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Saturday, March 15, 2025

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया वीर बाल दिवस, बाल पथ संचलन में उमड़ा जोश

गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों को दी श्रद्धांजलि, 500 बाल स्वयंसेवकों ने दिखाया अनुशासन और एकता

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया वीर बाल दिवस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया वीर बाल दिवस

बहराइच। सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के साहस और बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने नगर में वीर बाल दिवस मनाया। इस अवसर पर संघ ने भव्य बाल पथ संचलन का आयोजन किया, जिसमें पूरे जिले के 500 से अधिक बाल स्वयंसेवकों ने भाग लिया।

गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों के बलिदान की याद में आयोजित हुआ पथ संचलन

बाल पथ संचलन महाराज सिंह इंटर कॉलेज से शुरू होकर गुरुद्वारा गुरु संघ सभा तक पहुंचा। संचलन मार्ग पर नगरवासियों ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया। रास्तों को रंगोली, बैनर और होर्डिंग्स से सजाया गया था। कई स्थानों पर देशभक्ति गीत गूंज रहे थे और लोगों ने भारत माता की जय के नारों से वातावरण को राष्ट्रमय कर दिया।

मुख्य अतिथि कौशल किशोर का संबोधन

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आरएसएस अवध क्षेत्र के प्रांत प्रचारक कौशल किशोर ने कहा, “गुरु गोविंद सिंह और उनके साहिबजादों का बलिदान राष्ट्र रक्षा और धर्म रक्षा का सर्वोच्च उदाहरण है। उनका जीवन और त्याग सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। आज का यह बाल पथ संचलन संघ के अनुशासन और संगठन शक्ति का प्रतीक है।”

उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 1925 से हिंदू समाज में स्वाभिमान और जागरूकता जगाने का काम कर रहा है। 2025 में संघ अपना शताब्दी वर्ष मनाएगा, जिसके लिए पंच परिवर्तन अभियान शुरू किया गया है।

पंच परिवर्तन अभियान: संघ का नया लक्ष्य

मुख्य अतिथि ने पंच परिवर्तन अभियान के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा:

  1. परिवार जागरूकता
  2. पर्यावरण संरक्षण
  3. स्वदेशी जीवन शैली को बढ़ावा
  4. सामाजिक समरसता
  5. नागरिक कर्तव्यों के प्रति जागरूकता

संघ की योजना है कि इन उद्देश्यों को हर गांव और कस्बे तक पहुंचाया जाए और लोगों को प्रेरित किया जाए।

बाल पथ संचलन की भव्यता

आरएसएस घोष दल की धुन पर कदमताल करते हुए बाल स्वयंसेवकों ने अनुशासन और राष्ट्रभक्ति का प्रदर्शन किया। संचलन में आनकबांसुरीबिगुल और ड्रम की ध्वनि ने नगरवासियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पथ संचलन का मार्ग महाराज सिंह इंटर कॉलेज से शुरू होकर गुरुद्वारा गुरु संघ सभा तक गया, जो गुरुनानक चौक, छोटी बाजार, चित्रशाला टॉकीज, घंटाघर चौक और पीपल तिराहा से होकर गुजरा।

सामाजिक समरसता पर जोर

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सरदार सरजीत सिंह ने कहा, “गुरु गोविंद सिंह और उनके पुत्रों ने धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यह बलिदान सभी के लिए प्रेरणा है। मुगल काल में जबरन धर्मांतरण के खिलाफ उनका संघर्ष हर पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है।”

गुरु गोविंद सिंह और साहिबजादों की वीरता का स्मरण

कार्यक्रम के दौरान गुरु गोविंद सिंह और उनके चार साहिबजादों—अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह—की वीरता और बलिदान का स्मरण किया गया। मुख्य अतिथि ने बताया कि कैसे उनके बलिदान ने धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए नए आयाम स्थापित किए।

संचलन में स्वयंसेवकों का उत्साह

संचलन के दौरान स्वयंसेवकों के चेहरे पर अनुशासन और राष्ट्रभक्ति का भाव स्पष्ट झलक रहा था। मार्ग पर मौजूद लोग पथ संचलन देखकर गदगद हो गए। सड़कों के दोनों ओर भारी भीड़ थी, जो बाल पथ संचलन की भव्यता को देखकर रोमांचित हो रही थी।

आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल

इस अवसर पर आरएसएस के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे, जिनमें प्रांतीय प्रमुख राजकिशोर, जिला संघ चालक वासुदेव, विभाग कार्यवाह अंबिका प्रसाद, और जिला प्रचार प्रमुख विपिन प्रमुख रूप से शामिल थे। इनके अलावा सैकड़ों की संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित थे।

गुरु गोविंद सिंह के बलिदान से सीखने का संदेश

मुख्य अतिथि ने यह भी कहा कि गुरु गोविंद सिंह और उनके साहिबजादों का बलिदान हमें बताता है कि राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए सब कुछ न्योछावर किया जा सकता है। आज का यह आयोजन समाज में संगठन और अनुशासन की भावना को मजबूत करता है।

संघ का शताब्दी वर्ष और भविष्य की योजनाएं

गुरु गोविंद सिंह

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अगले वर्ष से अपना शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है। इस मौके पर संघ ने पंच परिवर्तन अभियान के तहत जागरूकता और स्वदेशी जीवन शैली को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है।

वीर बाल दिवस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह आयोजन न केवल गुरु गोविंद सिंह और उनके साहिबजादों के बलिदान को श्रद्धांजलि देने का प्रयास था, बल्कि समाज में संगठन, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की भावना को भी मजबूत करता है। बाल पथ संचलन ने यह दिखाया कि संघ किस तरह अनुशासन और सामूहिक संगठन शक्ति का संदेश पूरे देश में पहुंचा रहा है।
बाल पथ संचलन के अवसर पर सामाजिक समरसता के प्रान्तीय प्रमुख राजकिशोर,जिला संघ चालक वासुदेव,विभाग कार्यवाह अम्बिका प्रसाद,विभाग प्रचारक कृष्ण कुमार,जिला कार्यवाह भूपेन्द्र,सह जिला कार्यवाह अंकुश, जिला प्रचारक अजय,विभाग प्रचार प्रमुख अतुल, जिला प्रचार प्रमुख विपिन सहित सैकड़ों की संख्या में स्वयंसेवक शामिल हुए।

 

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