लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में ‘इंटरनेशनल ट्रेड शो’ में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थापित खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों में से 60 उत्कृष्ट उत्पादों का चयन करके उनके स्टाल ‘इंटरनेशनल ट्रेड शो’ ग्रेटर नोएडा में लगवाये गये हैं। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ‘इंटरनेशनल ट्रेड शो’ में लगाये गये स्टालों से उत्तर प्रदेश के खाद्य प्रसंस्कृत उत्पादों को भी ग्लोबल पहचान मिलेगी।
निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश विजय बहादुर द्विवेदी ने बताया कि इस वैश्विक व्यापार महाकुंभ में उत्तर प्रदेश के जैविक फल, शाकभाजी, मेडिसन प्लान्टस आधारित विभिन्न उत्पाद, हाइड्रोपोनिक पद्धति के माध्यम से उत्पादित शलाद, लैट्यूस, घनिया, पालक, केला आदि विभिन्न प्रकार के अचार, शहद, मिलेटस आधारित विभिन्न उत्पाद यथा कुकिज, मफीन्स, केक, बिस्कुट, नमकीन, मल्टीग्रेन आटा, दलिया, नुडल्स, पास्ता आदि का स्टॉल पर प्रदर्शन किया गया है।
पवेलियन में आज लगभग 800 विजिटर्स ने भ्रमण किया गया और उन्होंने स्टाल पर जाकर विभिन्न प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की एवं अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए वार्ता की गयी। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण के अधिकारियों द्वारा उ०प्र० के औद्यानिक फसलों, पोलीहाउस, मशरूम, शहद, फूलों के साथ-साथ खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर में स्थापित होने वाली ईकाईयों के बारे में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को उपलब्ध करायी गयी।
लंबे और घने बाल हर किसी की ख्वाहिश होती है। बाल न केवल हमारे लुक को निखारते हैं, बल्कि ये हमारी सेहत और आत्मविश्वास का भी प्रतीक होते हैं। हालांकि, बालों की देखभाल करना एक चुनौती हो सकता है। यहाँ हम पाँच प्रभावी टिप्स साझा कर रहे हैं, जो आपके बालों को लंबा और घना बनाने में मदद कर सकते हैं।
1. सही आहार अपनाएं
आपके बालों की सेहत का सीधा संबंध आपके आहार से है। बालों की वृद्धि और मजबूती के लिए निम्नलिखित पोषक तत्वों का सेवन आवश्यक है: • प्रोटीन: बाल मुख्यतः प्रोटीन से बने होते हैं। अंडे, दही, चिकन, मछली, और नट्स में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है। • विटामिन ए: यह बालों के लिए आवश्यक है क्योंकि यह सिर की त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखता है। गाजर, कद्दू, और हरी सब्जियाँ इस विटामिन के अच्छे स्रोत हैं। • विटामिन सी: यह शरीर में कोलेजन बनाने में मदद करता है, जो बालों को मजबूत बनाता है। संतरे, नींबू, और बैरीज़ इसमें समृद्ध होते हैं। • ओमेगा-3 फैटी एसिड: ये बालों को चमकदार और स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। मछली, चिया बीज, और अखरोट इसमें उच्च होते हैं। • जिंक और आयरन: ये पोषक तत्व बालों की वृद्धि में मदद करते हैं। पालक, बीन्स, और लाल मांस इनमें समृद्ध होते हैं।
2. नियमित रूप से बालों की देखभाल करें
सही तरीके से बालों की देखभाल करना भी बहुत महत्वपूर्ण है। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं: • नियमित धोना: अपने बालों को हफ्ते में 2-3 बार धोएं। यह सुनिश्चित करेगा कि आपके बाल साफ रहें और अतिरिक्त तेल और गंदगी हट जाए। • कंडीशनर का उपयोग: कंडीशनर का उपयोग करने से बालों की नमी बनी रहती है और वे मुलायम और चमकदार बनते हैं। कंडीशनर को बालों की लंबाई में लगाएं, जड़ों में नहीं। • गर्म पानी से बचें: गर्म पानी बालों को ड्राई कर सकता है। हमेशा lukewarm या ठंडे पानी का उपयोग करें। • मुलायम तौलिये का उपयोग: बालों को धोने के बाद मुलायम तौलिये से थपथपाकर सुखाएं। कभी भी बालों को जोर से रगड़ें नहीं। • हॉट टूल्स का सीमित उपयोग: हीट स्टाइलिंग टूल्स का कम उपयोग करें। अगर आवश्यक हो, तो हीट प्रोटेक्टेंट स्प्रे का इस्तेमाल करें।
3. स्कैल्प की देखभाल करें
आपके बालों की सेहत का आधार आपके स्कैल्प की स्थिति है। स्वस्थ स्कैल्प बालों की वृद्धि को बढ़ावा देती है। स्कैल्प की देखभाल के लिए निम्नलिखित उपाय करें: • स्कैल्प मसाज: हफ्ते में एक बार तेल से स्कैल्प की मसाज करें। यह रक्त संचार को बढ़ाता है और बालों की वृद्धि में मदद करता है। नारियल का तेल, जैतून का तेल या बादाम का तेल उपयोग करें। • स्कैल्प एक्सफोलिएट: महीने में एक बार स्कैल्प को एक्सफोलिएट करें। इससे मृत कोशिकाएं हटती हैं और पोषण बेहतर तरीके से अवशोषित होता है। • हाइड्रेशन: स्कैल्प को हाइड्रेटेड रखना भी जरूरी है। पर्याप्त पानी पिएं और हाइड्रेटिंग शैम्पू का उपयोग करें।
4. तनाव प्रबंधन
तनाव भी बालों की गिरावट का एक प्रमुख कारण है। तनाव कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं: • व्यायाम: नियमित व्यायाम करने से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि यह तनाव को भी कम करता है। योग और ध्यान भी प्रभावी हो सकते हैं। • नींद: पर्याप्त नींद लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। एक वयस्क को रोजाना 7-9 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है। • आरामदायक गतिविधियाँ: अपनी पसंदीदा गतिविधियों जैसे पढ़ाई, पेंटिंग या संगीत सुनने से तनाव कम किया जा सकता है।
5. सही उत्पादों का चयन
बालों की देखभाल के लिए सही उत्पादों का चयन करना बहुत जरूरी है। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं: • सामग्री की जाँच करें: बालों के उत्पादों में सल्फेट, पैराबेंस और अन्य हानिकारक रसायनों से बचें। हमेशा प्राकृतिक और ऑर्गेनिक उत्पादों का चयन करें। • शैम्पू और कंडीशनर: अपने बालों के प्रकार के अनुसार शैम्पू और कंडीशनर का चयन करें। यदि आपके बाल सूखे हैं, तो हाइड्रेटिंग शैम्पू का उपयोग करें। • बालों का सीरम या तेल: बालों की चमक और सुरक्षा के लिए सीरम या तेल का उपयोग करें। यह बालों को मुलायम बनाता है और स्प्लिट एंड्स से बचाता है।
लंबे और घने बाल पाने के लिए धैर्य और नियमितता की आवश्यकता होती है। उपरोक्त टिप्स को अपनाने से न केवल आपके बाल लंबे और घने होंगे, बल्कि वे स्वस्थ और चमकदार भी दिखाई देंगे। याद रखें, हर व्यक्ति के बाल अलग होते हैं, इसलिए जो उपाय एक व्यक्ति के लिए काम करते हैं, वे दूसरों के लिए भी कारगर हों, यह जरूरी नहीं है। अपने बालों के लिए सबसे अच्छा क्या है, इसे जानने के लिए थोड़ी खोजबीन करें और अपने अनुभव के आधार पर अपने रूटीन में बदलाव करें। स्वस्थ जीवनशैली और उचित देखभाल से आप निश्चित रूप से अपने बालों की सेहत को बेहतर बना सकते हैं।
हर साल 25 सितंबर को मनाया जाने वाला विश्व फेफड़े दिवस, फेफड़ों के स्वास्थ्य और उनकी देखभाल के महत्व पर जोर देने के लिए है। यह दिन लोगों को फेफड़ों से संबंधित बीमारियों, खासकर फेफड़ों के कैंसर, के बारे में जागरूक करने का अवसर प्रदान करता है। फेफड़ों का कैंसर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिससे हर साल लाखों लोग प्रभावित होते हैं और हजारों मौतें होती हैं। यह लेख फेफड़ों के कैंसर के कारणों, लक्षणों, उपचार, रोकथाम और धूम्रपान के खतरों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।
फेफड़ों के कैंसर के कारण
फेफड़ों का कैंसर कई कारकों के संयोजन से होता है, जिनमें सबसे प्रमुख हैं:
1. धूम्रपान: यह सबसे बड़ा जोखिम कारक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, धूम्रपान करने वालों में फेफड़ों के कैंसर का जोखिम 15 से 30 गुना अधिक होता है। सिगरेट के धुएं में 7,000 से अधिक रसायन होते हैं, जिनमें से कम से कम 70 कैंसरकारी होते हैं।
2. वायु प्रदूषण: औद्योगिक कचरा, वाहन उत्सर्जन, और धुएं का संपर्क फेफड़ों के कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है। उच्च प्रदूषण स्तर वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोग अधिक संवेदनशील होते हैं।
3. जेनेटिक फैक्टर: पारिवारिक इतिहास वाले व्यक्तियों में फेफड़ों के कैंसर का जोखिम अधिक होता है। यदि परिवार में किसी को फेफड़ों का कैंसर है, तो अन्य सदस्यों को भी सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है।
4. रासायनिक संपर्क: कुछ औद्योगिक रसायन, जैसे एस्बेस्टस, आर्सेनिक, और बेंजीन, कैंसर का कारण बन सकते हैं। ऐसे क्षेत्रों में काम करने वाले व्यक्तियों को इन रसायनों के संपर्क से बचने के लिए विशेष सुरक्षा उपाय करने चाहिए।
5. पुरानी फेफड़ों की बीमारियाँ: जैसे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) या पुरानी ब्रोन्काइटिस, ये स्थितियाँ फेफड़ों के कैंसर के विकास के लिए आधार तैयार कर सकती हैं।
लक्षण
फेफड़ों के कैंसर के लक्षण अक्सर प्रारंभिक चरणों में स्पष्ट नहीं होते हैं। हालांकि, जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, लक्षण बढ़ सकते हैं:
• लगातार खांसी: जो समय के साथ बढ़ती है।
• खांसी के साथ खून आना: यह गंभीर लक्षण है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
• सांस लेने में कठिनाई: आमतौर पर हल्के से गंभीर स्तर तक।
• छाती में दर्द: विशेषकर गहरी सांस लेने पर।
• थकान और कमजोरी: सामान्य गतिविधियों को करने में कठिनाई।
• वजन में कमी: बिना किसी स्पष्ट कारण के।
उपचार
फेफड़ों के कैंसर का उपचार कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कैंसर का प्रकार और चरण। मुख्य उपचार विधियाँ निम्नलिखित हैं:
1. सर्जरी: यह उपचार कैंसर प्रभावित फेफड़े के हिस्से या पूरे फेफड़े को निकालने के लिए किया जाता है। यह आमतौर पर प्रारंभिक चरण में उपयोग किया जाता है।
2. कीमोथेरपी: यह कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए औषधियों का उपयोग करता है। कीमोथेरपी का उपयोग सर्जरी के बाद कैंसर के पुनरावृत्ति को रोकने के लिए किया जा सकता है।
3. रेडियोथेरपी: इसमें उच्च ऊर्जा वाली किरणों का उपयोग कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए किया जाता है। यह अक्सर कीमोथेरपी के साथ संयोजन में किया जाता है।
4. इम्यूनोथेरेपी: यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर से लड़ने में मदद करता है। यह विशेष रूप से उन मामलों में प्रभावी होता है जहां अन्य उपचार विफल हो जाते हैं।
5. लक्षित चिकित्सा: यह उपचार कैंसर की विशेष आनुवंशिक परिवर्तन को लक्षित करता है, जिससे अधिक प्रभावी और कम हानिकारक परिणाम मिलते हैं।
रोकथाम के उपाय
फेफड़ों के कैंसर से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं:
1. धूम्रपान से बचें: धूम्रपान छोड़ना सबसे प्रभावी तरीका है। यह न केवल कैंसर के खतरे को कम करता है, बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाता है।
2. स्वास्थ्यकर जीवनशैली: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद फेफड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।
3. वायु गुणवत्ता पर ध्यान दें: जब भी संभव हो, प्रदूषित क्षेत्रों में रहने से बचें। वायु गुणवत्ता की नियमित जांच करें और स्वच्छता का ध्यान रखें।
4. नियमित स्वास्थ्य जांच: अगर आपके परिवार में फेफड़ों का कैंसर का इतिहास है, तो नियमित रूप से फेफड़ों की जांच कराएं।
5. रासायनिक संपर्क से बचें: यदि आप किसी औद्योगिक क्षेत्र में काम कर रहे हैं, तो सुरक्षा उपायों का पालन करें और आवश्यक सावधानियां बरतें।
विश्व फेफड़े दिवस पर हमें यह समझने की आवश्यकता है कि फेफड़ों का कैंसर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसे हम रोकने के लिए कई कदम उठा सकते हैं। धूम्रपान छोड़ना, स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, और नियमित जांच करवाना आवश्यक है। यह केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि समग्र समाज के स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। हम सभी को मिलकर इस बीमारी के खिलाफ एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए और जागरूकता फैलानी चाहिए। अपने फेफड़ों की देखभाल करें और स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रयासरत रहें।
रोहित और विराट जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की फॉर्म में गिरावट ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को चिंतित।
रोहित और विराट की कमजोर बल्लेबाजी पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने रखी अपनी राय।
विश्लेषकों का कहना है कि BCCI को इन खिलाड़ियों पर ध्यान देने की जरूरत।
नई दिल्ली: भारत के पूर्व दिग्गज खिलाडी संजय मांजरेकर ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) पर यह आरोप लगाया गया है कि वह रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों को विशेष ट्रीटमेंट दे रही है। रोहित और विराट जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की फॉर्म में गिरावट ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को चिंतित कर दिया है। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि BCCI को इन खिलाड़ियों पर ध्यान देने की जरूरत है और उनके साथ एक समान व्यवहार करना चाहिए, ताकि वे अपनी पुरानी लय में वापस आ सकें। इस मामले में यह देखना दिलचस्प होगा कि BCCI इस पर कैसे प्रतिक्रिया देता है।
भारतीय टीम ने चेन्नई के MA चिदंबरम स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में 280 रनों से जीत हासिल की। पहले मैच में रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत, शुभमन गिल और रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। पहली पारी में अश्विन ने शानदार शतक बनाया, जबकि जडेजा ने भी बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में गिल और पंत ने जोरदार शतक लगाए। लेकिन रोहित शर्मा और विराट कोहली के बल्ले से बड़ी पारी नहीं आई।
रोहित और विराट ने बांग्लादेश सीरीज से पहले दलीप ट्रॉफी के पहले राउंड में भाग नहीं लिया था। इसके बाद एक पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने इस पर बड़ा बयान दिया है। रोहित और विराट की कमजोर बल्लेबाजी पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने अपनी राय रखी है।
पूर्व दिग्गज का बयान रोहित और विराट कोहली के बारे में संजय मांजरेकर ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो पर कहा, “मैं इस पर चिंतित नहीं हूं। लेकिन शायद किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया होगा। उनके पास दलीप ट्रॉफी में खेलने का विकल्प था। इसलिए कुछ खिलाड़ियों के साथ भिन्न व्यवहार करने में सतर्क रहना चाहिए। विराट और रोहित का दलीप ट्रॉफी में न खेलना भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत नहीं है। यदि वे दलीप ट्रॉफी में खेलते और लाल गेंद के साथ थोड़ी देर समय बिताते, तो चीजें पूरी तरह से अलग हो सकती थीं।”
बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में 280 रनों से जीत के बाद जश्न मनाती हुई टीम इंडिया
पूर्व दिग्गज खिलाडी संजय मांजरेकर ने कहा कि विराट और रोहित जैसे खिलाडियों के पास वापसी करने का क्लास और अनुभव है और इस कारण मैं उन्हें फॉर्म में न देखने की बात नहीं मानता। लेकिन एक बात पर ध्यान देना आवश्यक है, जो भारतीय क्रिकेट (BCCI) के लिए लंबे समय से एक समस्या रही है, वह यह है कि कुछ खिलाड़ियों को उनके स्टेटस के कारण भारतीय टीम (BCCI) के लिए चुना जाता है, जो अंततः उस खिलाड़ी को अन्य लोगों से ज्यादा नुकसान पहुंचाता है।
भारतीय टीम 27 सितंबर, शुक्रवार से श्रृंखला के दूसरे टेस्ट में बांग्लादेश का सामना करेगी। भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी पहले ही कानपूर पहुंच चुके हैं और आगामी दूसरे टेस्ट की तैयारियों में जुट गए हैं।
बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए भारत की टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल, सरफराज खान, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, मो. सिराज, आकाश दीप, जसप्रीत बुमराह, यश दयाल।
दूसरे टेस्ट के लिए टीम इंडिया की संभावित प्लेइंग इलेवन: रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), केएल राहुल, आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, मो. सिराज, आकाश दीप/अक्षर पटेल/ कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह।
बहराइच। सुजौली थाना क्षेत्र में स्थित घाघरा नदी के तट पर बुधवार शाम को गांव की महिलाएं जिउतिया पूजा के लिए स्नान कर रही थीं। साथ में स्नान करते समय दो किशोरिया घाघरा नदी में डूब गईं। काफी तलाश के बाद भी उनका कुछ पता नहीं चल सका है। जिले में बुधवार को महिलाओं ने जीवित पुत्र की दीर्घायु के लिए जिउतिया व्रत रखा। इसके बाद सभी शाम को रीति रिवाज के अनुसार नदी के तट पर स्नान करने पहुंची। सुजौली थाना क्षेत्र के मौरहवा गांव के पास स्थित घाघरा बैराज नदी में महिलाएं और गांव की बेटियां स्नान कर रही थी। स्नान करते समय बड़खड़िया गांव निवासी सीमा उम्र 16 वर्ष पुत्री हरिश्चंद्र और लाली उम्र 14 वर्ष पुत्री विजेंद्र गहरे पानी में चली गई।
दोनों को आसपास के लोगों ने बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। पानी अधिक होने से दोनों किशोरिया बीच धारा में बह गईं। नदी के तट पर काफी संख्या में भीड़ एकत्रित है। प्रभारी निरीक्षक हरीश सिंह ने बताया कि एनडीआरएफ टीम मौके पर पहुंच रही है। दोनों की तलाश की जा रही है।
बहराइच।विश्व फार्मासिस्ट दिवस के अवसर पर फार्मासिस्ट उत्सव सभा का आयोजन यूनाइटेड वेलफेयर फार्मासिस्ट ऐसोसिएशन द्वारा किया गया । कार्यक्रम में इस वर्ष की थीम ” फार्मासिस्ट: वैश्विक स्वास्थ्य आवश्यकताओं की पूर्ति” पर चर्चा हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनय कृष्ण यादव औषधि निरीक्षक बहराइच, संगठन के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. दुर्गा शंकर शुक्ला, राष्ट्रीय सचिव अर्चना दत्ता ,प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा शामिल हुए।औषधि निरीक्षक ने बताया की फार्मासिस्ट ही जीवन रक्षक दवाओं का निर्माण करता है और फार्मेसी के माध्यम से जन समुदाय तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुंचाने का कार्य करता है। प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि समाज को स्वस्थ्य रखने में चिकित्सको के साथ साथ फार्मासिस्टो की भी बड़ी भूमिका होती है आज फार्मासिस्ट प्रदेश के चिकित्सा क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था की मजबूत रीढ़ की हड्डी के रूप में कार्य कर रहा है और वैश्विक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा कर रहे है। डॉ. दुर्गा शंकर शुक्ला ने बताया कि फार्मासिस्ट स्वास्थ्य सेवाओं के महत्वपूर्ण अंग है।अर्चना दत्ता ने महिला फार्मासिस्टों से आग्रह किया को वो भी फार्मेसी के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करे। प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक वर्मा , प्रदेश कोषाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया की संगठन द्वारा प्रदेश के बेरोजगार फार्मासिस्टो को फार्मेसी के माध्यम से स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया।
संगठन भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सरकार से माँग किया करता है कि फार्मासिस्टों के द्वारा उत्तर प्रदेश की जनता को दवा -वितरण एवं दवा की सही जानकारी उपलब्ध कराने एवं देश की स्वास्थ्य सेवाएँ सुदृढ़ बनाने के लिए लिए देश में संचालित जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, महिला चिकित्सालयों, ब्लड बैंकों, पोस्टमार्टम सेन्टर, 100 शैय्या चिकित्सालय, महिला डिस्पेंसरी, स्वास्थ्य उपकेंद्र, डॉटस सेंटर, हॉस्पिटलों में नर्सिंग वार्ड इत्यादि में फार्मासिस्ट के पद सृजित किए जाये और उत्तर प्रदेश में बहुत से स्थान पर पद रिक्त हैं जिसे भरने का कार्य जल्द से जल्द किया जाए।इसी तरह पुरे देश मे फार्मासिस्ट के द्वारा संचालित हो रही फ़ार्मेसी/मेडिकल स्टोर पर तरह तरह के जागरूक मेडिकल कैंप, नशीली दवाओं को अनाधिकृत व्यक्तियो को न वितरित हो, नयी दवाओ के साल्ट की जानकारी जनता को समय समय पर उपलब्ध कराते रहना ही फार्मासिस्टो परम अधिकार है जिसे वह पुरी तरह से पुरा करने मे लगे रहते है।
इस कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों से शामिल फार्मासिस्ट प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने को संकल्पित हुए।
कार्यक्रम का संयोजन नवीन सिंह जिलाध्यक्ष बहराइच, सरफराज अहमद उपाध्यक्ष ने किया।
कार्यक्रम में संदीप वर्मा मंडल अध्यक्ष अयोध्या, शिवम कौशल मंडल महासचिव ,पवन कुमार जिलाध्यक्ष बाराबंकी, विजय विश्वकर्मा जिलाध्यक्ष बलरामपुर, मो.समीर जिलाध्यक्ष गोंडा, दिलीप वर्मा जिलाध्यक्ष श्रावस्ती, जिलाध्यक्ष आईटी बहराइच अस्मित रस्तोगी, शनि श्रीवास्तव, डॉ.शैलेश,अलीहसन,समीर खान, शाहिद आलम, सैय्यद हुसैन, परमेश वर्मा, शिवम् सोनी, विश्वनाथ यादव, समेत सैकड़ों फार्मासिस्ट उपस्थिति रहे।
बहराइच। फखरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत भिलौराकाजी निवासी नकछेद निषाद की 17 सितंबर को दहौरा ताल में डूबकर मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों में काफी निराश रही। मृतक के परिजनों की पीड़ा सपा पदाधिकारियो ने महसूस की और मंगलवार को पूर्व मंत्री यासर शाह के नेतृत्व में विधायक कैसरगंज आनंद यादव, विधायक मटेरा, सपा जिलाध्यक्ष राम हर्ष यादव, सुनील निषाद जिला महासचिव,राज कुमार दुबे,प्रदीप यादव अनिल यादव आदि ने मृतक के घर पंहुच कर मृतक की पत्नी लक्ष्मी देवी को पचास हजार रूपए का चेक देकर ढांढस बंधाया। मालूम हो कि मृतक नकछेड निषाद की मौत अपनी नाव को खोजते हुए दहौरा ताल में डूबकर हो गई थी। इस अवसर पर प्रधान रितेश वर्मा, पूर्व प्रधान कल्लू निषाद सहित तमाम ग्रामीण उपस्थित रहे।
कई थानों की पुलिस व पीएसी की मौजूदगी में हटवाया गया कब्जा
बहराइच। कैसरगंज तहसील क्षेत्र के एक गांव निवासी कुछ लोगों ने रास्ता और खलिहान की जमीन पर अतिक्रमण कर कब्जा कर लिया था।मकान और दुकान बना ली थी। गांव निवासी हसीदुल ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर रास्ता और खलियान की जमीन खाली करने की मांग की थी। जिस पर हाईकोर्ट ने जिला प्रशासन को आदेश दिया था कि तत्काल रास्ता और खलिहान की जमीन खाली कराई जाए।
फखरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सराय जगना वजीरगंज में गाटा संख्या 92, 211 और 212 की जमीन जो खलिहान और रास्ते में अंकित है। इसी जमीन पर गांव के लोगों ने कब्जा कर घर व दुकाने बना रखी थी। बुधवार को कैसरगंज एसडीएम आलोक प्रसाद की अगुवाई में गठित हुई टीम में सीआरओ व तहसीलदार अभय रॉज पांडेय, नायब तहसीलदार बृजेश कुमार, ब्रहमादत्त यादव कानूनगो, राम मनोहर लेखपाल चन्द्रकेश मौर्या महावीर राय, अफजाल अहमद समेत पुलिस उपाधीक्षक कैसरगंज अनिल सिंह एसएचओ अभिनव प्रताप सिंह फखरपुर, राजनाथ सिंह कोतवाल कैसरगंज, पयागपुर, बौडी, हुजूरपुर, समेत आधा दर्जन पुलिस बल व दो बटालियन पीएसी की मौजूदगी में तीन जेसीबी से अबैध कब्जे पर बुलडोजर की कार्यवाही की गई। पिछले सप्ताह बुधवार को तहसील द्वारा नोटिस जारी कर जमीन खाली करने की चेतावनी दी गयी थी। जमीन खाली न करने पर तहसील प्रशासन ने आज बुधवार को बुलडोजर की कार्यवाही करते हुए 23 मकान व दुकान को गिरा दिया। इसको लेकर गांव के सैकड़ों लोग गुरुवार को सपा विधायक आनंद यादव और पूर्व विधायक शब्बीर अहमद के साथ डीएम कार्यालय पहुंचे थे। लेकिन वहां से भी उन्हें राहत नही मिली थी।नोटिस सराय जगना गांव निवासी वसीम खान, कुलसुम, अबू सहमा, मोसिम जोथु जावेद, फहद सिद्दीकी,फारुख खा, जुबेर, शहजाद, समेत अन्य को 10 नवंबर 2023 को बेदखली का नोटिस दिया गया था। इसके बाद भी कब्जा नहीं छोड़ा गया। कोर्ट के आदेश के बाद तहसील प्रशासन ने तेजी पकड़ी है। इससे गांव के सैकड़ो ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। एसडीएम आलोक प्रसाद ने बताया कि उक्त गांव निवासी हदीसुल द्वारा रास्ते के विवाद को लेकर हाईकोर्ट में अपील की थी। हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में 23 मकान चिन्हित कर बुलडोजर की कार्यवाही की जा रही।
बहराइच। भाजपा ने विधानसभा पयागपुर के अंतर्गत मंडल हुजूरपुर में पार्टी के प्रदेश मंत्री शिवभूषण सिंह के नेतृत्व में ब्लॉक सभागार में सदस्यता अभियान को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया। सभागार में क्षेत्र के भारी संख्या में मातृ शक्ति एवं अन्य प्रमुख लोगो को मोबाइल नंबर पर मिस कॉल करवा कर भाजपा की सदस्यता दिलवाई गई। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक सुभाष त्रिपाठी जिला अध्यक्ष बृजेश पांडेय विधानसभा सयोजक निशंक त्रिपाठी ब्लॉक प्रमुख अजीत प्रताप सिंह जिला मंत्री हरेंद्र विक्रम सिंह, डा. महेंद्र पाठक, मंडल अध्यक्ष ओम प्रकाश यादव, जिला उपाध्यक्ष किसान मोर्चा सत्यप्रकाश सिंह सत्या, पंकज सिंह, प्रधान संघ अध्यक्ष संतोष त्रिपाठी, मंडल अध्यक्ष युवा मोर्चा दुर्गेश सिंह,महामंत्री बृजेश सिंह,अखंड प्रताप सिंह, सुधीर निषाद,वीरेंद्र वर्मा, प्रिंस सिंह आदि सम्मानित प्रधानगण व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
झाँसी। केमिस्ट्स एवं ड्रग्गीसट्स फेडरेशन उत्तर प्रदेश (सीडीएफयूपी) की त्रिवार्षिक चुनाव व आम सभा की बैठक होटल ओरछा पैलेस, में आयोजित हुई। जिसके मुख्य अतिथि दया शंकर मिश्र, मंत्री, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तर प्रदेश सरकार थे। पार्टी के कार्यक्रम में व्यस्त होने की वजह से मुख्य अतिथि का आगमन न होने के कारण, उन्होंने वीडियो द्वारा कार्यक्रम को संबोधित किया और अपना शुभकामना संदेश दिया।
आम सभा में केमिस्टों के हितों की रक्षा करने, देश व प्रदेश में दवाओं की अवैध ऑनलाइन ट्रेडिंग से आ रही दिक्कतों पर भी गंभीर विचार व मंथन किया गया और इस संदर्भ में उचित निर्णय लिये गये। महासचिव सुरेश गुप्ता ने कहा कि अवैध ऑनलाइन दवाइयों के कारोबार को अगर प्रदेश और केंद्र सरकार बंद नही करेगी तो सीडीएफयूपी सरकार के खिलाफ सड़को पर उतरकर आंदोलन करेगी। उन्होंने ने कहा दवाओं के अवैध ऑनलाइन कारोबार पर कोई रोक न होने की वजह से उपभोक्ताओं को नशे की और नकली दवाएं की आपूर्ति अवैध ऑनलाइन कारोबारियों द्वारा करने की प्रबल संभावना रहती है, जिस पर तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए अन्यथा दवा कारोबारी अपने प्रतिष्ठान को अनिश्चित काल के लिये बंद करेंगे। बैठक में दवा के कानून, दवाओं के रख-रखाव, कोल्ड चेन और आम जनता व उपभोक्ता को अच्छी गुणवत्ता की दवाई उपलब्ध हो पर गंभीर चर्चा की गई। प्रदेश अध्यक्ष संदीप चतुर्वेदी ने सदन को आश्वस्त करते हुए कहा कि दवा व्यवसाय मे आ रही समस्याओं और विभाग के पोर्टल की विषंगतिओं के संदर्भ में बहुत जल्द ही प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री से प्रादेशिक संस्था का डेलीगेशन मिलेगा और सभी विषयों पर गंभीर चर्चा करेगा। चुनाव संचालन समिति के मुख्य चुनाव अधिकारी मो० इब्राहिम मंसूरी, सहायक चुनाव अधिकारी राकेश सिंह व मनोज खन्ना में वर्ष कार्यकाल 2024 से 26 का चुनाव संपन्न कराया, जिसमें वाराणसी जनपद के संदीप चतुर्वेदी प्रदेश अध्यक्ष और गाजियाबाद जनपद के सुरेश गुप्ता प्रदेश महासचिव निर्विरोध निर्वाचित हुए। संस्था के 12 ज़ोन और 4 रीजन के अध्यक्ष और मंत्री का भी निर्विरोध निर्वाचन हुआ। प्रदेश हेतु, राजीव त्यागी कोषाध्यक्ष, मो० इब्राहिम मंसूरी चेयरमैन, राकेश सिंह संगठनमंत्री मनोनीत किए गए। संस्था द्वारा संपन्न चुनाव से संबंधित सभी सूचना व प्रपत्र सोसाइटी रजिस्ट्रार कार्यालय में अविलंब जमा करा दी जायेगी। कार्यक्रम का आयोजन संबद्ध जिला इकाई झाँसी द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम में बहराइच जनपद से केमिस्ट एंड ड्रगगिस्ट एसोसिएशन के उमेश गोयल अध्यक्ष, नितिन कुमार तुलायसान महामंत्री एवं सुनील अग्रवाल प्रकाश अग्रवाल सम्मिलित हुए तथा एवं बैठक को सफल बनाया।